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Showing posts from March 5, 2021

डीएम की चौपाल में ग्रामीणों के निशाने पर रहे ग्राम प्रधान,पीएम आवास में हुआ भ्रष्टाचार

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जौनपुर। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा द्वारा विकासखंड महाराजगंज के ग्राम पंचायत कैलवल में चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी गई तथा समस्त अधिकारियों को निर्देश दिया कि चौपाल में जो भी समस्याएं आयी है, संबंधित अधिकारी उनकी जांच कराकर निस्तारण कराएं। चौपाल में ग्रामीणों द्वारा जिलाधिकारी से शिकायत की गई कि ग्राम प्रधान द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों का पैसा निकलवाकर ठेकेदार के माध्यम से आवासों का निर्माण कराया गया है। जिलाधिकारी ने प्रकरण की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश परियोजना निदेशक को दिया। सौभाग्य योजना के अंतर्गत ग्राम सभा में छह बस्तियां संतृप्त होने से शेष रहने पर जिलाधिकारी ने एसडीओ विद्युत रंजीत कुमार का स्पष्टीकरण मांगा कि किन कारणों से फेज वन तथा फेज टू में यह बस्तियां संतृप्त नहीं हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि एक वर्ष पूर्व सौभाग्य योजना के अंतर्गत बजाज कंपनी द्वारा एक खंभा लगाया गया था जिसे फिर से उखाड़ लिया गया, जिस पर जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी अनुपम शुक्ला को निर्देश दिया कि प्रबंध निदेशक विद्युत को उक्त के

जिलाधिकारी ने लगवाया टीका का दूसरा डोज

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टीका है सुरक्षित, नम्बर आने पर अवश्य लगवाये - मनीष कुमार वर्मा डीएम  जौनपुर । जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने राजकीय लीलावती देवी अस्पताल में पहुचकर कोविड-19 की वैक्सीन का द्वितीय डोज लगवाया। टीका लगाने के बाद एएनएम ने उन्हें टीके के बारे में जानकारी दी। उन्हें बताया कि आपको कोविड-19 का टीका लग रहा है। यह पूरी तरह से सुरक्षित है। टीका लगवाने के बाद भी आपको कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना है। मास्क लगाना है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है। उसके बाद जिलाधिकारी आधे घंटे आब्जर्वेशन में रहे। जिलाधिकारी ने 60 वर्ष से अधिक आयु के टीका लगवाने आये व्यक्तियों का हाल-चाल भी लिया और कहा कि टीका लगवाने के बाद भी मास्क लगाना एवं सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना जरुरी है। उन्होंने सभी को संदेश दिया कि आनलाइन एवं आफलाइन के माध्यम से कोविड का टीका लगाये जाने हेतु रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है । सभी लोग टीका  www.cowin.gov.in  बेवसाइड पर जाकर अपना आनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते है। जिलाधिकारी ने टीका लगवाने आये  81 वर्षीय वरिष्ठ अधिवक्ता सिविल कोर्ट, बी.डी. सिंह को प्रमाण पत्र भी दिया।

पंचायत चुनाव कैसे शान्ति पूर्वक हो,थाना प्रभारियों सहित अधिकारियों को निर्देश - आईजी जोन

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  जौनपुर। अपर पुलिस महानिरीक्षक वाराणसी विजय सिंह मीणा द्वारा जनपद जौनपुर के वार्षिक निरीक्षण के दौरान परेड की सलामी लेने के पश्चात निरीक्षण किया गया, तत्पश्चात पुलिस कर्मियों की दक्षता के आकलन के लिए बलवा ड्रिल कराया गया एवं डायल 112 पी0आर0वी0 वाहनों,एमटी सेक्सन के वाहनों, शस्त्रागार, निर्माणाधीन बैरकों, पुलिस कैंटिंन आदि का निरीक्षण किया गया तथा पुलिस मेस में भोजन कर पुलिस कर्मियों के लिए बन रहे भोजन की गुडवत्ता की जांच परख की गयी तथा सम्बन्धित को आवश्यक आदेश निर्देश दिये गयें। तत्पश्चात सैनिक सम्मेलन कर पुलिस कर्मियों की समस्या को सुना गया तथा उसके निस्तारण हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किया गया एवं पंचायत चुनाव को सकुशल सम्मपन्न कराने हेतु मनोयोग से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया गया तथा आगामी पंचायत चुनाव के दृष्टिगत जनपद के समस्त राजपत्रित अधिकारी व प्रभारी निरीक्षक / थानाध्यक्षों की मीटिंग कर अपराध समीक्षा की गयी एवं आवश्यक निर्देश देते  हुए कहा कि पंचायत चुनाव में अशांति पैदा करने वालों को चिन्हित किया जाये साथ ही उनके खिलाफ विधिक कार्यवाही करते हुए पाबन्द किया जाये।  आईजी जो

तमाम दावे करने वाली पुलिस अब तक नहीं पहुंच सकी हत्यारे तक

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बेटी ने रोते हुए कहा अगर घटना के दिन पुलिस सक्रिय होती तो सायद पिता की मौत न होती  हाथरस जिले के सासनी इलाके के गांव नोजलपुर में किसान की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या करने वाला मुख्य आरोपी गौरव उर्फ रुद्राक्ष पंडित अभी पुलिस की पकड़ से दूर है। उस पर एक लाख रुपये का इनाम है। उसकी तलाश में पुलिस की कई टीमें लगातार दबिशें दे रही हैं। पुलिस लोगों को हिरासत में लेकर उनसे लगातार पूछताछ भी कर रही है, लेकिन वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ रहा। गौरव से जुड़ा हर कनेक्शन पुलिस तलाश रही है।  उल्लेखनीय है कि बीते सोमवार को कुछ नामजदों ने सासनी क्षेत्र के एक गांव में दिन दहाड़े एक किसान की उस समय हत्या कर दी थी, जब वह अपने खेत में आलू की खोदाई करा रहा था। इस हत्या का मुख्य आरोपी गौरव शर्मा उर्फ गौरव सोंगरा उर्फ रुद्राक्ष पंडित है। इस किसान की बेटी से गौरव ने करीब ढाई साल पहले घर में घुसकर छेड़खानी की थी। इस मामले में उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था और वह जेल भी गया था। वह इस मामले में जमानत पर था। अब वह इस किसान पर मुकदमा वापस लेने और समझौते के लिए दबाव बना रहा था।  इस किसान ने जब

फिर सामने आयी पुलिस की बर्बरता, हिरासत में लिये युवक को इतना मारा कि वह पहुंच गया अस्पताल

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जौनपुर। जनपद में एक बार फिर पुलिसिया बर्बरता सामने आयी है। पुलिस ने गबन के आरोपी को गिरफ्तार कर इतना पीटा कि आरोपी युवक बेहोश हो गया। हलांकि की युवक को बेहोश होते ही पुलिस के हाथ पांव फूलने लगे तत्काल घायल युवक को सीएचसी बरसठी ले गये वहां से प्रथम उपचार के बाद तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया है जहां पुलिसिया पिटायी से घायल युवक का उपचार चल रहा है। इस बार की घटना में जौनपुर पुलिस की जगह दिल्ली पुलिस ने जौनपुर के थाना बरसठी में घटित किया है।  मिली जानकारी के अनुसार  दिल्ली के थाना अलीगंज में मु. अ.सं. 87 21 से एक मुकदमा धारा 381, 411 एवं 34 आई पी सी का दर्ज कराया गया है जिसमें जौनपुर जनपद के थाना बरसठी क्षेत्र स्थित ग्राम कानपुर निवासी राजेन्द्र सिंह के पुत्र आशुतोष सिंह को अभियुक्त बनाते हुए आरोप लगाया गया है कि अभियुक्त ने विवेक अग्रवाल के रा मटेरियल की कम्पनी में मुनीम के पद पर काम करते हुए आरोपी आशुतोष  सिंह एवं दिल्ली निवासी लोक नाथ  ने मिल कर कम्पनी का माल लगभग 48 लाख रुपये की चोरी कर बेच दिया है। इसके बाद दोनों कम्पनी छोड़ कर फरार हो गये है। इस घटना के बाद कम्पनी मालिक

पुलिसिया दबाव के सामने घुटना टेकते हुए पूर्व सांसद धनन्जय सिंह ने कोर्ट में किया सिलेन्डर

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जौनपुर। लखनऊ के अजीत हत्या काण्ड में पूर्व सांसद एवं बाहूबली नेता धनन्जय सिंह के उपर पुलिस द्वारा इनाम घोषित करते हुए शिकंजा कसते हुए लगातार उनके ठिकानों पर की जा रही छापामारी के चलते आज धनन्जय सिंह ने प्रयागराज में एमपी एमएलए कोर्ट में  दिन मे 12 बजे के आसपास अपने अधिवक्ताओं को लेकर सिलेन्डर कर दिये है । बतादे कि गत 03 मार्च 21को लखनऊ पुलिस ने पूर्व सांसद धनन्जय सिंह की गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया था तभी से लखनऊ पुलिस एसीपी विभूति खण्ड के नेतृत्व में पूर्व सांसद के तमाम ठिकानों पर लगातार छापे मारी करने के साथ उनकी अचल सम्पत्तियों को चिन्हित किया जा रहा था । पुलिस की कार्यवाही से संकेत साफ मिल रहा था कि धनन्जय सिंह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी चल रही है। विगत 6 जनवरी 21 को लखनऊ के थाना विभूति खण्ड में मु.अ.सं.15/21 से दर्ज हत्या के मुकदमे में धनन्जय सिंह का नाम तो नहीं था लेकिन पुलिस शुरू से ही इनकी साजिश मान रही थी। इस हत्या काण्ड में पुलिस के हाथों मारे गये मुख्य शूटर गिरधारी उर्फ डाक्टर एवं घटना में घायल बदमाश का उपचार करने वाले चिकित्सक

पिता ने बताया बेटे को पुलिस से है जान का खतरा, सीएम से किया न्याय की मांग

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जौनपुर । पूर्व सांसद धनन्जय सिंह के खिलाफ लखनऊ पुलिस की कड़ी कार्रवाई करते हुए लगातार शिकंजा कसे जाने पर अब धनन्जय सिंह की सुरक्षा में उनके पिता पूर्व विधायक राजदेव सिंह ने मोर्चा संभालते हुए पुलिस से धनन्जय सिंह के जान को खतरा बताया है साथ मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश से न्याय की गुहार भी लगाया है। धनन्जय सिंह के पिता पूर्व विधायक राजदेव सिंह बीते 4मार्च 21 को सायं काल अपने आवास पर मीडिया से रूबरू होते हुए पुलिस के उपर आरोप लगाया है।यहां बतादे कि लखनऊ पुलिस ने धनन्जय सिंह के उपर अब   25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है।    पूर्व विधायक ने कहा कि अब उनके पुत्र धनन्जय सिंह के ऊपर जान का खतरा लखनऊ पुलिस व प्रशासन से उत्पन्न हो गया है। उनका कथन है कि  विधानसभा मल्हनी के उप चुनाव में भाजपा की हार के कारण अब बदले की भावना से फर्जी अपराध में फंसाने का काम सरकार के इशारे पर किया जा रहा है।  लखनऊ पुलिस लगातार उनके ऊपर दबाव बनाया जा रहा है। धनन्जय सिंह के पिता एवं पूर्व विधायक राज देव सिंह ने कहा कि जो दो बार विधायक व एक बार सांसद रह चुके है जिनको जनता का भरपूर प्यार लगातार मिल रहा ह

एनकाउन्टर में मारे गये बदमाशों ने बजरंगी के इशारे पर जेलर की हत्या कर फैलायी थी सनसनी

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जनपद प्रयागराज में एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारे गए मुन्ना बजरंगी के गुर्गे रहे दोनों बदमाशों ने अपने दो साथी शूटरों के साथ वर्ष 2013 में बजरंगी के इशारे पर वाराणसी जिला जेल के डिप्टी जेलर अनिल त्यागी की हत्या कर पूरे राज्य में सनसनी फैला दी थी। एनकाउंटर में मारे गए दोनों बदमाश अमजद उर्फ अंगद उर्फ पिंटू उर्फ डॉक्टर और वकील पांडेय उर्फ राजीव उर्फ राजेश थे। दरअसल, उन दिनों अमजद और वकील के गिरोह का सरगना मुन्ना बजरंगी वाराणसी जिला जेल में बंद था। बजरंगी की हत्या के बाद दोनों मुख्तार गैंग सदस्य हो गये थे।  डिप्टी जेलर त्यागी के कड़क मिजाज और सख्ती से जिला जेल के बंदी खौफ खाते थे। त्यागी की सख्ती के कारण मुन्ना बजरंगी के अलावा उससे जेल में मिलने आने वाले उसके गुर्गे भी खासे परेशान रहते थे।  बजरंगी मोबाइल से अपने गुर्गों से बात भी नहीं कर पाता था। इसके लिए उसने कई बार डिप्टी जेलर त्यागी पर दबाव भी बनवाया, लेकिन उन पर कोई असर नहीं हुआ। इससे आजिज आकर सलाखों के पीछे से ही मुन्ना बजरंगी ने डिप्टी जेलर की हत्या की साजिश रची। बजरंगी के इशारे पर सतीश उर्फ चंदन ने डिप्टी जेलर त्यागी की रे