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Showing posts from May 24, 2025

*पंचायत चुनाव की तैयारियां शुरू, जानिए कब होगा चुनाव*

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*पहले गांवों का होगा परिसीमन* *ग्राम पंचायतों व राजस्व ग्रामों के शहरी क्षेत्र में शामिल होने से बदली है स्थिति...5 जून तक मांगे गए प्रस्ताव* लखनऊ। प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को तैयारियां जोरों से शुरू हो गई हैं। चुनावों से पहले गांवों का परिसीमन होगा। शुक्रवार को इससे संबंधित जारी शासनादेश में कहा गया है कि पिछले पंचायत चुनाव के बाद तमाम ग्राम पंचायतों व राजस्व ग्रामों के शहरी क्षेत्र में शामिल होने से स्थिति बदली है। इसके मद्देनजर शासन ने सभी जिलों से ग्राम पंचायतों और राजस्व ग्रामों के आंशिक पुनर्गठन के प्रस्ताव 5 जून तक मांगे हैं। पंचायत चुनाव-2021 के बाद कई जिलों में नगर पंचायत, नगर पालिका परिषद व नगर निगम के सृजन और सीमा विस्तार के चलते ग्राम पंचायतें और राजस्व ग्राम शहरी क्षेत्र में शामिल हो गए हैं। इससे कई ग्राम पंचायतों की जनसंख्या 1000 से कम हो गई है। जारी शासनादेश में कहा गया है कि शहरी क्षेत्रों में शामिल ग्राम पंचायतों को हटाना और बचे हुए राजस्व ग्रामों को नजदीकी ग्राम पंचायत में शामिल किया जाना जरूरी है। ग्राम पंचायतों की पूर्व में जारी अधिसूचना को संश...

फर्जी दस्तावेजों के सहारे परीक्षा में शामिल होने वाले गैंग का पर्दाफाश, 5 नकलची पकड़े गए

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जौनपुर।   थाना जलालपुर पुलिस  ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। फर्जी पहचान और कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर  दूसरों की जगह परीक्षा देते हुए 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार  किया गया है। यह कार्रवाई  पुलिस अधीक्षक जौनपुर  के निर्देश पर चलाए जा रहे अपराध विरोधी अभियान के तहत  अपर पुलिस अधीक्षक नगर  व  क्षेत्राधिकारी केराकत  के पर्यवेक्षण और  थानाध्यक्ष त्रिवेणी सिंह  के नेतृत्व में की गई।  23 मई 2025 को  बयालसी महाविद्यालय जलालपुर  में बीपीएड परीक्षा के दौरान  प्राचार्य डॉ. अलंकेश्वरी सिंह  और  असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अंशुमान सिंह  की सतर्कता से यह फर्जीवाड़ा सामने आया। पकड़े गए आरोपियों ने कूट रचित दस्तावेजों का प्रयोग कर  अन्य व्यक्तियों के स्थान पर परीक्षा में शामिल होने का प्रयास किया।  इस मामले में पुलिस ने  धारा 319 बीएनएस और 11/13(5) उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम 2024  के तहत केस पंजीकृत किया है। गिरफ्तार अभियुक्त: अजय यादव  पुत्र दया राम यादव, ग्राम दक्ष...

*यूपी: आय से अधिक खर्च करने वाले जौनपुर जिले में मुंगराबादशाहपुर के रिटायर्ड इंस्पेक्टर पर केस, विजिलेंस ने एफआईआर दर्ज कर शुरू की विवेचना*

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यूपी के राजधानी लखनऊ में विजिलेंस ने प्रदेश पुलिस के सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर जितेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का केस दर्ज किया है। शासन के निर्देश पर विजिलेंस ने उनकी चल-अचल संपत्तियों की जांच की थी। इसमें कुल वैध आय से करीब एक करोड़ रुपये अधिक व्यय करने के पुख्ता प्रमाण मिले थे। शासन की अनुमति के बाद विजिलेंस के कानपुर सेक्टर ने एफआईआर दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है। बता दें कि मूलरूप से जौनपुर जिला स्थित मुंगराबादशाहपुर निवासी एवं वर्तमान में राजधानी स्थित गोमतीनगर के विनीत खंड में रहने वाले सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर जितेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ शासन के निर्देश पर संपत्तियों की खुली जांच की गई थी। इसमें सामने आया कि उन्होंने अपनी आय के सभी वैध स्रोतों से 1.68 करोड़ रुपये अर्जित किए, जबकि चल-अचल संपत्तियों को खरीदने और भरण पोषण में 2.74 करोड़ रुपये व्यय किए।  मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू करने की अनुमति मिली इस तरह उन्होंने 1.05 करोड़ रुपये की काली कमाई अर्जित की थी। इस अंतर के बारे में विजिलेंस ने उनसे जवाब-तलब किया, जिसका वह संतोषजनक जवाब नहीं द...

*भारत का रक्षा क्षेत्र में एक और धमाका -पूर्णतः स्वदेशी "STAR" मिसाइल।STAR मिसाइल साबित होगी 'सुपरस्टार'। इसकी स्पीड ध्वनि की रफ्तार से भी ढ़ाई गुना तेज होगी।*

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पाकिस्तान अभी ब्रह्मोस की तबाही से ही नहीं उबर पाया है।इधर भारत ने शुरू कर दी उससे भी खतरनाक मिसाइल की टेस्टिंग, रडार भी नहीं पकड़ पाएगा। ब्रह्मोस के बाद अब भारत की एक और स्वदेशी मिसाइल तहलका मचाने वाली है। इस मिसाइल के तीसरे चरण की टेस्टिंग चल रही है। इस मिसाइल को जमीन से भी छोड़ा जा सकता है। *क्या है STAR मिसाइल की खासियत?* स्टार मिसाइल आधुनिक मिसाइलों की तरह तेज स्पीड से उड़ने और उनके व्यवहार की नकल करने की क्षमता रखता है। यह मिसाइल तकरीबन 3,062 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से उड़ सकती है। यह डायरेक्शन भी तेजी से बदल सकती है।इसका डिजाइन अलग-अलग मिशन और जरूरतों के मुताबिक आसानी से बदला जा सकता है। ये मिसाइल हवा से हवा में या हवा से जमीन पर हमला करने में मदद कर सकती है। इसके अलावा यह मिसाइल दुश्मन के रडार को तबाह करने की प्रैक्टिस में भी मददगार साबित हो सकती है। यह सुपरसोनिक मिसाइल मैक 2.5 की गति से उड़ती है, जो ध्वनि से ढाई गुना तेज है। यह नौसेना, वायुसेना और थलसेना के लिए उपयोगी साबित हो सकती है। DRDO इसमें और अपडेट्स करने पर भी विचार कर रहा है। *इस मिसाइल में क्षमता है ...

विद्यार्थियों की प्रतिभा निखारने पर ज़ोर दें शिक्षकः प्रो. वंदना सिंह

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नए सत्र में विश्वविद्यालय की दिशा पर हुआ मंथन जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार में शुक्रवार को संकाय एवं विभागाध्यक्षों की बैठक विश्वविद्यालय की दिशा को नए आयाम देने के संबंध में हुई। कुलपति प्रो. वंदना सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में शिक्षण गुणवत्ता ,  छात्र सहभागिता ,  अनुसंधान और प्लेसमेंट जैसे अहम मुद्दों पर विंदुवार विस्तार से चर्चा की गई। कुलपति ने कहा कि  “ हम चाहते हैं कि कक्षा का वातावरण ऐसा हो ,  जहां छात्र केवल उपस्थिति दर्ज न कराएं ,  बल्कि ज्ञान की गंगा में गोते लगाएं ,”  । उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे केवल पाठ्यक्रम न पढ़ाएं ,   बल्कि पठन-पाठन को आनंदमयी यात्रा बनाएं।  बैठक में यह तय किया गया कि शिक्षकों को क्लासरूम एवं प्रैक्टिकल कक्षाओं में बच्चों के साथ अधिक सक्रिय रूप से जुड़ना होगा। क्विज़ ,  चर्चा ,   केस स्टडी और अन्य संवादात्मक तरीकों से छात्रों की पर्सनालिटी को संवारा जाएगा। “ प्रतिभा को पहचानिए ,  मंच दीजिए और सराहना की परंपरा क...

विश्वविद्यालय स्तर पर ग्रामीण जल समस्याओं के समाधान हेतु नई पहल

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जौनपुर। जल से जुड़ी समस्याओं पर शोध को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आज विश्वविद्यालय में वाटर रिसर्च ग्रुप की बैठक का आयोजन किया गया। कुलपति प्रो. वंदना सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में विश्वविद्यालय स्तर पर गठित जल अनुसंधान समिति के सदस्यों ने भाग लिया। बैठक में भूमिगत जल मूल्यांकन (ग्राउंडवॉटर असेसमेंट), जल जनित बीमारियों और जल में मौजूद अशुद्धियों की पहचान पर विस्तृत चर्चा किया गया। प्रथम चरण में  विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए गांवों के जल स्रोतों की वैज्ञानिक जांच करेगी। साथ ही, पानी में मौजूद अशुद्धियों का विश्लेषण कर नैनो टेक्नोलॉजी के माध्यम से शुद्धिकरण की दिशा में कार्य किया जाएगा। इस अवसर पर कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि "हमारा शोध केवल शोध पत्रों के प्रकाशन तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि उसका सीधा लाभ समाज को मिलना चाहिए। इसी सोच के साथ इस अनुसंधान समिति का गठन किया गया है।" उन्होंने आगे कहा कि समिति द्वारा ब्लॉक स्तरीय जल अध्ययन भी किया जाएगा जिससे व्यापक स्तर पर समाधान की दिशा में कदम बढ़ाए जा सकें। बैठक में समिति सदस्य प्रो. गिरिधर ...