संत रविदास के जीवन से मानव को जीवन जीने की सीख मिलती है - डाॅ हरिओम त्रिपाठी
जौनपुर। टीडी पीजी कॉलेज के बलरामपुर सभागार में संत रविदास जी की जयंती पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. विजय कुमार सिंह ने कहा कि संत रविदास का जीवन सभी जनमानस के लिए सरलता, सहजता, का प्रेरणा स्रोत है। संत रविदास कहा करते थे कोई व्यक्ति जन्म से महान नहीं होता है वह अपने कर्मों एवं सुकृत्यों से जाना जाता है । कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रोफेसर आर.यन ओझा ने कहा संत रविदास एक संत के रूप में, एक गृहस्थ के रूप में, और आडंबर मुक्त समाजिक संकल्पना के व्यक्ति थे। मुख्य वक्ता समाजशास्त्र विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. हरिओम त्रिपाठी ने कहा कि संत रविदास के जीवन से मानव को जीवन जीने की सीख मिलती है। उनके कर्मवादी विचारधारा ने समाज में लोगों की एक नई दिशा दी है। संत रविदास भारतीय संस्कृति, सभ्यता, समता और समानता के पोषक थे। संगोष्ठी में समाजशास्त्र विभाग के डॉ. संतोष, डॉ. नेहा सिंह डॉक्टर दीपशिखा सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए । कार्यक्रम में डॉ.मनोज कुमार सिंह,डॉ.आमोद रघुवंशी, डॉ.सुमन डॉक्टर पूनम मिश्रा, रामेंद्र