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Showing posts from June 22, 2023

जौनपुर सहित वाराणसी मंडल सहित पूर्वांचल के जिलों में जानें कब उमस और गर्मी से मिलेगी राहत

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उत्तर प्रदेश में प्री मानसून की इंट्री हो चुकी है। वाराणसी में भी बीते दिवस कई इलाकों में बारिश ने लोगों को राहत दिलाई है। ऐसे में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग IMD ने वाराणसी मंडल सहित आस-पास के जिलों में गरज-चमक और आंधी के साथ बारिश की चेतावनी जारी की है। राजधानी लखनऊ सहित पूरा प्रदेश जून माह में तप रहा था पर तूफान बिपरजॉय के असर से पश्चिमी यूपी में रविवार से बारिश शुरू हुई है जो पूर्वी यूपी में प्री मानसून की दस्तक से पहुंच गई है। हालांकि बुधवार दिन का तापमान झुलसा देने वाला था। IMD के अनुसार वाराणसी में गुरुवार को अधिकतम तापमान 42 डिग्री रिकार्ड किया गया जो पूर्व में चल रहे तापमान से राहत देने वाला है। इसके अलावा बीती रात न्यूनतम तापमान भी 29 डिग्री था जिससे रातों में गर्मी का एहसास नहीं हुआ।पूर्वांचल में वाराणसी सहित आस-पास के जिलो में लोगों को आज उमस से परेशान होना पड़ेगा क्योंकि IMD के अनुसार आज मौसम में आद्रता 68 प्रतिशत तक जा सकती है, जिससे पसीने वाली गर्मी और उमस ज्यादा होगी। बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर मनोज श्रीवास्तव की मानें तो वाराणसी

प्रदेश के पुलिस प्रमुखो को डीजपी का शख्त आदेश बच्चो को रात के समय थाने में रखा तो होगी शख्त कार्रवाई

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पुलिस महानिदेशक विजय कुमार ने सभी पुलिस आयुक्तों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों एवं पुलिस अधीक्षकों को जारी एक आदेश में शख्त निर्देश दिए हैं कि यदि रात के समय किसी भी बच्चे को थाने में रखा गया तो कार्रवाई होगी। दरअसल उप्र राज्य बाल संरक्षण आयोग ने इस पर डीजीपी को पत्र लिखकर आपत्ति जताई थी। कहा था कि कुछ मामलों में बालक बालिकाओं को कई दिनों तक थाने में रखा गया है। आयोग की सदस्य डा. शुचिता चतुर्वेदी ने 17 मई को डीजीपी को पत्र लिखा था। उन्होंने कहा था कि आयोग को निरंतर ऐसी सूचनाएं मिल रही हैं कि बालिकाओं और बच्चों को रात्रि में थानों में रखा जा रहा है। कुछ मामलों में तो कई दिन इन्हें थाने में रखा गया जो जेजे एक्ट 2015 की धारा 8 (3) (i) के विरुद्ध है। पॉक्सो एक्ट के तहत किसी भी बच्चे को थाने में रखना अनुचित ही नहीं, विधि विरुद्ध भी है। इस पर संबंधित पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की सकती है। यदि रात में कोई बच्चा पुलिस को मिलता है तो उसे आश्रय गृहों में रखा जाए। जहां आश्रय स्थल नहीं है वहां वन स्टाप सेंटर में रखा जाए। इसी पर डीजीपी ने संज्ञान लिया है कहा है कि इन नियमों का