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Showing posts from February 9, 2022

टीडी कॉलेज में हिजाब पहनकर गयी छात्रा को आखिर शिक्षक ने क्यों भगाया

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जौनपुर। टीडी पीजी कॉलेज में आज हिजाब का मुद्दा गरमा उठा है कालेज के शिक्षक प्रशांत त्रिवेदी ने छात्रा को हिजाब पहनकर आने पर  खूब डांटा और क्लास से निकाल दिया। आरोप है कि प्रोफेसर ने छात्रा से कहा, यह सब काम पागल करते हैं। बुर्के को उतारकर फेंक देना चाहिए। छात्रा के भाई ने मामले की शिकायत पुलिस से करने की बात कही है। उधर, कॉलेज के प्रिंसिपल  अपना फोन स्वीच आफ कर दिये है। लेकिन कर्नाटक से उठा हिजाब का मामला शिक्षक की करतूत से जौनपुर में भी तूल पकड़ने की प्रबल सम्भावना है।  खबर है कि तिलकधारी महाविद्यालय में शिक्षण रत जरीना बीए फाइनल ईयर की छात्रा है। जरीना के मुताबिक, बुधवार दोपहर 2 बजे वह क्लास में हिजाब पहन कर गई। वह सीट पर बैठने जा रही थी, तभी क्लास ले रहे प्रोफेसर प्रशांत त्रिवेदी ने उसे रोक लिया। छात्रा का आरोप है कि प्रशांत ने उससे कहा कि बार-बार मना करने पर भी वह इस तरह की ड्रेस क्यों पहनकर आती है? इस छात्रा ने कहा कि वह सिर ढकने के लिए हिजाब पहनती है। छात्रा ने आरोप लगाया कि इस पर प्रोफेसर प्रशांत भड़क गए। उसे डांटा और कहा कि यह सब काम पागल लोग करते हैं। ...

नामांकन के बाद गरजी पल्लवी बोली बेटा निकम्मा तो बहू को बाहर निकाल कर संभालनी है जिम्मेदारी

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यूपी विधान सभा के चुनाव में तमाम उठा पटक और नाराजगियों के बाद अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल ने अपना दल और सपा गठबंधन के साथ नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। कौशांबी की सिराथू विधानसभा सीट से उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ पल्लवी पटेल ने मंगलवार को नामांकन दाखिल कर दिया। चुनाव लड़ने से हिचकने वाली अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल ने सपा गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर अपना पर्चा दाखिल किया। पर्चा दाखिल करने के बाद पत्रकारों से बातचीत मे पल्लवी ने केशव मौर्य पर हमलावर होते हुये कहा कि अगर वह सिराथू के बेटा हैं तो मैं कौशांबी की बहू हूं और जब बेटा निकम्मा हो जाए तो बहू को बाहर निकलकर जिम्मेदारी संभालनी पड़ती है। उन्होंने अपनी प्राथमिकताओं का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे नेता पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सामाजिक परिवर्तन की लड़ाई लड़ रहे हैं, उनके नेतृत्व में इस लड़ाई को आगे बढ़ाने का काम करूंगी। इस बार हमारा गठबंधन प्रदेश की सत्ता से भाजपा को उखाड़ फेंकने में कामयाब होगा और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बनेंगे। उन्होंने कहा कि विकास के मायने सड़क, बिजली, खड़ंजा...

सांसद श्याम सिंह यादव के जरिए संसद में एक बार फिर गूंजा आंवारा पशुओ का मुद्दा,जाने क्या मिला जबाव

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जौनपुर। सांसद जौनपुर श्याम सिंह यादव ने लोक सभा में उत्तर प्रदेश के अन्दर आवांरा पशुओ का मुद्दा उठाते हुए यूपी सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। इससे किसानो को निजात दिलाने की मांग सरकार से किया है।  सांसद श्याम सिंह यादव ने कहा उत्तर प्रदेश में आंवारा पशु किसानो के खेतो में छुट्टा घूमते हुए किसानो की फसलों को बर्बाद कर रहे है। इससे सरकार की भी खासी किरकिरी हो रही है। किसानो की फसलों को इन आंवारा पशुओ से बचाने के लिए क्या कोई इन्तजाम सरकार कर रही है।  सांसद के सवालो का जबाव देते हुए सरकार के मंत्री ने कहा पशु आंवारा नहीं होता है। गाय हमारी पूजनीय है इसे घर में बांध कर रखना चाहिए अगर इसको लेकर कोई कार्य योजना यूपी सरकार के पास है तो कार्यवाई होनी चाहिए। मंत्री कोई स्पष्ट जबाव नहीं दे सके है। 

मां-बाप से दूर दो नवजातों को एसएनसीयू में मिला प्यार, शिशुओं का कर रहे उपचार

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जौनपुर। खून के रिश्तों में अपने कहलाने वालों ने जब साथ छोड़ दिया तो एसएनसीयू ने एक परिवार की तरह अपना लिया। यह कहानी है उन दो नवजात की जो जिले के अलग-अलग इलाके में लावारिश हालत में मिले। एसएनसीयू प्रभारी डॉ संदीप सिंह ने बताया कि वर्तमान में दो नवजात यहां भर्ती हैं। इसमें एक बच्ची 20 जनवरी को जलालपुर में एक नहर के पास मिली थी जबकि दूसरा नवजात 29 जनवरी को खुटहन ब्लॉक के उंगली गांव से लाया गया। इस केंद्र में बेहतर साफ-सफाई रखी जाती है। स्वीप्रेस कंचन गुप्ता तथा वार्ड आया डिम्पी सिंह उन्हें दूध पिलाने से लेकर एक मां जैसी सारी जिम्मेदारियां निभाती दिखती हैं। दोनों थोड़ी-थोड़ी देर पर बच्चों के पास जाती रहती हैं और तुरंत साफ-सफाई कर देती हैं। नवजात की जरा सी रोने की आवाज आई तो गोद में लेकर दूध पिलाने लगती हैं। अब तो यहां के स्टाफ के बच्चे इस शिशुओं के साथ खेलना चाहते हैं। उनके मम्मी-पापा के बारे में पूछते हैं। डाटा एंट्री ऑपरेटर पूनम पाठक की बेटी लवी इन दोनों से खेलना चाहती है। जब-तब उनके पास पहुंच कर बात करने का प्रयास करती है लेकिन यह नवजात अधिकांश समय सोते रहते हैं। पूनम की बेटी ...

नामांकन से लगायत मतगणना तक तैयारियों समीक्षा कर अधिकारियों को डीएम ने दिया यह निर्देश

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जौनपुर। जिला निर्वाचन अधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2022 के नामांकन एवं मतदान, मतगणना को सकुशल, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण संपन्न कराने के संबंध में मंगलवार देर सायं कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक संपन्न हुई। बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी ने समस्त पीठासीन अधिकारियों/कार्मिको को निर्देशित किया कि सभी पार्टियों के लिए एक जैसे मानक का पालन कराना सुनिश्चित करे। उन्होंने सभी आर0ओ0 को निर्देश दिया कि 10 फरवरी 2022 से नामांकन प्रारम्भ होने से पूर्व सुसज्जित नामांकन कक्ष तैयार करा ले और उसे मॉडल नामांकन कक्ष के रूप में विकसित करें। समस्त आर0ओ0 को निर्देशित किया कि फार्म-6 का डिस्पोजल शत-प्रतिशत कराना सुनिश्चित करें, जिससे किसी प्रकार की डुप्लीकेसी न हो। डीपीआरओ को निर्देशित किया कि ईवीएम मशीनों को चेक करा ले और किसी भी की समस्या हो तो ठीक करा ले। ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को पहचान पत्र जारी कर दें, जिससे उनको किसी प्रकार की समस्या न हो। मोबाइल, गैजेट्स आदि नामांकन कक्ष में प्रतिबंधित रहेंगे। उन्होंने कहा कि 80 वर्ष के ऊपर के दिव्यांगों की बूथवार ...

टिकट न मिलने से नाराज नेताओ ने बढ़ाई राजनैतिक दलो की समस्या,जानें क्या होगा असर

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  पूर्वांचल के बनारस, आजमगढ़ और मीरजापुर मंंडल के जिलों में छठे और सातवें चरण में मतदान होना है। पार्टियों ने धीरे-धीरे अपने पत्ते खोलने शुरू कर दिए हैं। जैसे-जैसे प्रत्याशियों का एलान हो रहा है, चुनावी सरगर्मियां भी बढ़ रही हैं। साथ ही असन्तोष भी बढ़ रहा है और बगावती सुर भी उठने लगे है। जिन दावेदारों और निवर्तमान विधायकों का टिकट कटा है, उनमें और उनके समर्थकों में नाराजगी है। नजर अंदाज किए गए इन नेताओं में ज्यादातर की निष्ठा पार्टी के प्रति अटूट बनी रही लेकिन कुछ नेता ऐसे भी हैं जो बगावत पर उतर आए हैं। बलिया, मऊ और जौनपुर के ऐसे ही बागी हो चुके दावेदारों पर एक रिपोर्ट। बलिया : विधानसभा चुनाव में बैरिया की राजनीति में विधायक सुरेंद्र सिंह ने मंगलवार को अलग टीम खड़ी कर दी। भाजपा से विधानसभा चुनाव का टिकट नहीं मिलने के बाद मंगलवार को बड़े जनसैलाब के साथ देवराजब्रह्म मोड़ से बैरिया त्रिमुहानी तक जुलूस निकालकर पूर्व विधायक स्व. बाबू मैनेजर सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद रामनारायण सिंह सरस्वती विद्या मंदिर में बैठक थी। लेकिन लोगों की संख्या ज्यादा होने के कारण ...