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Showing posts from May 12, 2022

जौनपुर में शादी का झांसा देकर किशोरी से दुष्कर्म, मुकदमा दर्ज पुलिस जांच में जुटी

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जौनपुर। जनपद के थाना बदलापुर कोतवाली क्षेत्र स्थित एक गांव में युवती से शादी का झांसा देकर दुराचार करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने यह कार्रवाई पीड़िता के मां की तहरीर पर की है। पीडि़ता की मां ने थाने में तहरीर दी और आरोप लगाया कि उसके 18 वर्षीया पुत्री को बेलावा गांव निवासी धर्मेंद्र चौहान उर्फ धनी पुत्र महेंद्र ने बहला फुसला लिया। शादी का झांसा देकर 7 मई को रात में उसके साथ दुराचार किया। विरोध करने और परिवार के लोगों से घटना की जानकारी देने पर गालीगलौज देते हुए जान से मारने की धमकी भी दी। पुलिस ने आरोपी धर्मेंद्र के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन में जुट गई है। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक योगेंद्र सिंह ने बताया कि पीडि़ता की मां की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साथ ही आगे की कार्रवाई की जा रही है।

विद्यार्थी अपनी स्किल्स पर ध्यान दें : कुलपति प्रो निर्मला एस मौर्य

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पीयू के 6 विद्यार्थियों को मिला जॉब आफर तीन चरणों में हुई परीक्षा में हुआ विद्यार्थियों का चयन जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के केंद्रीय ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल की ओर  से 6 विद्यार्थियों का चयन विभिन्न कंपनियों में किया गया है। गुरुवार को कुलपति प्रो.निर्मला एस. मौर्य की उपस्थिति में उन्हें जॉब ऑफर का पत्र दिया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि विद्यार्थियों को अपनी स्किल्स पर ध्यान देना चाहिए। बीसीए और इंजीनियरिंग में प्रैक्टिकल पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है, इसी से बच्चे को प्लेसमेंट में मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को इंटरव्यू फेस करने का तरीका भी सिखाना शिक्षक की ही जिम्मेदारी है।  केंद्रीय ट्रेनिंग और प्लेसमेंट सेल के समन्वयक डॉ संदीप कुमार सिंह ने चयनित छात्रों को बधाई दी और कहा कि वह पूरी मेहनत और ईमानदारी से काम करें ताकि विश्वविद्यालय का नाम रोशन हो सके। इससे विश्वविद्यालय के अगले सत्र के बच्चों को आप की छवि का लाभ मिलेगा। टेक्नोब्रेन इन्फोटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के एमडी राज केशर यादव औ

निराश्रित/बेसहारा गोवंश को संरक्षित करने के लिए डीएम जौनपुर की यह है अपील

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जौनपुर ।प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में चलाई जा रही उत्तर प्रदेश शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता की योजनाओं में से निराश्रित/बेसहारा गोवंश को संरक्षित करने के उद्देश्य से जनपद में गोवंश आश्रय स्थलों का संचालन किया जा रहा है। संचालित सभी गोवंश आश्रय स्थलों पर गोवंश को मानकों के अनुरूप भूसा एवं हरा चारा उपलब्ध हो सके। इस उद्देश्य से जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा को मूर्त रूप प्रदान करने के उद्देश्य से जनप्रतिनिधियों, जनपदवासियों, कृषको, पशुपालकों से आह्वान करते हुए कहा है कि जनपद में गोवंश आश्रय स्थलों का संचालन किया जा रहा है, जिनमें जनपद के निराश्रित, बेसहारा गोवंशों को संरक्षित कराया जा रहा है। समस्त गोवंश आश्रय स्थलों पर संरक्षित गोवंश के भरण पोषण के लिए पर्याप्त भूसा एवं हरे चारे की आवश्कता है। इस समय गेहूं की फसल का कटान किया जा चुका है तथा सभी कृषकों के पास पर्याप्त मात्रा में भूसा उपलब्ध होने की सम्भावना है। जिलाधिकारी ने समस्त जनपदवासियों से अपील करते हुए कहा है कि शासन की महत्वाकांक्षी योजना के अ

यूपी के सरकारी विभागों में 36 हजार रिक्त पदो पर भर्ती की प्रक्रिया तेज, जानें क्या है आदेश

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योगी सरकार सरकारी विभागों में रिक्त पदों पर चयन प्रक्रिया तेज करने में जुट गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव से सभी आयोगों की 100 दिन में लक्ष्य के अनुरूप भर्ती रिपोर्ट तलब की है। साथ ही लंबे समय से एक ही जगह पर जमे कार्मिकों को दूसरी जगह तैनात करने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने बुधवार को लोक भवन में उच्च स्तरीय बैठक में कहा कि पिछले दिनों उच्चतर सेवा शिक्षा चयन आयोग, उप्र. लोक सेवा आयोग, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, पुलिस भर्ती बोर्ड सहित अन्य चयन आयोगों की समीक्षा बैठक में चयन प्रक्रिया में तेजी लाने को कहा गया था। सरकार चाहती है कि विभागीय रिक्तियां जल्द भरी जाएं। कहा कि समयबद्ध चयन प्रक्रिया के लिए समय से आयोगों को प्रस्ताव भेजने के लिए ऑनलाइन पोर्टल की व्यवस्था की जाए। साथ ही दोहराया कि सरकारी नौकरियाें में किसी तरह का भ्रष्टाचार स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने विभागों के सीधी भर्ती के सभी कर्मचारियों के लिए अनिवार्य रूप से इंडक्शन ट्रेनिंग व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए। कहा कि हर प्रशासनिक विभाग इंडक्शन ट्रेनिंग माड्यूल व वार्षिक प्रशिक्षण

सीएम की बड़ी कार्यवाई: डीजीपी पर गिरी गाज जानें कौन बन सकता है यूपी का नया डीजीपी

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उत्तर प्रदेश के डीजीपी मुकुल गोयल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाराजगी भारी पड़ गई। शासकीय कार्यों की अवहेलना, विभागीय कार्यों में रुचि न लेने और अकर्मण्यता के चलते उन्हें डीजीपी के पद से हटाकर नागरिक सुरक्षा का डीजी बनाया गया है। गोयल का सेवाकाल फरवरी 2024 तक है। वहीं, शासन की इस कार्रवाई के पीछे हाल के दिनों की घटनाएं बड़ी वजह मानी जा रही हैं। शासन ने एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार को फिलहाल डीजीपी का कार्यभार सौंपा दिया है। गोयल को पिछले साल एक जुलाई को तत्कालीन डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी की सेवानिवृत्ति के बाद डीजीपी बनाया गया था। वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस लौटे थेे। शुरू से ही उनका कार्यकाल विवादों से घिरा रहा। लखनऊ में एक इंस्पेक्टर को हटाए जाने को गोयल ने प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया था, लेकिन वह इंस्पेक्टर को नहीं हटवा पाए। यह मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचा था। मुख्यमंत्री योगी ने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग तक में कहा था कि जिलों में थानेदारों की तैनाती के लिए मुख्यालय स्तर से दबाव न बनाया जाए। उसके बाद मुख्यमंत्री ने कई

जौनपुर में 9541 अपात्र लोग ले रहे है किसान सम्मान निधि, वापस करें अन्यथा होगी कार्रवाई

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जौनपुर । उप कृषि निदेशक ने अवगत कराया है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजनान्तर्गत प्रति वर्ष तीन किस्तों में दो-दो हजार रुपये कि धनराशि पात्र कृषकों को प्राप्त होती है। वर्तमान में जनपद के कुल 756451 कृषक योजना का लाभ प्राप्त कर रहे है। परन्तु इनमें से 9541 व्यक्ति ऐसे चिन्हित किये गये है, जो इनकम टैक्स पेयी है एवं योजना के अन्तर्गत अपात्र की श्रेणी में आते है, इसके अतिरिक्त अन्य कृषक जो भूमिहीन है वह भी योजना के अन्तर्गत अपात्र है जबकि उन्हें भी योजना का लाभ मिल रहा है। ऐसे कृषकों को चिन्हित करके उनसे प्राप्त धनराशि की वसूली की कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गयी है। इसके अतिरिक्त जो किसान मृतक हो चुके है उनके खाते बन्द न होने के कारण उन्हें भी योजना का लाभ मिल रहा है। मृतक किसान का भी ग्रामवार सर्वे का कार्य चल रहा है इनके भी आश्रित परिवार से सम्पर्क करके मृत्यु के उपरान्त प्राप्त धनराशि कि भी वसूली की कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गयी है।  जो कृषक उक्त की श्रेणी में आते है, वे निम्न विवरण के अनुसार दिये गये खाते में स्वयं भी धनराशि वापस करके यू0टी0आर0 नं0 सम्बन्धित बैंक से प्र