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Showing posts from May 30, 2020

जमीनी विवाद में फौजदारी 8हुए घायल, दो की हालत गम्भीर

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   जौनपुर।  थाना सरायख्वाजा क्षेत्र स्थित लपरी गांव में जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षों जम कर हुईं मार पीट जिसमें हमलावर पक्ष ने धार दार हथियार का प्रयोग करते हुए विपक्षी के 8 सदस्यों को लहू लुहान कर दिया है। इसमें दो की हालत गम्भीर है सभी का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर हमलावरों की खोज में जुट गयी है।  मिली जानकारी के अनुसार लपरी गांव में पोखरे की जमीन को लेकर मुखनाथ एवं उनके पट्टी दार के बीच विवाद था  हमलावर पक्ष पोखरे पर कब्जा कर रहा था। मना करने पर धार दार असलहों के साथ हमला कर दिया जिसमें मुखनाथ 65 एवं शोभा देवी 40 को गम्भीर चोटे आयी है।  इसके अलावा मिठाई लाल,  मंजू, साधना,  अमन,एस पी यादव जख्मी है । तहरीर के आधार पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है ।

कोरोना संक्रमित 55मरीज हुए ठीक - डीएम जौनपुर

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    जौनपुर।  जनपद के लिए सुखद सूचना है कि कोरोना संक्रमित मरीजों में अब तक 55 मरीज ठीक होकर अस्पताल से छोड़े जा चुके हैं ।  सरकारी आकड़े के अनुसार  जनपद में अब 142 कोरोना संक्रमित एक्टिव केस है जो जनपद के दो  L-1 समकक्ष अस्पताल में भर्ती है, और उनका इलाज चल रहा है। 142 में  105 का सैमपल भेजा गया था इनमें 55 का रिजल्ट आज आ गया है और ये कोरोना नेगेटिव हो गये है। इन्हें अब स्वस्थ घोषित कर आज घर भेजा जा रहा है । उनको आज शाम 5:00 बजे स्वस्थ हो जाने के कारण घर वापस कर दिया जाएगा। इस प्रकार अब जनपद में 87 एक्टिव केस रह गये है। गाजीपुर के भी काफी कोरोना पेशेंट का इलाज जनपद जौनपुर  के अस्पताल में चल रहा है, उनमें भी 33 लोग ठीक हो गए हैं जिन्हें गाजीपुर उनके घर भेजा जा रहा है।

हिंदी पत्रकारिता दिवस पर ऑनलाइन संगोष्ठी का हुआ आयोजन

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जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग द्वारा हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि प्रख्यात यात्रा लेखिका, ब्लॉगर एवं फोटोग्राफर डॉ कायनात काजी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान हिंदी के पत्रकारों ने सामाजिक घटनाओं का सजीव चित्रण किया है। हिंदी पत्रकारिता ने मजदूरों के पलायन के  मुद्दे को संवेदनशीलता के साथ उठाकर सरकारों को जगाया है। उन्होंने कहा कि यह लॉकडाउन का दौर आत्म विश्लेषण का है। देश के तमाम हिस्सों में पत्रकार कोरोना वायरस  से संक्रमित हो रहे हैं फिर भी उनके मनोबल में कहीं कोई कमी नहीं हो रही है। आने वाला समय तमाम तरह की चुनौतियों को लेकर आएगा इनसे निपटने के लिए हमें तैयार रहने की जरूरत है। विभागाध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता हमारी मातृभाषा से जुड़ी हुई है। यह हिंदी के प्रख्यात साहित्यकारों के संरक्षण में पली बढ़ी है। आज की पीढ़ी को इसे समृद्ध करने में अपना योगदान देना चाहिए। विभाग के शिक्षक डॉ अवध बिहारी सिंह ने हिंदी भाषा के पहले समाचार पत्र उदंत मार्तंड पर प्रकाश डा

कोरोना संक्रमण के चलते हिन्दी पत्रकारिता के इतिहास में पहली बार नहीं मनाया जा सका हिन्दी पत्रकारिता दिवस

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जौनपुर । आजादी के बाद लगातार देश प्रदेश सहित जिले के पत्रकार 30 मई को हिन्दी पत्रकारिता दिवस के रूप में मनाते चले आ रहे है और इस दिन उदन्त मार्तण्ड अखबार की यादों को ताज़ा करते हुए एक साफ सुथरी जन हित की पत्रकारिता का संकल्प लेते रहे है । पत्रकारिता के इतिहास में पहली बार कोरोना संक्रमण के चलते जिला ही नहीं पूरे देश में पत्रकार समाज हिन्दी पत्रकारिता का उत्सव नहीं मना सका है ।हां शोसल मीडिया के माध्यम से बधाईयाँ जरूर ज्ञापित की गयी है। कोविड 19 महामारी पत्रकारो के इस उत्सव पर ग्रहण बन गयी है।  यहाँ बतादे कि देश आजादी की जंग लड़ रहा था उस समय तमाम अंग्रेजी मलयालम उर्दू  आदि भाषाओं में अखबार छप रहे थे  लेकिन हिन्दी भाषा में कोई अखबार नहीं छप रहा था ।उस समय के पत्रकार अंग्रेजी हुकूमत के भय से हिन्दी में अखबार छापने का साहस नहीं जुटा पा रहे थे। उप्र के कानपुर निवासी पं. जुगल किशोर शर्मा रोटी रोजी के सिलसिले में कोलकाता गये थे।  उन्होंने कोलकता से ही हिन्दी अखबार निकालने का निर्णय लिया और 30 मई सन्  1826 को पहला हिन्दी का अखबार उदन्त मार्तण्ड का प्रकाशन शुरू कर दिया।