लखनऊ। त्वरित निर्णयों के लिए अपनी पहचान बना चुकी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इस बार उत्तर प्रदेश में पार्टी का अध्यक्ष तय करने के लिए लेकर काफी समय से उलझन में फंसी है। चूंकि, इस पद पर नियुक्ति से पार्टी को लोकसभा चुनाव के लिए जातीय-क्षेत्रीय समीकरण भी साधने हैं, इसलिए मंथन ज्यादा किया जा रहा है। हालांकि, प्रदेश कार्यसमिति के बाद भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक भी हो चुकी है। धरातल पर चुनावी अभियानों को गति दी जानी है, इसलिए उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा हो जाएगी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा लगातार दूसरी जीत का इनाम प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को देते हुए उन्हें योगी सरकार में जलशक्ति मंत्री बना दिया गया। एक व्यक्ति, एक पद का सिद्धांत पार्टी में लागू है, इसलिए तय है कि स्वतंत्र देव के स्थान पर नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति की जाएगी। यूपी में सरकार गठन के बाद मार्च से ही दिमागी घोड़े इस दिशा में दौड़ रहे हैं कि पार्टी प्रदेश में संगठन के मुखिया का जिम्मा किस वर्ग के कार्यकर्ता को सौंपेगी। पार्टी
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