*भारत का रक्षा क्षेत्र में एक और धमाका -पूर्णतः स्वदेशी "STAR" मिसाइल।STAR मिसाइल साबित होगी 'सुपरस्टार'। इसकी स्पीड ध्वनि की रफ्तार से भी ढ़ाई गुना तेज होगी।*
पाकिस्तान अभी ब्रह्मोस की तबाही से ही नहीं उबर पाया है।इधर भारत ने शुरू कर दी उससे भी खतरनाक मिसाइल की टेस्टिंग, रडार भी नहीं पकड़ पाएगा। ब्रह्मोस के बाद अब भारत की एक और स्वदेशी मिसाइल तहलका मचाने वाली है। इस मिसाइल के तीसरे चरण की टेस्टिंग चल रही है। इस मिसाइल को जमीन से भी छोड़ा जा सकता है।
*क्या है STAR मिसाइल की खासियत?* स्टार मिसाइल आधुनिक मिसाइलों की तरह तेज स्पीड से उड़ने और उनके व्यवहार की नकल करने की क्षमता रखता है। यह मिसाइल तकरीबन 3,062 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से उड़ सकती है। यह डायरेक्शन भी तेजी से बदल सकती है।इसका डिजाइन अलग-अलग मिशन और जरूरतों के मुताबिक आसानी से बदला जा सकता है। ये मिसाइल हवा से हवा में या हवा से जमीन पर हमला करने में मदद कर सकती है। इसके अलावा यह मिसाइल दुश्मन के रडार को तबाह करने की प्रैक्टिस में भी मददगार साबित हो सकती है। यह सुपरसोनिक मिसाइल मैक 2.5 की गति से उड़ती है, जो ध्वनि से ढाई गुना तेज है। यह नौसेना, वायुसेना और थलसेना के लिए उपयोगी साबित हो सकती है। DRDO इसमें और अपडेट्स करने पर भी विचार कर रहा है।
*इस मिसाइल में क्षमता है कि ये सुपरसोनिक गति से आने वाली मिसाइलों, जैसे कि एंटी-शिप मिसाइलों का पता लगा सकती है और उन्हें नष्ट करने में भी सक्षम है। ये लिक्विड फ्यूल रैमजेट इंजन पर बेस्ड है।इससे फायदा ये है कि ये मिसाइल लंबी दूरी तक जा सकती है। ध्वनि से भी ढ़ाई गुना तेज स्पीड होने के कारण आधुनिक दौर के हवाई खतरों से निपटने में ये मिसाइल महारथी मानी जा सकती है। वहीं अब भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) इसे और भी ताकतवर बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है।*
इसे हवा से लॉन्च होने वाले वैरिएंट यानी LCA तेजस से कनेक्ट किया जा सकता है। जमीन से लॉन्च होने वाले वैरिएंट यानी बूस्टर के साथ भी जोड़ा जा सकता है। इससे इसकी रेंज भी बढ़ जाएगी। ये स्टार मिसाइल वायुसेना, थलसेना और जलसेना के लिए टारगेट प्रैक्टिस कर सकती है। स्टार मिसाइल पूर्णतः स्वदेशी होने के कारण सस्ती होने से ब्रह्मोस का विकल्प भी बन सकती है।
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