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Showing posts from December 6, 2020

दिल्ली से किसान आन्दोलन की चिन्गारी अब पूर्वांचल के जिलो तक पहुँची

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नए कृषि कानून को लेकर देश में कोहराम मचा है। किसान दिल्ली की सीमा पर अड़े हैं। किसान पिछले 11 दिनों से दिल्ली सीमा पर आंदोलन कर रहे है। किसान केंद्र सरकार से नए कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इस बीच किसान आंदोलन की चिंगारी अब देश के दूसरे हिस्सों में शोला बनकर फूटने लगी है। जौनपुर में अब किसान आंदोलन के समर्थन में अब सपा एवं कांग्रेस के कार्यकर्ता भी मैदान में उतर आए है।  उधर जनपद वाराणसी में कांग्रेसी कर्यकर्ताओं ने मलदहिया चौराहे पर अनोखे ढंग से प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की.मलदहिया चौराहे पर स्थित सरदार पटेल के प्रतिमा के नीचे कांग्रेस के कार्यकर्ता इकट्ठा हुए और अपने गले में फांसी का फन्दा लगा कर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओ के हाथों में नए कृषि कानून के खिलाफ स्लोगन लिखी तख्तीया थी। कार्यकर्ताओ ने नए कृषि कानून को काला कानून बताया। कांग्रेसी कार्यकर्ता हरीश मिश्रा के अनुसार कड़कड़ती ठण्ड के इस मौसम में देश का किसान आंदोलन कर रहे हैं। सरकार क़ृषि बिल के जरिए पूँजीपतियों की मदद कर रही है। कांग्रेस इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी. आने वाले दिनों आंदोलन और ते

बारात में असलहा के साथ डान्स करने वाला युवक अब पहुंचा सलाखों के पीछे

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जौनपुर। शादी समारोह में तमंचे पर डिस्को करने वाले एक युवक को पुलिस ने वायरल वीडियो के आधार पर गिरफ्तार कर लिया है तथा दूसरे की तलास जारी है। पकड़े गये युवक के पास एक अवैध पिस्टल और कारतूस बरामद हुआ है।  मालूम को बीते पांच अक्टुबर को थाना खुटहन क्षेत्र स्थित  एक गांव में शादी समारोह के दौरान दो व्यक्तियों द्वारा अवैध शस्त्र (पिस्टल) को लहराते हुए एक बरात में डांस करते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने पर  पुलिस अधीक्षक जौनपुर ने संज्ञान में लेकर प्रभारी स्वाट टीम व सर्विलांस टीम जौनपुर को लगाकर जांच करायी गयी तो वायरल वीडियों में एक व्यक्ति जिसका नाम अमित कुमार पुत्र ओमप्रकाश निवासी चकताली थाना जफराबाद जौनपुर उम्र करीब 24 वर्ष तथा दूसरा व्यक्ति सतीश उर्फ अजय सोनकर पुत्र बुधई सोनकर निवासी चकप्यार अली थाना कोतवाली जौनपुर है । इसके बाद एस0ओ0जी0टीम जौनपुर व सर्विलांस टीम जौनपुर मय खेतासराय पुलिस टीम की सक्रियता से अभियुक्त अमित कुमार पुत्र ओमप्रकाश निवासी चकताली थाना जफराबाद जौनपुर को गिरफ्तार कर उसके  कब्जे से वायरल वीडियो में अवैध पिस्टल  (32 बोर) मय 02 ज

डा भीमराव अंबेडकर दार्शनिक,समाजसेवी धैर्यवान व्यक्तित्व के धनी रहे - फैसल हसन

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जौनपुर। अंबेडकर तिराहा पर जिलाध्यक्ष फैसल हसन तबरेज के नेतृत्व में संगोष्ठी सभा का आयोजन किया गया । जिसमें जिलाध्यक्ष व कांग्रेस पदाधिकारियों ने भारत रत्न डा० भीमराव अंबेडकर जी के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करके पुण्यतिथि मनाया और सभी कांग्रेस जन ने एक साथ संविधान की प्रस्तावना पढ़कर संविधान रक्षा की शपथ लिया। जिला अध्यक्ष फैसल हसन तबरेज ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को महू में सूबेदार रामजी शकपाल एवं भीमाबाई की चौदहवीं संतान के रूप में हुआ था। डॉ साहब की व्यक्तित्व में स्मरण शक्ति की प्रखरता, बुद्धिमत्ता, ईमानदारी, सच्चाई, नियमितता, दृढ़ता, प्रचंड स्वभाव का मणिकांचन मेल था उनकी यही अद्वितीय प्रतिभा अनुकरणीय है। वे एक मनीषी, योद्धा, नायक, विद्वान, दार्शनिक, वैज्ञानिक, समाजसेवी एवं धैर्यवान व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति थे  वे अनन्य कोटि के नेता थे, जिन्होंने अपना समस्त जीवन समग्र भारत की कल्याण के लिए समर्पित कर दिया।  कांग्रेस अनुसूचित विभाग के प्रदेश महासचिव पंकज सोनकर ने कहा की   अंबेडकर की रणभेरी गूंज उठी, 'समाज को श्रेण

समता व न्याय के प्रणेता डा. अंबेडकर को महापरिनिर्वाण दिवस पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि

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जौनपुर: । भारतीय जनता पार्टी के लाइन बाजार जौनपुर स्थित कार्यालय पर आज डॉ भीमराव रामजी अम्बेडकर की महापरिनिर्वाण दिवस पर उनके चित्र पर माल्यार्पण करके श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया, उसके उपरान्त जिलामहामंत्री सुशील मिश्रा ने उनके जीवन पर विस्तार से चर्चा करते हुये कहा कि उनका जन्म (1891-1956) का जन्म एक महार दलित परिवार में हुआ था। उनके पिता मध्य प्रदेश में कार्य करते थे उनके सीखने और पढ़ाई में गहरी रुचि होने के कारण भीमराव रामजी अम्बेडकर बॉम्बे के प्रतिष्ठित एल्फिंस्टन हाई स्कूल में दाखिला लेने वाले पहले दलित थे। बाद में उन्होंने तीन साल के लिए बड़ौदा राज्य के छात्रवृत्ति पर न्यूयॉर्क में कोलंबिया विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की शिक्षा पूरी की परन्तु अपना शोध जारी रखा, शोधों को पूरा करने के बाद डॉ. अम्बेडकर ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में दाखिला लिया जहां उन्होंने डॉक्टरेट थीसिस पर काम करना शुरू किया। वह अगले चार साल तक लंदन में रहें और दो डॉक्टरेट की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने आगे कहा कि 1924 में भारत लौटने के बाद डॉ. अम्बेडकर ने अस्पृश्यता के खिलाफ एक सक्रिय आंदोलन शुरू करने

सड़क दुर्घटना में तीन की मौत,तीन गम्भीर रूप से घायल, ट्रामा सेंटर वाराणसी उपचार जारी

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जौनपुर। जौनपुर  - वाराणसी एन एच पर थाना   जलालपुर क्षेत्र स्थित असबरनपुर गांव के पास आज रविवार को सुबह करीब साढ़े 8 बजे बस और बोलरो की जोरदार टक्कर में बोलेरो सवार तीन यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। मरने वालों में रामलाल सरोज (52) निवासी ऊदपुर,जवाहिर प्रसाद सरोज (60) निवासी डिंगुरपुर व संजय पंडित (50) निवासी कोतवालपुर शामिल हैं। इसके साथ ही अतुल सरोज (36), मजीद (50), रामजीत सरोज (55) निवासी गण तरियारी सेहमलपुर को गंभीर रूप से घायल हैं। जिन्हें ट्रामा सेंटर वाराणसी में उपचार हेतु भर्ती कराया गया है। दुर्घटना में एक बालक भी जख्मी है, उसे पास के अनमोल हास्पिटल में भर्ती कराया गया है। बताते हैं कि  तरियारी, सेहमलपुर गांव से बोलरो चालक अतुल सरोज के भाई शैलेन्द्र सरोज की बरात वाराणसी के बड़ागांव थाना क्षेत्र स्थित बौराहा गांव में शनिवार को गई थी। जहां से सुबह साढ़े सात बजे बरात वापस लौट रही थी कि असबरन पुर गांव के पास बस एवं बोलरो में टक्कर हो गई। टक्कर इतनी तेज थी कि बोलरो अपना ट्रैक छोड़कर दाहिने तरफ दूसरे ट्रैक पर जा गिरी। वहीं प्राइवेट बस का आगे का शीशा टूट गया है।बस चालक दु

आज के ही दिन 6 दिसम्बर 92 अयोध्या में जाने कैसे हुईं थी कारसेवा,आज है बरसी

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अयोध्या  ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसी दिन उग्र कारसेवकों ने अयोध्या में विवादित ढांचा तोड़ दिया था। जिस समय यह घटना हुई उस समय उत्तर प्रदेश की कमान मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के हाथों में थी। विवादित ढांचा तोड़े जाने के बाद कल्याण सिंह की सरकार को बर्खास्त कर दिया गया था। 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में कारसेवकों के उग्र तेवर  को देखते हुए फैजाबाद जिला प्रशासन की ओर से फायरिंग की अनुमति मांगी गई थी मगर तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने जिला प्रशासन का यह अनुरोध ठुकरा दिया था। कल्याण सिंह का अभी भी यह कहना है कि मुझे अपने उस फैसले पर गर्व है क्योंकि मैंने कारसेवकों को पुलिस की गोलियों का निशाना नहीं बनने दिया। अब सुप्रीम कोर्ट की ओर से अयोध्या विवाद का निपटारा किया जा चुका है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों अयोध्या में भव्य राम मंदिर के लिए भूमि पूजन के बाद निर्माण का काम भी शुरू हो चुका है। भूमि पूजन के मौके पर भी कल्याण सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा था कि अब सभी को यह बात मान लेनी चाहिए कि यदि अयोध्या में विवादित ढांचा मौजूद

देश को साम्प्रदायिक शक्तियों से सावधान रहने की है जरूरत - दिग्विजय सिंह

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वाराणसी- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शनिवार को एक निजी दौरे पर वाराणसी पहुंचे।शहर में पहुंचते ही सबसे पहले उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर में मत्था टेका। इसके बाद स्थानीय पदाधिकारियों के साथ अनौपचारिक मुलाक़ात की। मीडिया से बातचीत के दौरान दिग्गी राजा ने किसान आंदोलन से लेकर हालिया चुनावों में कांग्रेस के प्रदर्शन पर खुलकर अपनी राय रखी। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों और मजदूरों की समस्या को प्राथमिकता पर हल करना चाहिए। आंदोलन के पीछे कांग्रेस का हाथ जैसी ख़बरों को ख़ारिज करते हुए उन्होंने कहा कि किसानों के साथ किसी तरह का षडयंत्र न हुआ है और न ही होगा। जनभावना किसानों के साथ है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार के गैर जिम्मेदाराना हरकतों के कारण किसान आंदोलन करने पर मजबूर हैं। अगर सरकार किसान बिल को पास करने से पहले ही उस विचार करती तो आज ये नौबत ही नहीं आती। हैदराबाद में मिली बीजेपी को सफलता पर बोलते हुए दिग्गी राजा ने कहा कि इस देश मे साम्प्रदायिकता का जहर फैलाया गया है। कट्टरपंथी हिन्दू और