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जौनपुर में कोरोना पाजिटिव मरीजों की संख्या पहुंची पांच

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    जौनपुर।  जनपद में एक और कोरोना संक्रमण से ग्रसित मरीज पाये जाने पर जिले के प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है। इस पांचवे मरीज के नाम की पुष्टि जिला प्रशासन के द्वारा शाने आलम के रूप में की गयी है।  जिला प्रशासन ने जारी विज्ञप्ति में बताया है कि शाने आलम को विगत कुछ समय से क्वारंटाइन करते हुए आई टी आई कालेज सिद्दीकपुर में  रखा गया है। उसका सैम्पल जांच हेतु भेजा गया था। आज रिपोर्ट प्राप्त हुई है रिपोर्ट में उसे कोरोना संक्रमित पाजिटिव पाया गया है।  बतादे इसके पहले जिले में चार व्यक्ति कोरोना पाजिटिव पाये गये थे।  । सबसे पहले 23 मार्च को  पिरोसो पुर निवासी असहद कोरोना वायरस से ग्रसित मिला था जो अब ठीक होकर अपने घर चला गया है। इसके बाद 2  अप्रैल को लाल दरवाजा मस्जिद में छिपे दो तब्लीगी जमाती  इस्माइल बंगला देश  एवं यासीन अंसारी रांची झारखंड कोरोना पाजिटिव पाये गये थे।  तत्पश्चात 8 अप्रैल को बदलापुर तहसील क्षेत्र के देवगांव गांव में गुफरान नामक युवक कोरोना संक्रमण से ग्रसित पाया गया यह सहारनपुर देवबंद से वापस आया था।  इन तीनों का उपचार वाराणसी स्थित अस्पताल में हो रहा है।

क्या सचमुच सरकार का पैसा गरीब मजदूर को मिल रहा है ?

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जौनपुर  ।  कोरोना वैश्विक महामारी के देश में लागू लाक डाऊन के समय में एक बार फिर सरकार ने  मनरेगा मजदूरों को याद किया है और घोषणा किया है कि पूरे देश में मनरेगा मजदूरों को उनके खाते में जीविको पार्जन के लिए 1000 रूपये  प्रति श्रमिक दिया जाये और अपनी घोषणा के क्रम में पैसा भी रिलीज कर रही है । अब यहाँ पर सवाल यह उठता है कि क्या  जिनके नाम मनरेगा मजदूरों की सूची में और सरकार  तथा शासन, प्रशासन मनरेगा मजदूर मान रहे है क्या वे सचमुच मनरेगा मजदूर अथवा गरीब है या नहीं  ?  क्योंकि सूत्र बताते हैं कि मनरेगा मजदूरों की सूची तैयार करने में गांव के जन प्रतिनिधि / ग्राम प्रधान एवं सेक्रेटरी कमीशन खोरी के चक्कर में जो खेल किये हैं उससे असली गरीब और श्रमिक सूची से बाहर है। इसके बिषयक जनपद जौनपुर ग्राम सभाओं का सर्वे कराया तो जो सच दृष्टिगोचर हुआ वह दाँतो तले अंगुली दबाने को मजबूर कर देता है। अधिकतम आठ से दस प्रतिशत गरीब एवं सचमुच मजदूर है तो  90 प्रतिशत ऐसे लोगों का नाम मनरेगा मजदूरों की सूची में है जो ग्राम प्रधान के परिवार अथवा खानदान एवं सम्पन्न लोग है।  गांव सभा के चुनावों में जीते प