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Showing posts from October 5, 2023

जानिए आखिर चकबन्दी विभाग के छह कर्मचारीगण क्यों हुए निलंबित और एक अधिकारी हुआ बर्खास्त

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कौशांबी तिहरे हत्याकांड की वजह बने पट्टे की भूमि के विवाद में लापरवाही पर सरकार ने चकबंदी अधिकारी सहित छह कार्मिकों को निलंबित किया है। चकबंदी अधिकारी देवराज सिंह को बर्खास्त किया है। भूमि विवाद के निस्तारण में लापरवाही और मिलीभगत में योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत प्रदेश भर में अलग-अलग स्थानों पर करीब एक दर्जन से अधिक चकबंदी कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई की है। चकबंदी अधिकारी जीएस नवीन कुमार ने बताया कि कौशांबी में तिहरे हत्याकांड में पट्टे की भूमि विवाद में लापरवाही पर चकबंदी अधिकारी मिथिलेश कुमार, सहायक चकबंदी अधिकारी अफजाल अहमद खां, चकबंदी लेखपाल शिवेश सिंह, शीलवंत सिंह, रवि किरन सिंह और चकबंदीकर्ता राम आसरे को निलंबित किया है। वहीं अनियमितता एवं अनुशासनहीनता पर चकबंदी अधिकारी देवराज सिंह की सेवा समाप्त की गई है। एक दर्जन से अधिक पर हुई कार्रवाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 16 सितंबर को एनेक्सी में राजस्व की समीक्षा बैठक में लापरवाही और भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। बीते एक महीने में कुल एक दर्जन कार्मिकों के खिला

बीएसए ने वितरित किया परिषदीय विद्यालय में अधिगम सामग्री

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जौनपुर। शासन द्वारा निर्गत दिशा-निर्देश के क्रम में गोद लिये गये कम्पोजिट विद्यालय मियांपुर, नगर क्षेत्र, जौनपुर पर अध्ययनरत छात्रों को लर्निंग किट, पेंटिंग की सामग्री, मुख्य विकास अधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा0 गोरखनाथ पटेल द्वारा वितरित की गयी। विद्यालय के छात्रों के अधिगम स्तर को उच्च करनें हेतु मुख्य विकास अधिकारी द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा करते हुए बी0एस0ए0 द्वारा बताया गया कि उक्त सामग्री से बच्चों के निपुण होनें मे मदद मिलेगी। विद्यालय मे अधिगम सामग्री के वितरण के दौरान नगर शिक्षा अधिकारी, विद्यालय के समस्त कार्यरत कर्मचारी एवं गणमान्य नागरिक एवं अभिभावक उपस्थित रहें। उपस्थित जन समुदाय द्वारा मुख्य विकास अधिकारी द्वारा किये जा रहे पुनित कार्यों की सराहना की गयी।

बच्ची के साथ बलात्कार करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार एक की तलाश जारी

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जौनपुर। जनपद के थाना बदलापुर कोतवाली क्षेत्र स्थित एक गांव में 10 साल की बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म के तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एक और आरोपी की तलाश में दबिश जारी है। एक अक्तूबर की रात खेत गई बच्ची के साथ चार लोगों ने हैवानियत की थी। कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की 10 वर्षीय किशोरी रात आठ बजे शौच के लिए खेत की तरफ निकली थी। काफी देर तक घर वापस नहीं आई तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। बच्ची घर से कुछ दूर एक ईंट भट्ठे के पास खून से लथपथ अचेत हाल में मिली। परिजन उसे उठाकर घर ले गए। जहां होश आने पर उसने आपबीती सुनाई तो परिजनों के पैरों तले से जमीन खिसक गई। पीड़िता के पिता की तहरीर पर बदलापुर पुलिस ने डोमपुर गांव निवासी सत्यम, संदीप, किशन और अमृतलाल केखिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। आरोपियों की तलाश जारी थी। इसी बीच गुरुवार सुबह करीब साढ़े छः बजे प्रभारी निरीक्षक अवनीश कुमार राय को मुखबिर से सूचना मिली कि सामूहिक दुष्कर्म के आरोपी संदीप, अमृतलाल और किशन भलुआहीं रेलवे क्रासिंग से पैदल स्टेशन की तरफ जा रहे हैं। प्रभारी निरीक्षक मय फोर्स पहुंचकर तीनों को ग

आईएएस अधिकारी पद से अभिषेक सिंह के इस्तीफ़े के बाद अटकलो का दौर शुरू, आखिर अब करेंगे क्या ?

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जौनपुर। जनपद जौनपुर मूल के निवासी अभिषेक सिंह का भारतीय प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा देने के बाद अब अटकलो का बाजार जनपद जौनपुर में गरम है कि आखिर आगे आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह क्या करेंगे इस पर सभी की नजर टिक गई है। चर्चा  हो रही है कि अभिषेक सिंह लोकसभा चुनाव में सियासी मैदान में उतर सकते हैं। अभिषेक भाजपा के टिकट पर जौनपुर से किस्मत आजमा सकते हैं। वहीं अटकलें लगाई जा रही है कि मॉडलिंग के शौकीन अभिषेक सिंह फिल्मों में अभिनय कर सकते हैं। यहां बता दें कि विगत फरवरी महीने से निलंबित चल रहे अभिषेक सिंह राजस्व परिषद से संबद्ध थे। उनकी पत्नी दुर्गाशक्ति नागपाल वर्तमान में बांदा की जिलाधिकारी हैं। लंबे समय से बिना पद के रह रहे अभिषेक ने गत 03 अक्टूबर 23 को आईएएस से इस्तीफा दे दिया है। अभिषेक ने गत दिनों जौनपुर में गणेशोत्सव का आयोजन भी किया था, जिसमें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी भी शामिल हुए थे। इन कार्यक्रम में फिल्म की दुनिया से जुड़े लोग भी शामिल हुए थे। अब अभिषेक के इस्तीफे के बाद चर्चा का बाजार गर्म हो गया है कि अभिषेक राजनीतिक पारी की शुरुआत करेंगे।

बड़ी खबर: लोकसभा चुनाव में वरुण और मेनका दोनों को टिकट नहीं देगी भाजपा, इन चेहरों पर लगा सकती है दांव

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लोकसभा चुनाव में मेनका गांधी और वरुण गांधी का टिकट कटना लगभग तय माना जा रहा है। भाजपा ने सुल्तानपुर और पीलीभीत में नए चेहरों की तलाश शुरू कर दी है। लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा की ओर से सर्वे कराया जा रहा है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, सर्वे रिपोर्ट में सामने आया है कि सुल्तानपुर के भाजपा कार्यकर्ता स्थानीय सांसद मेनका गांधी से खफा हैं। मेनका गांधी की संसदीय क्षेत्र में मौजूदगी कम रहती है इसको लेकर भी जनता ने नाराजगी जताई है। संगठनात्मक कार्यक्रमों भी मेनका अधिकांश समय अनुपस्थित रहती है। वहीं सर्वे रिपोर्ट पीलीभीत के भाजपा सांसद वरुण गांधी के खिलाफ है। भाजपा का स्थानीय संगठन भी पूरी तरह सांसद के विरोध में हैं। वरुण की बयानबाजी के बाद पार्टी नेतृत्व ने भी इस बार पीलीभीत में प्रत्याशी बदलने का मन बना लिया है। पार्टी वहां से प्रदेश सरकार में कुर्मी समाज के एक राज्यमंत्री को चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रही है। पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी बीते तीन वर्ष से भाजपा से दूरी बनाए हैं। वरुण गांधी न तो विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में चुनाव प्रचार करने आए। न ही किस

कागज में मृत व्यक्ति जानें कैसे बन गया यूपी पुलिस का सिपाही,जानें क्या है कहांनी और कैसे खुली पोल

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आखिर कार सच की पोल खुलती ही है और जाल फरेब करने वाले को देर से ही सही लेकिन कानून अपने शिकंजे में कसते हुए जेल की सलाखो तक पहुंचा ही देता है।जी हा ऐस एक मामला चर्चा में आया है। छत्तीसगढ़ पुलिस के एक भगौड़े सिपाही ने नाम बदलकर हाईस्कूल-इंटर किया। फिर उत्तर प्रदेश पुलिस की सिपाही भर्ती-2015 में चयनित हो गया। कई साल तक नौकरी करता रहा। गोपनीय शिकायत पर जब जांच हुई तो उसका फर्जीवाड़ा खुला। भर्ती बोर्ड की तरफ से मंगलवार को मामले में आरोपी पर धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज तैयार कर इस्तेमाल करने समेत अन्य गंभीर धाराओं में हुसैनगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुलिस भर्ती बोर्ड के आलोक जायसवाल की तरफ से एफआईआर दर्ज कराई गई थी। एफआईआर के मुताबिक मथुरा के राया थाना क्षेत्र निवासी मनोज कुमार 2015 पुलिस भर्ती में सिपाही के पद पर चयनित हुआ था। 2018 में मथुरा एसएसपी कार्यालय को एक गुमनाम शिकायती पत्र पहुंचा था। जिसमें लिखा गया था कि मनोज कुमार छत्तीसगढ़ पुलिस का भगौड़ा सिपाही है। उसका असल नाम सुमित कुमार है।  छत्तीसगढ़ पुलिस में वह इसी नाम से भर्ती हुआ था। वहां से भागने के बाद उसने मनोज