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Showing posts from January 30, 2020

कांग्रेस जनों ने गाँधी जी के के सपनों को साकार करने का लिया संकल्प

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जौनपुर।  कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष फैसल हसन तबरेज के अध्यक्षता में कांग्रेस जन जिला कांग्रेस कार्यालय से गांधी तिराहे तक किर्तन करते हुए मार्च निकाला और गांधी जी के प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित किया गया और सभी कांग्रेस जनों ने नम आंखों से मौन रखकर गांधी जी के आत्मा को नमन किया। महात्मा गांधी जी के बनाये हुए मार्गों पर चलने का संकल्प भी लिया।        फैसल हसन तबरेज ने कहा कि बापू के विचारों को देश व पूरा विश्व मानता है जिसका मुख्य सिद्धांत, अहिंसा एवं विश्व की सभी वस्तुओं को शाश्वत मानना है। इस प्रकार, उन्होंने स्वाभाविक रूप से अहिंसा, शाकाहार, आत्मशुद्धि के लिए उपवास और विभिन्न पंथों को मानने वालों के बीच परस्पर सहिष्णुता को अपनाया। 1906 में टांसवाल सरकार ने दक्षिण अफीका की भारतीय जनता के पंजीकरण के लिए विशेष रूप से अपमानजनक अध्यादेश जारी किया। भारतीयों ने सितंबर 1906 में जोहेन्सबर्ग में गांधी के नेतृत्व में एक विरोध जनसभा का आयोजन किया और इस अध्यादेश के उल्लंघन तथा इसके परिणामस्वरूप दंड भुगतने की शपथ ली।             इस प्रकार सत्याग्रह का जन्म हुआ, जो वेदना पहुंचाने के बजाय उन्हें

टेक्नालाजी विकसित करके ही दूर कर सकते प्रदूषणः प्रो. देवेश सिन्हा

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जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में इंस्पायर साइंस कैम्प के चौथे दिन गुरूवार को आर्यभट्ट सभागार में भूगर्भ विज्ञान  और रसायन विज्ञान  के बारे में विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिए।   दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. देवेश सिन्हा ने कहा कि विज्ञान को समझने के लिए बेहद दृष्टिकोण की जरूरत है। प्रदूषण पर बोलते हुए कहा कि यह टेक्नालाजी के चलते हुई है इसे दूर भी हम टेक्नालाजी विकसित करके ही कर सकते हैं। उनका मानना है कि हम केवल अपने अतीत को ही देख सकते हैं। उदाहरण देते हुए बताया कि सूरज की रोशनी पृथ्वी पर आने में आठ मिनट का समय लगता है। इसका मतलब हम आठ मिनट पहले के सूरज को देख रहे है। उन्होंने जलवायु परिवर्तन, मानसून और महासागरीय धाराओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि मानसून लिनियर नहीं है, इसकी सटीक भविष्यवाणी नहीं हो सकती। उन्होंने प्रशांत महासागर में होने वाली दो घटनाओं एलनीनो और लानीना का संचरण समझाया कहा कि यह दोनों बहुत ही महत्वपूर्ण घटनाएं है जो वैश्विक गर्मी और सर्द्री के उत्तरदायी है। धरती के तापमान के  लिए कार्बन डाई आक्साइड को कारण मानना गलत