Posts

Showing posts from May 3, 2019

गोरखपुर लोकसभा सीट चुनाव लड़ रहे रवि किशन की डिग्री को लेकर उठा सवाल खारिज हो सकता है पर्चा

लखनऊ ।  लोकसभा 2019 में नामांकन पत्र भरने में शैक्षिक योग्यता के मामले में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बाद अब गोरखपुर से भाजपा प्रत्याशी रवि किशन पर भी सवाल उठा है। कुशीनगर के एक युवक ने जिला निर्वाचन अधिकारी गोरखपुर से रवि किशन की शैक्षिक योग्यता को लेकर शिकायत की है। जिसका परीक्षण कराया जा रहा है।रवि किशन गोरखपुर से भाजपा के प्रत्याशी हैं। इससे पहले लोकसभा चुनाव 2014 में रवि किशन जौनपुर से कांग्रेस से प्रत्याशी थे। उन्होंने उस समय नामांकन पत्र में अपनी शैक्षणिक योग्यता स्नातक दर्शाई थी। गोरखपुर से भाजपा के प्रत्याशी रवि किशन ने लोकसभा चुनाव 2019 के नामांकन पत्र में अपनी शैक्षणिक योग्यता इंटर लिखी है। कुशीनगर के संतोष कुमार ने इसको लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी गोरखपुर के पास अपनी आपत्ति दर्ज कराई है। जिसका परिक्षण कराया जा रहा है। अगर मामला सही पाया जाता है तो फिर रवि किशन का नामांकन पत्र खारिज भी हो सकता है।भोजपुरी फिल्मों के अभिनेता रवि किशन को भाजपा ने गोरखपुर संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है। रवि किशन 2014 में कांग्रेस टिकट पर जौनपुर से लड़े थे। अब गोरखपुर से रवि किशन की दाव

गठबंधन के प्रत्याशियों को भारी पड़ सकती है अपने दल के कार्यकर्ताओं की उपेक्षा

सच खबरें जौनपुर । सत्रहवीं लोकसभा के लिए हो रहे इस चुनाव में जनपद के दोनों लोकसभा सीट जौनपुर एवं मछली शहर सु. सीट चुनाव लड़ रहे सपा बसपा गठबंधन के प्रत्याशीयों की कार्यशैली एवं उनके अति अहंकार से बसपा के कार्यकर्ताओं में खासा निराशा देखने एवं सुनने को मिल रही है। जो गठबंधन प्रत्याशीयों के लिए बड़ी चुनौती बन सकती है। इसका खामियाजा गठबंधन दल को उठाना पड़ सकता है। जौनपुर संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे गठबंधन के प्रत्याशी श्याम सिंह यादव एवं मछली शहर सु. सीट से टी राम को प्रत्याशी बनाया गया है। बसपा के अधिकांश पदाधिकारियों सहित कार्यकर्ताओं में पहला गुस्सा इस बात का है कि उनकी नेता ने लगातार पार्टी के दिन रात मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं को तरजीह नहीं दिया बल्कि बसपा के मतदाताओं की कीमत वसूलते हुए अति भ्रष्ट अवकाश प्राप्त सरकारी नौकरों को जनता का खून चूसने के लिए टिकट पकड़ा दिया है। दूसरा गुस्सा यह है कि गठबंधन में बसपा से टिकट खरीद कर चुनाव लड़ रहे दोनों प्रत्याशियो द्वारा बसपा के मूल कार्यकर्ताओं को पूछा तक नहीं जा रहा है। मजबूरी में एकाध पदाधिकारी को साथ ले लिया गया है। बसपा के कार्यकर्