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Showing posts from November 26, 2020

लाश मिलने से इलाके में सनसनी,परिवार के लोग जता रहे हैं हत्या की आशंका

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  जौनपुर। जनपद के थाना सुरेरी क्षेत्र स्थित ग्राम करौदी कला में घर लगभग सौ मीटर की दूरी पर ग्रामवासी विनय प्रताप सिंह पुत्र स्व बोध नरायन सिंह उम्र लगभग 54 साल की लाश मिलने से गांव में सनसनी व्याप्त है। परिजन हत्या की आशंका जता रहे हैं तो पुलिस अभी हत्या मानने को तैयार नहीं है क्योंकि पुलिस उप अधीक्षक मड़ियाहूं ने अपने बयान में कहा है कि मृतक के शरीर पर किसी तरह की कोई चोट का निशान नहीं है।  अब यहाँ पर सवाल यह उठता है कि अगर सीओ की बात सही है तो विनय प्रताप के मौत का कारण क्या है इसका खुलासा पुलिस ने नहीं किया। कब तक खुलासा होगा यह तो भविष्य के गर्भ में है लेकिन पुलिस मामले के छान बीन की बात कर रही है।  यहाँ बतादे कि बीती रात को लगभग 8 बजे विनय प्रताप सिंह सब्जी लेकर घर गया और सब्जी देकर बाजार जाने की बात करके घर से निकला फिर पूरी रात नहीं आया परिजन रात में काफी खोज बीन किये। आज सुबह उसकी लाश घर से सौ मीटर की दूरी पर खेत में मिली। परिजन हत्या की आशंका जता रहे हैं। हत्यारा कौन हो सकता है यह अभी अंधेरे में है। जो भी हो लेकिन अगर परिवार की बात सही है तो इस घटना ने एक बार फिर कानून पर प्रश

गाँधी जी के राम राज्य में गणतंत्र की आत्मा बसती है - प्रो निर्मला एस मौर्य

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जौनपुर। जनता की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक गतिविधियों में सक्रियता ,उसकी भागीदारी तथा अधिकारों एवं कर्तव्यों के प्रति जागरूकता ही स्वस्थ एवं मजबूत गणतंत्र का मंत्र है। हमारे संविधान ने सामाजिक ,आर्थिक राजनीतिक न्याय की स्थापना और समाज के अंतिम व्यक्ति को भी गरिमा पूर्ण जीवन जीने के लिए पर्याप्त उपबंध किए हैं। इसीलिए संविधान दिवस पर हम सबको अपने संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और विश्वास जगाने और संविधान निर्माताओं के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का काम करना चाहिए। उक्त बातें राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी ने बतौर मुख्य अतिथि वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय द्वारा संविधान दिवस पर आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार में कहीं। पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस मौर्य ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि गांधी के राम राज्य में ही गणतंत्र की आत्मा बसती है। समाज जब धनिक और शोषित में वर्गीय हो जाता है तो वहीं से लोक साहित्य जन्म लेता है। हमारे संविधान निर्माताओं ने एक ऐसा संविधान बनाकर हम सबको दिया है जिसे पूरी तरीके से यदि लागू कर दिया जाए तो निश्चित तौर से

स्नातक चुनावः शाहगंज में विद्या सागर सोनकर, बक्शा में रमेश मिश्रा ने भाजपा के लिए मांगा वोट

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 जौनपुर।  स्नातक चुनाव को लेकर भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी केदारनाथ सिंह के पक्ष में मतदान के लिए मतदाताओ को सम्बोधित करते हुए सोधी ब्लॉक पर विधान परिषद सदस्य विद्यासागर सोनकर ने मतदाताओं को स्नातक चुनाव प्रक्रिया की बारीकियों से सबको अवगत कराया और भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान की अपील किया । बक्शा ब्लॉक पर बदलापुर के विधायक रमेश चन्द्र मिश्रा ने मतदाताओं के साथ बैठक किया।  उन्होंने मतदाताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप लोग केदारनाथ सिंह को प्रथम वरीयता का वोट देकर भारी मतों से बिजई बनाये, चुनाव में वोट देते हुये कोई त्रुटि ना हो इसके लिये उन्होंने मतदाताओ को वोट देने की प्रक्रिया बताई। उक्त अवसर पर ओम प्रकाश जयसवाल, विनय सिंह, धर्मेंद्र मिश्रा, सुनील अग्रहरि, भूपेश सिंह, बलबीर गौड़ आदि सम्मानित मतदाता उपस्थित रहें।

सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ हड़ताल से जिले में अरबों रुपये का लेन देन प्रभावित

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  जौनपुर।  केंद्र सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ आज केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और बैंक कर्मियों से जुड़ी यूनियनों द्वारा हड़ताल के आह्वान पर यहाँ जनपद में सम्बंधित ट्रेड यूनिटों के कर्मचारियों ने हड़ताल करते हुए पूरे दिन काम काज बन्द रखा। हड़ताल का असर बैंकों, बीएसएनल, आयकर कार्यालय सहित केंद्र सरकार के अन्य कार्यालयों पर स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ा है । सरकारी अर्ध सरकारी कर्मचारियों के अलावां कम्युनिस्ट संगठन भी इस हड़ताल में शामिल रहे है। हड़ताली कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में कार्यालयों के सामने धरना प्रदर्शन और नारेबाजी की । भारतीय मजदूर संघ को छोड़कर 10 केंद्रीय श्रमिक संघों ने केंद्र सरकार की विभिन्न नीतियों के खिलाफ इस हड़ताल का आह्वान किया था। अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए), अखिल भारतीय बैंक अधिकारी संख्या (एआईबीओए) और भारतीय बैंक कर्मचारी महासंघ भी हड़ताल में शामिल रहे । हड़ताल के इस क्रम में पोस्ट आफिस के कर्मचारी अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ के बैनर तले मुख्य डाक घर के बाहर जम कर प्रदर्शन किया और सरकार के उपर श्रम विरोधी नीतियों को लागू करने

गाइड लाइन का किया उल्लंघन तो होगा दर्ज मुकदमा

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कोरोना के इस संक्रमण काल में इस समय  शादियों का सीजन चल रहा हैं। शादी-विवाह में भीड़ होना लाजमी हैं। इस महामारी की आहट दोबारा सुनाई देने लगी है। जिसकी वजह से सरकार ने फिर से के शादियों में कई प्रतिबंध लगा दिए है। सरकार ने नई गाइडलाइन जारी कर दी है। इस गाइडलाइन के मुताबित शादी-समारोहों, सभी सामूहिक आयोजनों में लोगों के शामिल होने की संख्या सीमित कर दी है। जिसमे 200 लोग ही शामिल हो सकेंगे। राज्य सरकार ने निर्देश जारी किया हैं की मेहमानों की संख्या को अपने हिसाब से 100 या इससे और कम भी हो सकती हैं। दिल्ली में कोरोना से हाहाकार मचा रहे है। वहीं दिल्ली सरकार ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देख शादी समारोह आने वाले मेहमानों की संख्या 50 करने का फैसला लिया है। इनमें मेहमानों के अलावा फोटोग्राफर, वीडियोग्राफर भी शामिल हैं। केवल केटरिंग वालों को 100 में नहीं गिना जाएगा। इस फैसले ने बहुत से ऐसे लोगों को मायूस कर दिया है जिनकी हाल ही में शादी होने वाली है। शादियों में आये अतिथियों की संख्या पर नजर रखने के लिए हर शहरों के लिए अलग-अलग टीम को तैनात किया गया है। शादी- समारो

महान गोभक्त लाला हरदेव सहाय का मनाया गया 128 वाँ जन्मदिन

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  जौनपुर ।  जौनपुर जिले सरावां गांव में स्थित शहीद लाल बहादुर गुप्त स्मारक पर आज हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी और लक्षमीबाई ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने  गोरक्षा आन्दोलन के सेनापति लाला हरदेवसहाय का 128 वाँ जन्मदिन मनाया ।     इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने शहीद स्मारक पर मोमबत्ती व अगरबत्ती जलाया और उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला । शहीद स्मारक पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए लक्षमीबाई ब्रिगेड की अध्यक्ष मंजीत कौर ने कहा कि गोरक्षा सेनानी लाला हरदेव सहाय का जन्म 26 नवम्बर, 1892 को ग्राम सातरोड़ (जिला हिसार, हरियाणा) में एक बड़े साहूकार लाला मुसद्दीलाल के घर हुआ था। संस्कृत प्रेमी होने के कारण उन्होंने बचपन में ही वेद, उपनिषद, पुराण आदि ग्रन्थ पढ़ डाले थे। उन्होंने स्वदेशी व्रत धारण किया था। अतः आजीवन हाथ से बुने सूती वस्त्र ही पहने।  सुश्री कौर ने कहा कि लाला जी ने प्रतिज्ञा की थी कि जब तक देश में पूरी तरह गोहत्या बन्द नहीं हो जायेगी, तब तक मैं चारपाई पर नहीं सोऊंगा तथा पगड़ी नहीं पहनूंगा । उन्होंने आजीवन इस प्रतिज्ञा को निभाया। उन्होंने गाय की उपयोगिता बतान

70 साल बाद सवालःक्या आज भी हमारा संविधान उतना ही प्रासंगिक है या राजनैतिक बेड़ियों में जकड़ा है

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आज देश मना रहा है 70 वां संविधान दिवस, कपिल देव मौर्य की विशेष रिपोर्ट आज समूचा देश 26 नवंबर के दिन अपना संविधान दिवस मना रहा है और इसकी शुरूआत 2015 से हुई क्योंकि ये वर्ष संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर के जन्म के 125वें साल के रूप में मनाया गया था। आज संविधान को अंगीकृत किये हुए देश को 70 वर्ष का समय हो गया है लेकिन मौजूदा समय में सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि क्या आज भी हमारा संविधान उतना ही प्रासंगिक है या फिर राजनीतिक बेड़ियों में जकड़ कर नेताओ द्वारा अपने हिसाब से प्रयोग किया जा रहा है क्योंकि किसी को भी देशहित नही दिख रहा है सबके सब अपने राजनैतिक हितों की पूर्ति में लगे दिखाई देते हैं । आपको बता दें कि 26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान सभा द्वारा इस संविधान को अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 को इसे एक लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू किया गया था। 26 नवंबर का दिन संविधान के महत्व का प्रसार करने लिए चुना गया था। सबसे खास बात यह है कि विश्व में भारत का संविधान सबसे बड़ा है, इसमें 448 अनुच्छेद, 12 अनुसूचियाऔर 94 संसोधन शामिल हैं। गौरतलब हो कि , 29 अगस्त 1947 को भारत के

किसान आन्दोलन रोकने के लिए सरकार ने दिल्ली की सीमाओं को किया सील

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 केंद्र सरकार द्वारा लाये गये किसान कानून के खिलाफ देश की राजधानी दिल्ली में आज पंजाब और हरियाणा सहित देश के कई प्रान्तों  से बड़ी संख्या में किसान दिल्ली पहुंच रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले हजारों किसान आज दिल्ली में प्रदर्शन करेंगे। इसी बीच आंदोलनकारी किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए पुलिस जुट गई है। यहां तक कि दिल्ली की सीमाओं को सील किसानों के लिए सील कर दिया गया है। राजधानी दिल्ली में किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली-हरियाणा सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके अलावा इधर हरियाणा ने भी पंजाब से लगती सीमा को सील कर दिया है। अंबाला में किसानों पर पानी की बौछार की गई, फिर भी किसानों का काफिला आगे बढ़ गया है। हालांकि बड़ी संख्या में और भी किसान दिल्ली कूच करने को तैयार हैं। इसे देखते हुए हरियाणा सरकार ने कहा है कि पंजाब से लगने वाली सीमा 2 दिनों के लिए सील रहेगी। किसानों के आंदोलन के चलते दिल्ली में मेट्रो सेवा पर भी असर पड़ा है। पड़ोसी राज्यों से आने वाले मेट्रो रूट पर दोपहर 2 बजे तक मेट्रो सेवा बंद रहेगी। इस अवधि के