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Showing posts from December 10, 2022

फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र के जरिए एमबीबीएस में प्रवेश लेने आयी छात्रा पकड़ी गयी, अब जांच शुरू

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जौनपुर। जनपद में स्थित उमानाथ सिंह स्वशासी राजकीय मेडिकल कॉलेज में फर्जी दस्तावेजों के सहारे एमबीबीएस में प्रवेश लेने पहुंची एक युवती को कॉलेज प्रशासन ने पकड़ लिया। हॉस्टल में सत्यापन में पोल खुलने के बाद कॉलेज प्रशासन ने पुलिस को भी मामले की सूचना दे दी है। डॉक्टर बनने का सपना देख रही युवती की इस कारस्तानी को देख सभी लोग दंग रह गए।  मिली खबर के अनुसार एमबीबीएस में प्रवेश लेने के लिए वाराणसी की एक युवती पहुंची। वह दो दिनों तक हॉस्टल में भी रही। महिला छात्रावास की प्रभारी डॉ. शशि पांडेय जांच करायी गई तो पता चला कि उसने नीट के अंक फर्जी तरीके से बढ़वा लिया था। उसी आधार पर उसने ऑनलाइन एलाटमेंट लेटर तैयार कराया और हॉस्टल में आ गई। जांच में पता चला कि नीट में उसके 64 अंक थे। उसने लखनऊ के एक साइबर कैफै संचालक की मदद से अपने नंबर 464 करा लिए। इसके बदले में उसने 17 हजार रुपये दिए थे। वहीं से उसने एलाटमेंट लेटर तैयार कराया और कॉलेज पहुंच गई। कॉलेज में 28 नवंबर तक काउंसिलिंग थी लेकिन वह 29 नवंबर को पहुंची। कॉलेज प्रशासन ने उसे रियायत देते हुए छात्रावास में प्रवेश दे दिया। बाद में जब

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को लेकर राज्य बाल संरक्षण आयोग ने पत्र के जरिए प्रदेश के सभी डीएम को जानें क्या दिया निर्देश

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यूपी हाईकोर्ट आदेश के बाद उप्र राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने सभी जिलाधिकारियों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को चुनाव या अन्य गैर विभागीय ड्यूटी न लगाने को कहा है। इस संबंध में आयोग की सदस्य डॉ. शुचिता चतुर्वेदी ने सभी डीएम को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि हाईकोर्ट के निर्णय का अक्षरस: पालन किया जाए। पत्र में बच्चों के पोषण के लिए संचालित कार्यक्रमों का हवाला दिया गया है। वर्तमान में प्रदेश में 1.88 लाख आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन किया जा रहा है। इसके माध्यम से करीब डेढ़ करोड़ बच्चों और 40 लाख गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य व पोषण की निगरानी की जा रही है। इसके लिए सरकार ने साढ़े तीन लाख से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को नियुक्त कर रखा है। वहीं, खाद्य सुरक्षा अधिनियम में साल में कम से कम 300 दिन आंगनबाड़ी केंद्रों को संचालित करने का प्रावधान है। लेकिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के गैर विभागीय और चुनाव संबंधी कार्यों में ड्यूटी लगाने से पोषण कार्यक्रम बाधित हो जाता है। इसे देखते हुए आयोग ने सभी डीएम से बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए सरकारी निर्देशों व अदा

सिविल जज जूनियर डिविजन पीसीएस जे के 303 पदों पर होगी भर्ती आनलाइन आवेदन शुरू

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  उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने न्यायिक सेवा सिविल जज (जूनियर डिवीजन) यानी पीसीएस-जे के 303 पदों पर भर्ती के लिए शुक्रवार को संक्षिप्त विज्ञापन जारी कर दिया है। विस्तृत विज्ञापन शनिवार को आयोग की वेबसाइट पर जारी हो गया। अभ्यर्थी ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।  यूपीपीएससी की ओर से शनिवार को पीजीएस जे भर्ती परीक्षा 2022 के लिए संक्षिप्त विज्ञापन जारी किया गया है। इसके लिए अभ्यर्थी ऑनलाइन आवेदन 10 दिसंबर से ही कर सकेंगे। आवेदन की अंतिम तिथि 10 जनवरी 2023 है। जबकि ऑनलाइन माध्यम से बैंक में परीक्षा शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि छह जनवरी 2023 है। कुल 303 पदों के लिए आवेदन लिए जाएंगे। आयोग के मुताबिक रिक्तियों की संख्या परिस्थिति के अनुसार घट या बढ़ सकती है। 01 जुलाई 2023 को 22 वर्ष की आयु पूरी कर चुके अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं। जबकि अधिकतम आयु सीमा 35 वर्ष निर्धारित की गई है। अर्थात उनका जन्म 02 जुलाई 1988 से पूर्व तथा 01 जुलाई 2001 के बाद का नहीं होना चाहिए। इसी प्रकार दिव्यांगजन के लिए अधिकतम आयु 50 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। उत्तर प्रदेश के विभिन्न श्रेणिय

साइबर क्राइम : पहले पहचान फिर दोस्ती वाट्सप पर शादी का आफर फिर 3.98 लाख रुपए की ठगी, अब पुलिस कर रही है जांच

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इंस्टाग्राम पर युवती की लड़के से पहचान हुई और फेसबुक पर दोस्ती हो गई। व्हाट्सएप पर शादी का प्रपोजल मिला, दोनों में बातचीत होने लगी, मगर जिस युवक से बात हो रही थी वह जालसाज निकला और पहले गिफ्ट देकर युवती को लुभाया और उसके बाद उसके खाते से 3.98 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। ठगी का यह मामला जनपद एटा के शहर कोतवाली क्षेत्र का है। एसएसपी को दिए प्रार्थना पत्र में शहर की पीड़िता ने कहा कि उसे इंस्टाग्राम पर एक लड़का मिला था जिसका नाम जेस पर है, उसने दोस्त की तरह उससे बात की, फिर व्हाट्सएप पर बात होने के बाद उसने शादी के लिए बोला। पीड़िता का कहना था कि उसके पिता नहीं है वह ऐसा लड़का देख रही है जो उसकी मां की देखभाल कर सके। उसके हां करने पर उसने मना करने के बाद भी बतौर गिफ्ट एक पार्सल भेज दिया, जिसमें उसने कुछ पैसे व गिफ्ट बताए। पीड़ित युवती का कहना है कि दूसरे दिन उसके मोबाइल पर काल आई, जिस पर एक लड़की ने बात की। उसका कहना था कि एक पार्सल आया है, जिसके पैसे देने होंगे, तो उसने वापस करने को कहा। लड़के से बात की तो उसने कहा कि प्लीज पैसों की व्यवस्था कर दो, इसमें मेरे प्रमाण पत्र

जनसंचार विभाग के शोधार्थी अमित मिश्रा को मिला आईसीएसएसआर फेलोशिप

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पद्मश्री रघुराय की फोटो पत्रकारिता के सामाजिक यथार्थ पर कर रहे हैं शोध  जौनपुर। भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद् (ICSSR) ने डॉक्टरल फेलोशिप 2022-23 की सूची जारी की है। देश भर में मीडिया अनुसंधान के लिए कुल 15 अनुसंधानकर्ताओं का चयन इस वर्ष किया गया है। पद्मश्री रघुराय की फोटो पत्रकारिता के सामाजिक यथार्थ पर अनुसंधानरत अमित कुमार मिश्रा का चयन वीर बहादुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय से किया गया है। भारत के कुल विश्वविद्यालयों से 461 शोधार्थियों का चयन किया गया है । इसमें सभी सामाजिक विज्ञान के अनुसंधानकर्ता शामिल हैं। अमित कुमार मिश्रा वीर बहादुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय के इकलौते पीएचडी शोधार्थी हैं, जिनका चयन इस बार आईसीएसएसआर ने डॉक्टरल फेलोशिप के लिए किया है। अमित कुमार मिश्रा पीयू के जनसंचार विभाग में 2019-20 बैच के शोधार्थी हैं।  ये जनसंचार विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. सुनील कुमार के सुपरविजन में शोधरत हैं। मूलतः बनारस के छतरीपुर शिवपुर मुहल्ले के रहने वाले अमित डॉ. धर्मेंद्र कुमार और चन्द्रकला देवी के सबसे छोटे पुत्र हैं। इस अवसर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. न

जौनपुर जनपद के आठ थानो पर नये थानाध्यक्ष की नियुक्ती देखे सूची

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जौनपुर। अवकाश से वापस लौटने के पश्चात पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी ने थानेदारो के कार्यक्षेत्र में उलटफेर करते हुए 8 थाने पर नए थाना प्रभारियों को नियुक्त किया है। इस तबादले में थानाध्यक्ष लाइन बाजार को साइड लाइन कर दिया गया है। अपराध एवं अपराधियों पर प्रभावी नियन्त्रण बनाये रखने के लिए जनपदीय पुलिस स्थापना समिति के सदस्यों के साथ हुए विचार-विमर्श के उपरान्त निरीक्षक ना०पु० को उनके नाम के सम्मुख अंकित स्थान पर जनहित में तत्कालिक प्रभाव से स्थानान्तरित किया जाता है। मुंगराबादशाहपुर के प्रभारी निरीक्षक रमेश यादव को जलालपुर का थानाध्यक्ष बनाया गया, जलालपुर के थानेदार  जितेन्द्र बहादुर सिंह को सुरेरी की कमान मिली है। सुरेरी प्रभारी रहे रमेश कुमार को सिकरारा का प्रभार मिला है, इस थाना इंचार्ज विवेक तिवारी को मुंगराबादशाहपुर भेजा गया है। लाइन बाज़ार के एसओ को प्रभारी चुनाव सेल में भेजा गया है। प्रभारी स्वाट आदेश त्यागी को लाइन बाजार का थानाध्यक्ष की कमान मिली है। सुजानगंज के थाना प्रभारी अखिलेश मिश्र को सरायख्वाजा का नया थानेदार नियुक्त किया गया है। यहां पर तैनात घनश्याम शुक्ल

बढ़ते भ्रष्टाचार के चलते मानवाधिकार का हो रहा है उलंघन- वक़ार हुसैन

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जौनपुर। विश्व मानवाधिकार के अवसर पर मानवाधिकार कैंप कार्यालय में हिंदुस्तान मानवाधिकार संगठन उत्तर प्रदेश इकाई की एक बैठक / गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और कुछ सामाजिक संस्थाओं से जुड़े लोग भी उपस्थित हुए, बैठक की अध्यक्षता  हिंदुस्तान मानवाधिकार के प्रदेश प्रभारी / महासचिव वक़ार हुसैन ने किया। कार्यक्रम में अपने उदगार व्यक्त करते हुए उनहोंने कहा कि आज मानवाधिकार उल्लंघन / हनन का सबसे बड़ा कारण भ्रष्टाचार है जो व्यापक रूप में टॉप टू बॉटम तक फैला हुआ है। विकास भवन से सचिवालय तक सब लिप्त हैं. पुलिस की ही कार्यशैली को देखिये जहाँ किसी भी पीड़ित या शिकायतकर्ता की बिना पैसा लिए सुनवाई नहीं। सैकड़ों सवारी ढोने वाले डग्गामार वाहन बिना किसी काग़ज़ न ब्रेक न लाइट सही परन्तु पुलिस को हफ्ता व महीना देकर धड़ल्ले से चल रही है और लोगों के जीवन का जोखिम बनी हुई है। जबकि जगह जगह दो पहिया वाहनों को चेक किया जा रहा है जैसे सारे अपराध दो पहिया वाहनों से जुड़े हुए हैं जबकि स्वयं लोगों को गलियां देते हैं थप्पड़ और लाठियां मारते हैं, फ़र्ज़ी शिकायत दर्ज क

मानवाधिकार हनन के खिलाफ आवाज उठाना शिक्षित समाज का दायित्व- प्राचार्य रमेश चन्द्र सिंह

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जौनपुर। गांधी स्मारक पीजी कालेज समोधपुर मे 'अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस' पर राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में आयोजित संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो रमेश चन्द्र सिंह ने छात्र -छत्राओं को मानवाधिकारों के प्रति जागरूक किया। उन्होंने सभी शिक्षितों को यह भी याद दिलाया कि समाज में अगर किसी व्यक्ति के मानवाधिकारों का हनन हो रहा है तो आपकी यह नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि आप उसके पक्ष में आवाज उठाएं । राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि  द्वितीय विश्वयुद्ध के पश्चात संयुक्त राष्ट्र संघ ने 10 दिसम्बर 1948 को 'मानवाधिकार की सार्वभौमिक घोषणा' अंगीकार की। इस घोषणा का परिणाम यह हुआ कि भारतीय संविधान के निर्माण के समय व्यक्ति के मौलिक अधिकारों का विशेष ध्यान रखा गया।समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना प्रोफेसर राकेश कुमार यादव ने मानवाधिकारों के इतिहास के बारे में विस्तृत चर्चा किया।कार्यक्रम अधिकारी डॉ आलोक प्रताप सिंह विसेन ने कहा कि प्रत्येक देश संविधान वहां के मानवाधिकारों को संरक्षण देता है ।जितेंद्र स

पहले दामाद की पिटाई फिर सुलह समझौता जानें क्या है कहांनी

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जौनपुर। गौराबादशाहपुर क्षेत्र के एक गांव में दो बच्चों की मां को शराबी पति द्वारा देर रात मारपीट कर घर से निकाल दिये जाने की घटना के बाद शुक्रवार को महिला के मायके वालों द्वारा पंचायत के दौरान भरी पंचायत में मायके वालो एवं रिश्तेदारों ने पत्नी को निकालने वाले युवक को जमकर पीटा। हालांकि माफी मांगने के बाद मामला शांत हुआ। मिली खबर के अनुसार जफराबाद थाना क्षेत्र के एक गांव के युवक की शादी चार वर्ष पूर्व गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती से हुई थी। शादी के बाद दो बच्चियों ने जन्म लिया। लड़की पैदा होने पर पति शराब पीकर पत्नी को अक्सर मारता पीटता था। पति हमेशा पत्नी के चरित्र को संदेहास्पद बताता रहा है। इसी बात को लेकर पत्नी को कई बार मारा पीटा। पंचायत में फिर गलती नहीं करने की बात पर सुलह हुई थी। गुरूवार की रात को फिर दोनों में विवाद हुआ। पति ने मारना-पीटना शुरू कर दिया। उसके बाद आधी रात को पत्नी को घर से बाहर कर दिया। विवाहिता ने सूचना अपने मायके वालों को दी। उसके परिजन रात को ही 112 डायल कर सूचना देकर पुलिस के साथ पहुंच गए। दूसरे दिन सुबह एक बार फिर पं