Posts

Showing posts from June 18, 2021

भूमि को लेकर होते है अपराध,पुलिस इसे लेकर रहेगी गम्भीर - अजय कुमार साहनी नवागत कप्तान

Image
जौनपुर। जनपद में पुलिस अधीक्षक का कार्यभार ग्रहण करने के पश्चात नवागत पुलिस कप्तान अजय कुमार साहनी ने कहा कि शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है कानून व्यवस्था में सुधार इसी मंशा के अनुरूप जिला पुलिस की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाई जाएगी। ऐसा सिस्टम बनाया जाएगा कि अपराधियों के बचने का कोई रास्ता न हो और कोई बेगुनाह फंसने न पाए।   कार्यभार संभालने के बाद एसपी पुलिस लाइन सभागार में मीडिया से प्रथम मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा कि अधिकतर भूमि संबंधी विवादो के कारण अपराध होते हैं इसलिए इसे गंभीरता से लिया जाएगा। भूमि संबंधी विवादों से संबंधित धोखाधड़ी आदि मामलों में थानेदार सीओ अथवा एएसपी की अनुमति के बिना मुकदमा दर्ज नहीं कर सकेंगे। थानाध्यक्षों से लगातार संवाद कायम रखा जाएगा ताकि वे किसी के दबाव में आकर न तो मुकदमा दर्ज करें और न ही दोषियों को छोड़ें। उन्होंने कहा कि शहर को जाम की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। पटरी दुकानदारों के पुनर्वास की व्यवस्था कराई जाएगी। छिनैती की घटनाओं पर अंकुश लगाने को बैंकों के सीसीटीवी कैमरों को सक्रि

तकनीक ने सबको डिजिटल प्लेटफार्म पर खड़ा कर दिया : डॉ राजीव पंडा

Image
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग एवं आइक्यूएसी सेल के संयुक्त तत्वावधान में चल रही कार्यशाला के पांचवें दिन सिनेमा के मूल आधार और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवम् डिजिटल तकनीक विषय पर सत्रों का आयोजन किया गया। महाराजा अग्रसेन प्रबंध अध्ययन संस्थान दिल्ली के जनसंचार विभाग के  एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. उमेश पाठक ने कहा कि संगीत इंसान के लिए जरूरी है, इसके बिना जीवन का कोई मतलब नहीं है, इसलिए सिनेमा में संगीत को महत्व दिया जाता है। उन्होंने सिनेमा में कैमरा, लाइट, साउंड और एक्शन के विभिन्न पहलुओं पर बारिकी से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि दक्षिण की फिल्मों में साउंड्स पर ज्यादा फोकस किया जाता है। शोले और दीवार फिल्म के शाट और डायलॉग दिखाकर उन्होंने साउंड और डायलॉग को स्पष्ट किया। इसी क्रम में नयी दिल्ली एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. राजीव कुमार पंडा ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और डिजिटल तकनीक विषय पर बात की। कहा कि कोविड-19 ने टेक्नोलॉजी में बहुत बदलाव लाया है, सबको डिजिटल प्लेटफार्म पर लाकर खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉज

पीएचसी के निरीक्षण के दौरान जाने डीएम क्यों हुए नाराज, और क्या दिया आदेश

Image
जौनपुर। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, गौराबादशाहपुर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पाया कि 34 लोगों का एंटीजन एवं 21 का आर.टी.पी.सी.आर. से कोरोना की टेस्टिंग की गई है। जिलाधिकारी द्वारा कोरोना वैक्सीनेशन की जानकारी प्राप्त की गई, चिकित्सा अधीक्षक डॉ मनोज कुमार द्वारा बताया गया कि कुल 87 लोगों को कोरोना टीका लगाया गया है, जिसपर जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करते हुए कोरोना का टीकाकरण किया जाए। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राकेश कुमार को निर्देशित किया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 50 बेड का अस्पताल बनाया जाए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पास जलजमाव की स्थिति को देखकर कड़ी नाराजगी व्यक्त की और कहा कि तत्काल व्यवस्था सही कराई जाए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि किसी भी सीएचसीध्पीएचसी पर जलजमाव की स्थिति न रहे। इस दौरान इलाज कराने आयी 35 वर्षीय बिंदु देवी से इलाज के सम्बंध में जानकारी प्राप्त की।इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अनुपम शुक्ला, डॉ रोहित,

जीजा की जगह साला पुलिस वाला बन कर नौकरी करता रहा अब खुली पोल,जानें कैसे हुआ पूरा खेल

Image
प्रदेश के जनपद मुरादाबाद के थाना कोतवाली ठाकुरद्वारा इलाके में डायल 112 पर तैनात आरक्षी अनिल कुमार पर आरोप है कि उसने साजिश कर अपनी जगह अपने ही साले अनिल सोनी को घर पर ही पुलिस की ट्रेनिंग देकर नौकरी पर भेजना शुरू कर दिया। किसी अज्ञात व्यक्ति ने इसकी सूचना पुलिस अधिकारी को दी जिसके बाद कराई गई गोपनीय जांच में पूरा ख़ुलासा हुआ. फ़िलहाल पुलिस ने असली भर्ती हुये आरक्षी अनिल कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है, नक़ली अनिल कुमार उर्फ़ अनिल सोनी फ़रार हो गया है. दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के खतौली के रहने वाले अनिल कुमार ने 2011 में बरेली से पुलिस भर्ती के दौरान आवेदन किया था. जहां वो ट्रेनिंग के दौरान फेल हो गया था. फ़िर अनिल कुमार ने 2012 में मेरठ में हुई पुलिस भर्ती में आवेदन किया, लेकिन वहां भी वो फ़ेल हो गया. 2012 नवंबर में तीसरी बार अनिल कुमार ने गोरखपुर में आवेदन किया, जहां उसका चयन आरक्षी के लिये हो गया. ट्रेनिंग पूरी कर अनिल कुमार को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाकर पहली बार बरेली जनपद में पोस्टिंग मिली. इसके बाद अनिल कुमार ड्यूटी करता रहा. लेकिन जब अनिल कुमा

दहेज को लेकर मंडप से दूल्हा हुआ फरार, दूल्हन करती रही इंतजार, अब मामला पुलिस के पास

Image
दहेज के कारण हर साल घर तक उजड़ने की घटनायें  सुनने को मिलती है। हलांकि सरकार से लेकर समाज तक दहेज प्रथा को खत्म करने के तमाम प्रयास किये लेकिन किसी भी प्रयासों का कोई असर नहीं नजर आ सका है हाल ही में प्रदेश के जनपद कन्नौज में दहेज का एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जिसने समाज के लिए बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। दहेज के कारण दूल्हा शादी के समय पर मंडप से फरार हो गया। इसके बाद दुल्हन मंडप में ही उसका इंतजार करती रह गई। खबर है कि शादी से पहले 50 हजार रुपये की मांग पूरी न होने के कारण दूल्हा मंडप से ही गायब हो गया।  बता दें कि दहेज का यह मामला कन्नौज जिले के जगतपुर गांव का है जहां के निवासी गिरीश चंद्र कठेरिया ने मैनपुरी जिला के निवासी देवेंद्र के साथ अपनी पुत्री शिवानी की शादी तय की थी। शादी के तथा कथित कार्यक्रम के अनुसार 16 जून को देवेंद्र बारात लेकर जगतपुर गांव में पहुंचा। दूल्हन के पिता ने तय दहेज के हिसाब से सारी व्यवस्था ठीक कर रखा था।  जयमाला के दौरान दूल्हे ने दहेज में तय के अलावा और 50 हजार रुपये की मांग कर दिया। दुल्हन के पिता ने पहले तो मांग पूरी करने में अस

लिव इन रिलेशन को लेकर हाईकोर्ट का यह बड़ा निर्णय, जानें याचिका क्यों किया खारिज

Image
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पति से अलग होकर प्रेमी के साथ लिव इन रिलेशन (Live in relation) में रह रही महिला को संरक्षण का आदेश देने से इनकार कर दिया है। महिला और उसके प्रेमी ने महिला के पति और उसके परिवार से खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की थी। अदालत ने याचिका खारिज करते हुए उस पर पांच हजार रुपये का हर्जाना भी लगाया है। साथ ही हाईकोर्ट ने कहा कि महिला पहले से विवाहित है और दूसरे व्यक्ति के साथ लिव-इन संबंध में रह रही है जो हिन्दू विवाह अधिनियम के 'शासनादेश' के विरूद्ध है। अदालत ने कहा, 'हमें यह समझ में नहीं आता कि समाज में अवैधता की अनुमति देने वाली इस तरह की याचिका को कैसे स्वीकार किया जा सकता है।' अलीगढ़ की एक महिला ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर कहा कि वह अपनी मर्जी से पति को छोड़ कर दूसरे व्यक्ति के साथ रह रही है। पति और उसके परिवार के लोग उसके शांतिपूर्ण जीवन में हस्तक्षेप कर रहे हैं। इसलिए उनको ऐसा करने से रोका जाए। साथ ही सुरक्षा की मांग भी की थी। कोर्ट ने कहा कि याची वैधानिक रूप से विवाहित महिला है। हिंदू विवाह कानून के शासनादेश के खिलाफ है ये काम महिल