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Showing posts from September 5, 2024

जानिए कौन है फकीर सिंह जिनकी तेरहवीं 204 साल बाद होने जा रही है

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आजमगढ़ जिले के बरदह क्षेत्र के गोड़हरा गांव में एक अजब मामला प्रकाश में आया है। गांव के एक व्यक्ति द्वारा 204 साल बाद अपने एक पूर्वज का तेरहवीं करने का निर्णय लिया गया है। जिन्हें 1820 में बरतानिया हुकूमत के खिलाफ बगावत करने पर अंग्रेजों ने मारकर जंगल में एक पेड़ से बांधकर छोड़ दिया था। जंगली जानवरों ने उन्हें अपना निवाला बना लिया था। बताते हैं कि गोड़हरा गांव निवासी फकीर सिंह ने 1820 में अंग्रेजों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। वरतानिया हुकूमत के खिलाफ बगावत के चलते अंग्रेजों ने सन 1820 में उनको पकड़ने के बाद ऐसी सजा सुनाई कि लोगों की रूह कांप गई थी। गांव के बड़े बुजुर्ग बताते हैं कि अंग्रेजों ने फकीर सिंह को मारने के बाद जंगल में पेड़ से बांधकर छोड़ दिया था। जिन्हें जंगली जानवरों ने अपना निवाला बना लिया था। जिसके कारण उनका न तो दाह संस्कार हो पाया था और न ही क्रिया कर्म ही घर वाले कर पाए थे। घर के बड़े बुजुर्गों से यह बातें लोग सुनते चले आ रहे हैं। अब उनकी आठवीं पीढ़ी के प्रमोद सिंह ने 204 साल बाद स्वर्गीय फकीर सिंह की तेरहवीं और अन्य क्रिया कर्म करने का निर्णय लिया है। परि

दीक्षांत तैयारी बैठक में कुलपति ने संयोजकों के साथ की समीक्षा

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जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के 28 वें दीक्षांत समारोह का आयोजन 22 सितंबर को होगा। इस संबंध में गुरुवार को कुलपति सभागार में कुलपति प्रो वंदना सिंह की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक हुई । कुलपति ने समिति के संयोजकों से बिन्दुवार प्रगति की जानकारी ली। कुलसचिव ने राजभवन द्वारा प्रेषित निर्देशों के बारे में संयोजकों को जानकारी दी।   विश्वविद्यालय में  दीक्षांत समारोह के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए 51 समितियों का गठन किया गया है।   कुलपति ने कहा कि दीक्षांत की तैयारी के संबंध में सभी निर्देशों का  प्राथमिकता के साथ पालन किया जाय। सभी संयोजक अपनी टीम के साथ लग जाएं। संचालन कुलसचिव महेंद्र कुमार ने किया।इस अवसर पर  वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, उपकुलसचिव अमृतलाल, दीपक कुमार सिंह, बबिता सिंह,अजीत प्रताप सिंह,समस्त प्रशासनिक अधिकारी सहित कमेटी के संयोजक उपस्थित रहे।

बाबू जगदेव प्रसाद कुशवाहा जीवन पर्यंत पीडीए समाज के लिए लड़ते हुए हो गए शहीद:-राकेश मौर्य

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जौनपुर। ज़िला समाजवादी पार्टी के तत्वाधान में ज़िला अध्यक्ष राकेश मौर्य की अध्यक्षता में भारत लेनिन महान क्रांतिकारी नेता स्व. बाबू जगदेव प्रसाद कुशवाहा की 50 वीं पुण्यतिथि पर गोष्ठी आयोजित कर उनके जीवन और विचारों पर चर्चा की गई। सर्वप्रथम उपस्थित सपाजनों ने बाबू जगदेव प्रसाद कुशवाहा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की।तत्पश्चात गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे जिलाध्यक्ष राकेश मौर्य ने कहा कि बाबू जगदेव प्रसाद कुशवाहा जैसी शख्शियतें विरले ही पैदा होती है जो अपने संघर्षों से इतिहास लिखने का काम करते हैं।जिलाध्यक्ष ने कहा कि  बाबू जगदेव प्रसाद ने शोषितों वंचितों पीड़ितों पीडीए समाज के हक अधिकार की लड़ाई मजबूती से लड़ते हुए शहीद हो गए। उन्होंने मैला ढोने की कुप्रथा सहित कई अन्य सामंती कुप्रथा को अपने संघर्ष से समाप्त कराया।आज उन्ही विचारधारा को पीडीए विचारधारा के तहत समाजवादी पार्टी और हमसबके नेता अखिलेश यादव जी आगे बढ़ा रहे है।बाबू जगदेव प्रसाद कुशवाहा की विचारों पर ही चलकर हम 2027 की लड़ाई जितने में सफल होंगे।ऐसे महामानव को मैं अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं

जनपद में सरकारी और गैर सरकारी संस्थानो पर मनाया गया शिक्षक दिवस, सम्मानित किए गये शिक्षकगण

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जौनपुर। स्वतंत्र भारत के दूसरे राष्ट्रपति और पहले उप-राष्ट्रपित डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती को शिक्षक दिवस के रूप में सरकारी और गैर सरकारी स्तर पर मनाया गया।  इस अवसर पर शिक्षण कार्य में अनूठे और विशेष योगदान देने वाले बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित जनपद के परिषदीय,कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में कार्यरत 110 शिक्षक, 6 वार्डन 6 स्पेशल एजुकेटर, 2 पीएमश्री विद्यालय व 6 अन्य सहित कुल र 130 सम्मानित जनों  को  कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित प्रेक्षागृह में प्रशस्ति पत्र, अलंकरण देकर सम्मानित किया गया। इस पुरस्कार को देने का प्रमुख उद्देश्य शिक्षकों को अच्छे शिक्षण कार्य के लिए प्रोत्साहित करने के साथ ही बेहतर ढंग से समाज में शिक्षा की अलख जगाने के उनके प्रयासों को और प्रभावी बनाना है। मुख्य अतिथि एम एल सी बृजेश सिंह प्रिंसू ने देश के प्रथम उपराष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को शिक्षक दिवस मनाये जाने के बारे में बताया कि एक बार उनके छात्रों ने आदर सम्मान से उनसे पूछा कि क्या वह उन्हें उनके जन्मदिन पर कोई गिफ्ट दे सकते हैं और उनका जन्मदिन मना स

जौनपुर में पागल सियार ने आठ लोगो को काटा सभी का उपचार जारी

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जौनपुर। लासा गांव में विगत सोमवार रात पागल सियार ने आठ लोगो को घायल कर दिया। रात में सियार की तलाश में ग्रामीण जागते रहे। कुछ ही दूर पर गांव के पालतू कुत्तों ने सियार को मार गिराया। इस घटना से गांव में अभी भी दहशत का माहौल है। गांव में आधी रात ग्रामीणों के चीखने- चिल्लाने की आवाज से दहशत फैल गई। प्रधान पति सुनील कन्नौजिया सहित ग्रामीण इकट्ठा हुए तो पता चला गांव में पागल सियार ने आठ लोगों को काट कर घायल कर दिया है। इसपर सभी ग्रामीण एकजुट होकर लाठी डंडा लेकर पागल सियार की तलाश में निकल पड़े। तभी पता चला की गांव के पालतू कुत्तों ने सियार को मार डाला है, जिसके बाद सभी ने राहत की सांस ली। दूसरे दिन सुबह ग्रामीणों ने इस घटना की सूचना एसडीएम मछलीशहर शैलेंद्र कुमार को दिया। एसडीएम वन विभाग को घटना स्थल पर भेज कर सभी जख्मी ग्रामीणों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मछलीशहर में उपचार करवाने को कहा। घटना स्थल पर वन विभाग की टीम पहुंच कर पागल सियार को दफन किया।

समस्या का समाधान है कानून व्यवस्था नकली मुठभेड़ नहीं- अखिलेश यादव

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सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सुल्तानपुर में सराफा व्यापारी के यहां हुई दिनदहाड़े डकैती के आरोपी बदमाशों से पुलिस की मुठभेड़ पर कहा कि समस्या का समाधान असली कानून व्यवस्था है नकली एनकाउंटर नहीं। उन्होंने कहा कि भाजपा राज अपराधियों का अमृतकाल है।  उन्होंने एक्स पर कहा कि लगता है सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था, इसीलिए तो नकली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों पर सिर्फ दिखावटी गोली मारी गयी और ‘जात’ देखकर जान ली गयी। जब मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर दिया है तो लूट का सारा माल भी पूरा वापस होना चाहिए और सरकार को मुआवजा अलग से देना चाहिए क्योंकि ऐसी घटनाओं का जो मानसिक आघात होता है उससे उबरने में बहुत समय लगता है, जिससे व्यापार की हानि होती है, जिसकी क्षतिपूर्ति सरकार करे। नकली एनकाउंटर रक्षक को भक्षक बना देते हैं। समाधान नकली एनकाउंटर नहीं, असली कानून-व्यवस्था है। भाजपा राज अपराधियों का अमृतकाल है। जब तक जनता का दबाव व आक्रोश चरम सीमा पर नहीं पहुंच जाता है, तब तक

आखिरकार आईटीआई संस्थान में छात्रो का प्रवेश क्यों हुआ कम,जिम्मेदार है कौन

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जौनपुर। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सिद्दीकपुर में पहले से संचालित आईटीआई व टाटा कंपनी के द्वारा निर्मित आधुनिक वर्कशॉप में चल रहे ट्रेडों में छात्रों ने प्रवेश कम लिया है। जहां पर तीन काउंसलिंग पूरी होने के बाद अभी तक 40 फीसदी सीटें खाली रह गई हैं। लोगों का कहना है कि इन ट्रेडों में छात्र प्रवेश लेने में रुचि कम दिखा रहे हैं। राजकीय आईटीआई प्रशिक्षण संस्थान सिद्दीकपुर में 15 से ज्यादा ट्रेड संचालित होते हैं। इन ट्रेडों में प्रवेश की प्रक्रिया पिछले महीने शुरू हुई थी छात्रों को मेरिट के आधार पर प्रवेश मिल रहा है। आईटीआई परिसर में कुल 548 सीटों पर प्रवेश होना है, लेकिन दो काउंसलिंग हो जाने के बाद भी अभी 40 फीसदी सीट खाली हैं। युवाओं का रुझान अब औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रति कम होता नजर आ रहा है। दो सूची में आवंटन होने के बावजूद 60 फीसदी विद्यार्थियों ने ही राजकीय आईटीआई में प्रवेश लिया है। मंगलवार को दो सूची के प्रवेश की अंतिम तिथि बीत गई। संस्थान के अधिकारी तीसरी सूची जारी होने का इंतजार कर रहे हैं। राजकीय आईटीआई में तमाम ऐसे ट्रेड ऐसी हैं, जिनके लिए