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Showing posts from February 25, 2022

आइए जानते है भारत का पहला रेलवे स्टेशन जहां पर स्टेशन का पूरा परिचालन महिलाओ के हाथ में

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भारतीय रेलवे दुनियां का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में कुल 8338 रेलवे स्टेशन हैं. इन स्टेशनों पर ट्रेनें रुकती हैं. इसके साथ ही टिकट और रेलवे रिजर्वेशन जैसी सभी काम भी यहां होते हैं. इन सभी कामों के लिए रेलवे कर्मचारियों की नियुक्ति करता है. आज हम आपको देश के पहले ऐसे रेलवे स्टेशन के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां पूरा महिला स्टाफ है. अपनी तरह का अनोखा स्टेशन होने के चलते इस रेलवे स्टेशन का नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया जा चुका है. हम बात कर रहे हैं मुंबई स्थित के माटुंगा रेलवे स्टेशन की. माटुंगा रेलवे स्टेशन का संचालन पूरी तरह महिलाओ के द्वारा किया जा रहा है. महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने हेतु भारतीय रेल की ओर से बड़ा प्रयास किया गया है. माटुंगा में 41 महिला कर्मचारी हैं जो पूरे स्टेशन का परिचालन करती हैं.  माटुंगा रेलवे स्टेशन पर टिकट वितरण का काम हो या गाड़ियों के परिचालन का सभी काम महिलाएं ही करती हैं. यहां तक की स्टेशन की सफाई का जिम्मा भी महिलाओं के हाथ में है. महिला कर्मियों के चलते इस स्टेशन पर विशेष तौर पर

पहले मतदान फिर जलपान, समोधपुर और खुटहन पहुंची मतदाता जागरूकता एक्सप्रेस

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जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वाविद्यालय, जौनपुर की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य के निर्देश पर राष्ट्रीय सेवा योजना विभाग द्वारा संचालित मतदाता जागरूकता एक्सप्रेस आज गांधी स्मारक पीजी कालेज समोधपुर पहुंची जहां इसका स्वागत प्राचार्य प्रोफेसर बी.के. निर्मल एवं कार्यक्रम समन्वयक डॉ राकेश कुमार यादव ने किया।स्वयंसेवकों एवं छात्रों को संबोधित करते हुए प्राचार्य प्रोफेसर बी.के. निर्मल ने कहा कि 07 मार्च के चुनाव में आप सभी बढ़चढ़ कर प्रतिभाग करें और पहले मतदान फिर जलपान करें। प्राचार्य ने सभी छात्रों को मतदाता शपथ दिलाई।इसके बाद स्वयंसेवकों ने जमौली दलित बस्ती में कार्यक्रम अधिकारी डॉ इन्द्र बहादुर सिंह एवं डॉ आलोक प्रताप सिंह के साथ मतदाता जागरूकता रैली निकाली और घर- घर जाकर लोगों को अधिक से अधिक मतदान के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर डॉ रमेश चंद्र सिंह,डॉ रणजीत कुमार पांडेय, डॉ अरविंद कुमार सिंह, डॉ लक्ष्मण सिंह ,डॉ अवधेश कुमार मिश्र,डॉ वंदना तिवारी,डॉ पंकज सिंह, डॉ अविनाश वर्मा,डॉ लालमणि प्रजापति,डॉ. संदीप सिंह,डॉ सत्य प्रकाश सिंह,बिंद प्रताप सिंह,,अखिलेश सिंह, गं

चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी नदीम जावेद की तबीयत हुई खराब,जांच के लिए पहुंचे मेदान्ता

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जौनपुर। सदर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व विधायक नदीम जावेद का आज चुनाव प्रचार के दौरान हालत बिगड़ गयी। उन्हे इलाज के लिए डा0 बीएस उपाध्याय के पास ले जाया गया। करीब दो घंटे के इलाज के बाद उन्हे आराम हो गया। लेकिन एहतेयात के तौर पर एयर एंबुलेंस से दिल्ली ले जाया गया है। यह जानकारी उनके करीबी व कांग्रेस नेता सत्यवीर सिंह ने दिया है।  उन्होने बताया कि आज केंद्रीय चुनाव कार्यालय का उद्घाटन होना था इसी बीच हमारे कार्यकर्ता अश्वनी सिंह को पुलिस पकड़कर कोतवाली ले गयी। इसकी जानकारी होने पर नदीम जावेद खुद कोतवाली पहुंच कर अश्वनी को छुड़ाने के बाद कोतवाली से वापस आने के बाद उनके पेट में तेज दर्द उठा। हम लोग उन्हे डा0 बीएस उपाध्याय के पास ले गये। डाक्टर ने दवा इलाज करने के बाद दो घंटे आराम करने का सलाह दिया। आराम होने पर एहतेयात के तौर उनका चेकअप कराने के लिए एयर एबुेंस से मेदान्ता हास्पिटल ले जाया जाया गया है। हलांकि उनकी हालत खतरे से बाहर बतायी जा रही है। 26 फरवरी को जनता के बीच चुनाव समर में होने की प्रबल सम्भावना जतायी जा रही है। 

आजादी के बाद से अब तक जानें कौन चार प्रत्याशी ही अपने दम पर चुनाव जीते

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जौनपुर। लोकतंत्र के इतिहास में आजादी के बाद प्रदेश में 17 बार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। जनपद जौनपुर के विधान सभा क्षेत्रो से अभी तक चार लोग निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीतने में कामयाब रहे हैं। हर बार चुनाव में तमाम निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी जंग  में आते हैं लेकिन उनको जनता वोट काटवा बना देती है। इस बार भी नौ विधानसभा सीटों पर 121 निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी समर में हैं। यहां बता दे कि वर्ष 1952 में पहले विधानसभा चुनाव में जनपद में 11 सीटें थी। तब सभी सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी जीते थे, लेकिन 1957 में जीत की संख्या दस हो गई। इस चुनाव में भी कांग्रेस मजबूती से लड़ी, लेकिन दो सीट हार गई। जिसमें जौनपुर से राजा यादवेंद्र दत्त दूबे जनसंघ के टिकट से जीते वहीं खुटहन विधानसभा से कुंवर श्रीपाल सिंह ने निर्दलीय चुनाव जीता था। उन्होंने कांग्रेस के विधायक लक्ष्मीशंकर यादव को हराया था। इसके बाद 1967 में दूसरी बार रारी से निर्दल प्रत्याशी राज बहादुर यादव ने चुनाव जीता था। उन्होंने कांग्रेस के दीप नारायण वर्मा को हराया था। इस चुनाव के लगभग 22 साल बाद सन् 89 में जौनपुर सदर वि

जब-जब धर्म की हानि होती है, तब भक्तों के कल्याण हेतु भगवान अवतार लेते हैं: डॉ रजनीकांत द्विवेदी

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जौनपुर। श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के चौथे दिन का आरंभ पंडित आनंद मिश्रा जी के मार्गदर्शन में वैदिक मंत्रोच्चारण और भगवान श्री बालकृष्ण का अभिषेक डॉ रजनीश श्रीवास्तव एवं डॉ स्मिता श्रीवास्तव ने गाय के दूध से किया तत्पश्चात भगवान को पंचामृत का स्थान करा विधिवत पूजन अर्चन सिंगार करके प्रभु के नाम जयकारे से प्रारंभ हुआ। काशी से आए पुरोहितों के मंत्रोच्चारण की ध्वनि से क्षेत्र गूंज उठा। चौथे दिन कथा व्यास डॉ रजनीकांत द्विवेदी जी ने गजेंद्र मोक्ष और वामन अवतार की कथा के साथ-ही-साथ श्री राम जन्मोत्सव और श्री कृष्ण जन्मोत्सव की कथा सुनाई। इस मौके पर भगवान श्री कृष्ण की जीवंत झाकियां सजाई गई, जिसे देखकर श्रद्धालु अभिभूत हो उठे। डॉ रजनीकांत द्विवेदी जी महराज ने कथा की मीमांसा करते हुए कहा कि नंदोत्सव अर्थात श्री कृष्ण जन्म से पहले नवम स्कंध के  अंतर्गत राम कथा के महत्व को बताया और  भागवत में श्रीकृष्ण जन्म से पहले राम कथा के महत्व वर्णन करते हुए बताया कि जब तक हमारा जीवन  भगवान राम की तरह नहीं रहेगा तब तक श्री कृष्ण कथा हमें समझ में नही आयेगी। कथा व्यास जी  ने कहा कि भागवत

मल्हनी विधानसभा में त्रिकोणीय जंग, जानें क्यों टिकी है सभी की निगाहें, वोटो की खरीद फरोख्त से जिम्मेदार बेखबर

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जौनपुर। विधान सभा के सातवें और अंतिम चरण के लिए हो रहे चुनाव के लिए जनपद के मल्हनी विधान सभा की सीट पर बाहुबली को चुनाव मैदान में होने से यह विधान सभा अति संवेदनशील की श्रेणी में पहुंच गयी है वहीं पर भाजपा ने जिले के अति सम्मानित जनसंघ के जमाने से राजनैतिक परिवार के सदस्य को अपना प्रत्याशी बनाकर चुनाव मैदान में उतारकर लड़ाई को त्रिकोणीय संघर्षात्मक बना दिया है। सपा अपने वोट बैंक के आधार पर पूरी ताकत लड़ रही है। वहीं पर इस विधान सभा में बसपा के वोट बैंक पर सभी प्रत्याशियों की नजरें टिक गयी है। मल्हनी विधान सभा से सपा प्रत्याशी के रूप वर्तमान विधायक लकी यादव पुत्र स्व पारसनाथ यादव चुनाव मैदान में है। यहां बता दें कि इस विधान सभा का गठन 2012 में परिसीमन के बाद हुआ है तभी से यह विधान सभा यादव बाहुल्य सीट हो गयी और यहां पर लगातार सपा का कब्जा रहा मल्हनी के पहले विधायक पारसनाथ यादव रहे और सरकार में मंत्री बने थे। दूसरे विधायक 2017 में पारसनाथ यादव धनंजय सिंह को हराकर विधायक बने थे। उनके निधन के बाद उप चुनाव में तीसरे विधायक पारसनाथ यादव के पुत्र 2020 में लकी यादव सपा से विधायक

जेल में बवाल: बंदी की मौत के बाद भड़के कैदियों ने मचाया उत्पात, कई थानों की फोर्स पहुंची

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जनपद वाराणसी के चौकाघाट स्थित जिला जेल में आज शुक्रवार की सुबह बंदी की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत होने की खबर से क्षुब्ध बंदियों और कैदियों ने जमकर बवाल किया। जेल में हंगामे की सूचना पर कई थानों की फोर्स पहुंच गई। जेल डीआईजी सहित तमाम बड़े अधिकारी जिला जेल पहुंचे। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। बंदियों द्वारा पथराव की खबर है। जेल अस्पताल के एम्बुलेंस समेत कई वाहनों में तोड़फोड़ की गई है। किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।  वाराणसी जिला जेल की चहारदीवारी के भीतर का माहौल अचानक अशांत हो उठा।  बताया जा रहा है कि शुक्रवार तड़के जिला जेल में 56 वर्षीय बंदी राकेश को दिल का दौरा पड़ा। उसे उपचार के लिए कबीरचौरा अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सुरक्षाकर्मियों के साथ नोकझोंक और दुर्व्यवहार बंदी की मौत की सूचना पर जेल के अन्य बंदियों ने तोड़फोड़ शुरू कर दिया। इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर जेल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। हंगामा कर रहे बंदियों को शांत कराने गए सुरक्षाकर्मियों के साथ नोकझोंक और दुर्व्यवहार के बाद आनन-फानन में पगली घंटी बजाई गई।

दो देशो के युद्ध में जानें कहां फंसे है पूर्वांचल के 21 बच्चे, पढ़े खबर

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रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पूर्वांचल के भी 21 छात्र यूक्रेन में फंस गए हैं। इनमें वाराणसी और जौनपुर के सात-सात, आजमगढ़ और भदोही के छह-छह छात्र-छात्राएं और गाजीपुर के एक छात्र के यूक्रेन में होने की जानकारी मिली है। सभी वहां एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। छात्रों ने सोशल मीडिया के जरिए भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है। बच्चों की हर पल की खबर जानने के लिए परिजन भारतीय दूतावास से संपर्क बनाए हैं। आजमगढ़ के जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के खतीबपुर निवासी रेनू यादव यूक्रेन में एमबीबीएस की छात्रा है। उसने एक वीडियो जारी कर वहां के हालात के संबंध में जानकारी साझा कर बताया कि सड़कों पर सेना का कब्जा हो चुका है। दुकानों पर जरूरी सामानों की खरीदारी के लिए लंबी लाइन लग रही है। एंबेसी द्वारा उनकी जिम्मेदारी लेने से इंकार कर दिया गया है। वहीं तहबरपुर थाना क्षेत्र के सोफीपुर नवासी गिरजेश यादव के दो बेटे अमित व अवनीश यूक्रेन में एमबीबीएस मेडिसिन की पढ़ाई कर रहे हैं। इसी तरह नगर क्षेत्र निवासी विनीत विश्वकर्मा, सरायमीर की श्रेया यादव और हीरापट्टी निवासी उज्ज्वल श्रीवास्तव भी यूक्रेन में फंसे हैं।

रूस-युक्रेन युद्ध की आंच पूर्वांचल के उद्योग जगत पर, जानें क्या है असर

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रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध की स्थिति बनने के साथ ही पूर्वांचल के उद्योगों को 200 करेाड़ रुपये का झटका लग गया है। तनाव की स्थिति के चलते पिछले 15 दिन से ज्यादा समय से आर्डर रूके थे और युद्ध की घोषणा के साथ ही आर्डर कैंसल होने शुरू हो गए है। ऐसे में यहां के कारपेट, वाल हैंगिग, दरी, बनारसी साड़ी, हैंडीक्राफ्ट, गुलाबी मीनाकारी, लकड़ी के खिलौने आदि अमेरिका, रुस सहित अन्य देशों में भेजे जाते हैं। पूर्वांचल एक्सपोर्ट संघ के पूर्व अध्यक्ष राजीव अग्रवाल का कहना है कि युद्ध शुरू होने के साथ ही डालर और आयल की कीमतों पर असर दिखने लगा है। ज्यादातर निर्यात के आर्डर रोक दिए गए हैं और 25 फीसदी से ज्यादा आर्डर कैंसल होने की आशंका है। फरवरी और मार्च ही निर्यात के आर्डर का मुख्य समय होता है। पूर्वांचल एक्सपोर्ट संघ के पूर्व अध्यक्ष जुनैद खान ने बताया कि करीब 200 करोड़ के आर्डर रद्द हो गया हैं। इस युद्ध का कई देशों पर असर पड़ेगा।