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Showing posts from December 5, 2020

वातावरण हुआ जहरीला:बढ़ा प्रदूषण सांस लेने में लोगों को हो रही परेशानी

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हवा प्रदूषित होती जा रही है। प्रदूषण बढ़ने से स्मॉग भी बढ़ रहा है और विजिबिलिटी कम हो गयी है। शनिवार को लखनऊ के कई इलाकों में कोहरा छाया रहा और धुंध बनी रही। दरअसल,लखनऊ में प्रदूषण (Pollution) का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। राजधानी में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 420 पहुंच गया है, जो खतरनाक श्रेणी में माना जाता है। प्रदूषण के बढ़ते स्तर की वजह से यहां दो दिनों से लगातार विजिबिलिटी काफी कम है। आंकड़ों पर नजर डाले तो लखनऊ यूपी का तीसरा सबसे अधिक प्रदूषित शहर है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, कानपुर प्रदूषण के मामले में नंबर वन है। इसके अलावा मुजफ्फरनगर दूसरे नंबर का सबसे प्रदूषित शहर है। लखनऊ में एक्यूआई खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। सीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक एक्यूआई लखनऊ में 420 रिकॉर्ड किया गया। यूपीपीसीबी के मुताबिक, ठंड के साथ कोहरा बढ़ रहा है। प्रदूषण की वजह से धूल व धुएं के साथ घनी स्मॉग की लेयर बन गई है। ऐसे में पूरे दिन शहर में धुंध देखने को मिली। इसकी वजह से हवा में भी प्रदूषण बढ़ाने का काम किया

शिक्षक समाज को एक नयी दिशा की ओर ले जाता है - गिरीश चन्द यादव

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जनपद में 579 नवनियुक्त शिक्षकों को वितरित किए गए नियुक्ति पत्र जौनपुर।  बेसिक शिक्षा विभाग में 36590 नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्त पत्र वितरण समारोह प्रदेश के समस्त जनपदों में संपन्न हुआ। इस क्रम में  जनपद में नवनियुक्त शिक्षकों को राज्य मंत्री आवास एवं शहरी नियोजन गिरीश चंद्र यादव द्वारा मां दुर्गा इंटर कॉलेज में नियुक्ति पत्र वितरित किए गए।  इस अवसर पर उन्होंने सभी नवनियुक्त शिक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिक्षक समाज एवं देश को एक नई दिशा में लेकर जाता है । जब बच्चा विद्यालय में आता है तो उसका मस्तिष्क एक कोरे कागज की तरह होता है। अध्यापक द्वारा ही उसके मस्तिष्क का विकास किया जाता है। उन्होंने कहा कि सभी प्राथमिक विद्यालय में पेरेंट्स मीटिंग, वार्षिकोत्सव कार्यक्रम आयोजित किए जायें एवं बच्चों को टूर पर ले जाया जाए ,जिससे उन्हें अपनी संस्कृति के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके।     विधायक बदलापुर रमेश मिश्र ने कहा कि शिक्षक का देश की सेवा में अहम योगदान होता है। शिक्षक देश के भविष्य के निर्धारण में महत्वपूर्ण योगदान करते हैं । उन्होंने कहा कि जिले के वि

पूर्वांचल के पढ़े लिखे लोगो ने संदेश दे दिया कि 2022 में क्या होगा: जगदीश नरायन राय

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जौनपुर । शिक्षक व स्नातक एमएलसी खण्ड वाराणसी चुनाव में मिली जीत से सपाइयों में खुशी की लहर दौड़ गयी है , लोग एक दूसरे को मिठाइयां खिलाकर बधाई दे रहे है । इसी कड़ी में पूर्व कैबिनेट मंत्री जगदीश नारायण राय ने दोनों निर्वाचित शिक्षक एमएलसी लाल बिहारी यादव व स्नातक एमएलसी आशुतोष सिन्हा को बधाई देते हुए मतदाताओं के प्रति आभार जताया और  कहा कि पूर्वांचल की पढ़ी लिखी , जागरूक जनता ने अपने मत के माध्यम से बता दिया कि अब जाति, धर्म की राजनीति देश मे नही चलेगी , बल्कि विकास के मुद्दे की राजनीति का समय आ गया है।  देश और प्रदेश में वही राज करेगा जो किसानों , गरीबो, युवाओं और छात्रों की समस्याओं का निस्तारण करते हुए सर्व समाज में खुशहाली लाएगा , हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव हमेशा प्रदेश के विकास , किसानों की खुशहाली , बेरोजगारों को रोजगार देने के साथ हर वर्ग के लिए कार्य करते रहे हैं , जिसका परिणाम है कि बीजेपी के गढ़ में ही मतदाताओं ने  बीजेपी की दोनों सीट  छीनकर समाजवादी पार्टी को दे दिया है । यह साफ संदेश है कि आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में प्रदेश की जनता सपा

मृदा दिवस पर कृषि विज्ञान केन्द्र में उत्पादन बढ़ाने के लिए सिखाये गये गुर

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जौनपुर।  कृषि विज्ञान केंद्र जौनपुर द्वारा विश्व मृदा दिवस कार्यक्रम मनाया गया जिसमें लगभग 70 किसानों ने भाग लिया  इस अवसर पर सभी किसान भाइयों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण किया गया कार्यक्रम की शुरुआत केंद्र के अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार कनौजिया द्वारा की गई। अपने संबोधन में डॉ कनौजिया ने कहा कि मृदा स्वास्थ्य को बनाए रखना बहुत ही आवश्यक है क्योंकि इससे हमें गुणवत्ता युक्त उपज प्राप्त होगी इसके लिए कार्बनिक पदार्थ जैसे वर्मी कंपोस्ट नाडेप कंपोस्ट एवं पशुओं का मल मूत्र से बना कंपोस्ट का इस्तेमाल करें जिससे कि मृदा का स्वास्थ्य हमेशा अच्छा बना रहे  केंद्र के वैज्ञानिक डॉ संदीप कुमार ने जानकारी दी कि मिट्टी की 6 इंच की ऊपरी परत को उपजाऊ बनाना बहुत आवश्यक है क्योंकि इसी परत में लाभदायक जीवाणु फफूद एवं एक्टीनोमाइसीट्स एवं अन्य लाभदायक जीव पाई जाती है इन्हीं के उपस्थिति में पौधे अपने भोजन को बनाकर इस्तेमाल करते हैं  केंद्र के वैज्ञानिक डॉ सोमेंद्र नाथ ने जानकारी दी की मृदा स्वास्थ्य बनाए रखने में जैव उर्वरक एवं तरल उर्वरकों का बहुत ही योगदान है इसका इस्तेमाल कर खेती में होने वाल

बगैर अहर्ता के शिया डिग्री कालेज को मिली बिषयों की मान्यता अब जांच के दायरे में

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जौनपुर। जनपद मुख्यालय पर स्थित शिया डिग्री कालेज के प्रबन्ध तंत्र द्वारा पूर्वांचल विश्वविद्यालय को गुमराह करके कई बिषयों में मान्यता हथियाने की खबर पर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश महासचिव मेहंदी उल के द्वारा शिकायत किये जाने पर अब पूरे मामले की जांच बैठा दिया गया है और मान्यता प्रदान किये जाने वाले बिषयों को पढ़ाने पर रोक लगा दिया गया है।  आरोप है कि यह कालेज कई बिन्दुओं पर मान्यता पाने की अहर्ता नहीं रखता है इसके बाद भी कालेज एवं विश्वविद्यालय के कुछ स्टाफ ने कुलपति को अंधेरे में रखते हुए मान्यता प्राप्त कर लिया था लेकिन शिकायत के बाद मामला खटाई में पड़ गया है । यहाँ बतादे कि शिया डिग्री कालेज की प्रबन्ध समिति विगत दो वर्षों से  कालातीत हो चुकी है। इसके अलावां इस कालेज के सोसायटी प्रमाण पत्र का नवीनीकरण विगत दो सालों से नहीं हो सका है।  इस तरह ऐसी परिस्थिति में इस कालेज को मान्यता नहीं दी जा सकती है। इस सन्दर्भ में मेहंदी उल  से बात करने पर उन्होंने बताया कि शिया डिग्री कालेज में इसके पहले भी फर्जी जमीन को आधार बनाकर कुछ बिषयों में मान्यता ली गयी थी उसकी

सरकार कृषि बिल में संशोधन के लिए तैयार ,लेकिन वापसी नहीं, गति रोध जारी

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कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आन्दोलन आज 10वें दिन भी जारी है। दिल्ली बॉर्डर पर किसान जमे हुए हैं। हरियाणा, पंजाब, यूपी और बिहार से आये किसानों ने दिल्ली को चारों तरफ से घेर रखा है। रास्ते पर गाड़ियों की लम्बी कतारें लग गई हैं। किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं की जाएंगी। वे यहां से घर लौटकर जाने वाले नहीं हैं। उन्होंने दिल्ली जाने वाले रास्ते को बंद करने और भारत बंद का आह्वान करने की बात भी कही है। किसानों के आन्दोलन की वजह से केंद्र सरकार भी चिंतित है। केंद्र सरकार के नेता बीच का रास्ता तलाशने में जुटे हैं। किसानों को आज बातचीत के लिए फिर से विज्ञान भवन में बुलाया गया। बैठक में अभी तक जो बातें निकलकर सामने आई हैं। उसके मुताबिक सरकार इस बिल को वापस लेने के पक्ष में नहीं है। सरकार ने कृषि बिल में संशोधन के संकेत दिए हैं। जबकि किसान संगठनों ने बैठक में कहा कि हम सरकार से चर्चा नहीं, ठोस जवाब चाहते हैं वो भी लिखित में। अब तक बहुत चर्चा हो चुकी है। किसान नेताओं और सरकार के बीच 5वें दौर की बातचीत में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और

शहर को बहुत जल्द जाम की समस्या से निजात मिलेगी- गिरीश चन्द यादव

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जौनपुर। शहर में रोज लग रहे जाम की गम्भीर समस्या पर शहर के विधायक एवं प्रदेश सरकार के आवास एवं शहरी विकास राज्यमंत्री गिरीश चन्द यादव से बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि शहर के जाम की समस्या कोई नयी नहीं है। इस समस्या से जनपद घिसट घिसट कर चलने को मजबूर हैं। इस समस्या के निदान के लिए हम लगातार प्रयास रत है। दावे के साथ कहा कि इस समस्या निराकरण बहुत जल्द होने वाला है।  मंत्री ने बताया कि मल्हनी विधानसभा के उप चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री ने जनपद की सर ज़मीं पर ऐलान किया था कि कलीचाबाद में गोमती नदी के उपर जल्द पुल बनेगा। पुल की प्रक्रिया शुरू हो गयी है उसका आगणन पत्र (इस्टीमेट) तैयार करके शासन को भेजा गया है जल्द ही स्वीकृति मिलने पर यहाँ शिलान्यास कराके निर्माण प्रारम्भ कर दिया जायेगा। इसके अलावां शहर के अन्दर सिपाह से लिंक मार्ग निकाल कर गोमती नदी पर पीपे का पुल बना कर शहर के बाहरी सीमा पर रिंग रोड बना दिया जायेगा जिसका सीधा लिंक बाहर बने बाई पास मार्गों से होगा। इसके बाद शहर के जाम की समस्या से निजात मिल सकेगी।  इस दिशा में लगातार काम किया जा रहा है। इसके अलावां श

अब किसानों के साथ आये कांग्रेस नेता राहुल गांधी

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कृषि बिल का विरोध कर रहे किसानों के समर्थन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी उतर आये हैं। राहुल ने किसानों के समर्थन में ट्वीट किया है। कांग्रेस नेता ने ट्वीट में लिखा है- “बिहार का किसान MSP-APMC के बिना बेहद मुसीबत में है और अब प्रधानमंत्री ने पूरे देश को इसी कुएं में धकेल दिया है। ऐसे में देश के अन्नदाता का साथ देना हमारा कर्तव्य है।” इससे पहले राहुल गांधी ने 3 दिसम्बर को कहा था कि काले कृषि कानूनों को पूर्ण रूप से रद्द करने से कम कुछ भी स्वीकार करना भारत और उसके किसानों के साथ विश्वासघात होगा। बताते चलें कि कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों के धरने का आज 10वां दि है। किसान दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों की केंद्र सरकार के साथ दो दौर की वार्ता का कोई नतीजा नहीं निकला था। पहली वार्ता 3 दिसंबर को हुई, दूसरे दौर की वार्ता 5 दिसंबर को हुई, लेकिन बातचीत बेनतीजा रही। किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं की जाती हैं वे अपने घर लौटकर नहीं जायेंगे। कृषि सम्बन्धी तीन नए कानूनों के बंनने के बाद से इसका विरोध कर