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Showing posts from September 13, 2022

यूपी सरकार को हाईकोर्ट का झटका,पुष्पेंद्र यादव मुठभेड़ कान्ड में पुलिस पर चलेगा मर्डर का केस

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    जनपद झांसी के बहुचर्चित पुष्पेन्द्र यादव फर्जी मुठभेड़ मामले में यूपी सरकार को झटका लगा है। मंगलवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाते हुए आरोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ मर्डर की एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। जस्टिस सुनीत कुमार और जस्टिस सैयद वैज मियां की खंडपीठ ने पुष्पेन्द्र के परिजनों की याचिका पर यह आदेश दिया है। इस मामले में अगली सुनवाई 29 सितम्बर को होगी। इस मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर हाईकोर्ट के फैसले पर खुशी जताई है। झांसी पुलिस के हाथों मारा गया पुष्पेंद्र यादव झांसी के करगुआं गांव का रहने वाला था। उसके पिता सीआईएसएफ में थे। पिता की आंखों की रोशनी चले जाने के बाद पुष्पेंद्र के बड़े भाई रवींद्र को उनकी जगह नौकरी मिल गई थी। पुष्पेंद्र का एक और भाई दिल्ली मेट्रो में नौकरी करता है। घरवालों के मुताबिक पुष्पेंद्र के पास दो ट्रक थे, जिनसे वो बालू और गिट्टी की ढुलाई करता था। परिवार वालों की मानें तो झांसी पुलिस ने पहले तो पुष्पेंद्र के खिलाफ फर्जी केस दर्ज किया और फिर उसे फर्जी एनकाउंटर में मार दिया। इस मामले में पुलिस ने दिल्

स्व उमानाथ सिंह को श्रद्धान्जलि अथवा शिक्षक की फर्ज अदायगी

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जौनपुर। स्व उमानाथ सिंह की 28 वीं पूण्यतिथि पर पूर्वांचल विश्वविद्यालय के उमानाथ सिंह इन्जीनियरिंग कालेज में कुलपति प्रो निर्मला एस मौर्य के नेतृत्व में स्व उमानाथ सिंह के प्रति आयोजित श्रद्धान्जलि समारोह में एक तरफ तो विश्वविद्यालय के शिक्षक और कर्मचारी स्व सिंह को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उन्हे याद कर उनके आदर्शो के अनुसरण का संकल्प ले रहे थे। इस कार्यक्रम में मौजूद इन्जीनियरिंग कालेज के शिक्षक जिन्हे फोटो के गोले में तीर से दिखया जा रहा है वह काला चस्मा लगाये मोबाइल देखते नजर आ रहे है। सवाल यह खड़ा होता है कि क्या जिस तरह उक्त शिक्षक श्रद्धासुमन अर्पित करते नजर आ रहे है क्या यह उचित होगा। हलांकि वायरल इस फोटो को लेकर अब जनपद की आवाम शिक्षक उपरोक्त के कृत्य पर सवाल खड़ा कर रही है कि आखिर प्रदेश सरकार में मंत्री पद पर रहने वाले पंडित दीनदयाल के दर्शन के साथ गरीबो की सेवा करने वाले के प्रति शिक्षक उपरोक्त का क्या सम्मान रहा अथवा फर्ज अदायगी रही। क्या इस घटना को प्रदेश सरकार तथा महामहिम राज्य पाल अथवा विश्वविद्यालय प्रशासन गम्भीरता से लेगा अथवा नहीं?

हिंदी को भारत की राष्ट्रभाषा बनाया जाए: डॉ ब्रजेश कुमार यदुवंशी

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जौनपुर। हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए सबको आगे आना होगा क्योंकि बिना अपनी भाषा के कोई भी राष्ट्र गूंगा होता है। उक्त विचार प्रख्यात साहित्यकार डॉ ब्रजेश कुमार यदुवंशी ने गांधी प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन के बाद व्यक्त किया। उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्र की एकता एवं अखण्डता के लिए हिंदी का राष्ट्रभाषा होना अति आवश्यक है। भारत में लोग भले ही अंग्रेजी बोल नहीं पाते अथवा लिख नहीं पाते हैं बावजूद इसके वे अंग्रेजी का उपयोग करने की कोशिश करते हैं। आज के युग में हम अपनी राष्ट्रीय भाषा को बोलने में शर्म महसूस कर रहे है और हिंदी भाषा के स्थान पर अन्य भाषाओं को महत्व दे रहे है। यह चिंता का विषय है। जब हम हिन्दुस्तान में रहते हुए भी हिंदी का प्रयोग नहीं करेंगे तो क्या अमरीका व अन्य देशों के नागरिक हिंदी का प्रयोग करने के लिए आयेंगे? गांधी प्रतिमा के समक्ष बैठे लोगों के हाथ में तख्तियों पर लिखा था - हिंदी को भारत की राष्ट्रभाषा बनाया जाए। भारत के संविधान से इंडिया नाम हटाया जाए। दुनियॉं में भारत की पहचान है हिंदी। देश की ऊंची शान करें,हम हिंदी में काम करें। हिंदी हमारी ताकत

उमानाथ सिंह ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद के दर्शन के साथ किया समाज की सेवा- गिरीश चन्द यादव

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जौनपुर। टीडी पीजी कॉलेज के प्रबन्धक एवं उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री पद पर आसीन रहे स्व. उमानाथ सिंह की 28वीं पूण्यतिथि पर उमानाथ सिंह स्मृति सेवा संस्थान के तत्वाधान में आयोजित श्रद्धान्जलि समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार के खेल युवा कल्याण राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार गिरीश चन्द यादव ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि स्व उमानाथ सिंह जी राष्ट्र एवं समाज के लिए समर्पित जनसेवी व्यक्ति रहे। राज्य मंत्री श्री यादव ने कहा कि आजादी के बाद देश में अनेक विचारधाराएं चल रही थी परंतु उमानाथ सिंह ने पं. दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद के दर्शन को स्वीकार किया और उसी पर चलते हुए देश और समाज की सेवा किया तथा प्रदेश सरकार के हिस्सा भी बने थे। राज्यमंत्री ने कहाकि आज सरकार उनके सपनों को सकार करते हुए गरीबों को रहने के लिए छत प्रदान कर रही है। उन्होंने आश्वस्त किया कि उमानाथ सिंह स्वशासी राजकीय मेडिकल कालेज का निर्माण अतिशीघ्र पूरा हो जायेगा। समारोह को संबोधित करते हुए राज्यसभा सदस्य सीमा द्विवेदी ने कहाकि राजनीति, समाजसेवा के क्षेत्र में जो लकीर उमानाथ सिंह

सरल, सहज प्रतिभा के धनी थे उमानाथ सिंह: कुलपति

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जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के उमानाथ सिंह इंजीनियरिंग संस्थान परिसर में उमानाथ सिंह की पुण्यतिथि के अवसर पर मंगलवार को पूर्व सांसद डॉ केपी सिंह और कुलपति प्रो. निर्मला एस.मौर्य ने उमानाथ सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि उमानाथ सिंह सरल, सहज प्रतिभा के धनी थे। शिक्षा के क्षेत्र में उनके किए कार्यों को भुलाया नहीं जा सकता।संकाय अध्यक्ष प्रो. बीबी तिवारी ने स्व.उमानाथ सिंह से जुड़ी स्मृतियों को साझा किया।  इस अवसर पर पूर्व सांसद केपी सिंह ने कहा कि पिताजी मानवता के पुजारी थे । उनके सद्कर्मों के चलते ही समाज में उनकी अच्छी पहचान थी। मानवता की करुण पुकार पर उन्होंने अपनी आहुति दे दी।  इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, प्रो हिमांशु सिंह , डॉ राकेश तिवारी, डॉ. विनोद तिवारी, सतीश त्यागी, प्रो अशोक श्रीवास्तव, डॉ संतोष कुमार, डॉ संजीव गंगवार, प्रो रजनीश भास्कर, श्री श्याम त्रिपाठी आदि उपस्थित थे।

ज्ञानवापी मामले में कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष को लगाई फटकार, 06 अक्टूबर से नियमित सुनवाई का आदेश

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ज्ञानवापी मस्जिद प्रकरण में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की ओर से दाखिल प्रार्थना पत्र पर आज मंगलवार की दोपहर अदालत में सुनवाई हुई। सिविल जज सीनियर डिवीजन कुमुदलता त्रिपाठी की अदालत में दाखिल प्रार्थना पत्र में उन्होंने सर्वे के दौरान ज्ञानवापी परिसर में मिले शिवलिंग के नियमित दर्शन-पूजन भोग-आरती की मांग की थी।  स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद पूर्व में भी धरना प्रदर्शन कर वजूखाने में मिले शिवलिंग के नियमित पूजन अर्चन की मांग कर चुके हैं। हालांकि, जिला प्रशासन के अनुरोध पर उन्‍होंने धरना खत्‍म कर अदालत का रुख किया था। अब इसी मामले में मंगलवार को सुनवाई अदालत में हुई। वहीं वादी किरन सिंह के एक वाद में ज्ञानवापी परिसर को लेकर मुकदमा नंबर 712/2022 भगवान आदि विश्वेश्वर विराजमान बनाम उत्तर प्रदेश राज्य में अदालत ने मुस्लिम पक्ष को कड़ी फटकार लगाई है। सिविल जज सीनियर डिविजन फास्ट ट्रैक कोर्ट में उपरोक्त मुकदमे में मंगलवार की सुनवाई के दौरान मुस्लिम पक्ष ने अपने अधिवक्ता के बीमार होने की जानकारी दी। बीमारी की वजह से न्यायालय से जवाब फाइल करने के लिए दोबारा समय मांगा। जिस पर न्यायालय ने फटकार

रेलवे ट्रैक पर 14 वर्षीय बच्चे की लाश मिलने से सनसनी हत्या की प्रबल संभावना,पुलिस जांच में जुटी

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जौनपुर। रेलवे ट्रैक पर बच्चे की लाश मिलने से जहां परिवार में कोहराम मचा हुआ है वहीं पर आम जनमानस दुःखी एवं दहशत के साये में आ गया है। हलांकि घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और बच्चे के मौत का सच खोलने के लिए छानबीन शुरू कर दिया है। इस घटना में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मृत छात्र का स्कूल बैग अमेठी जिले में एक ट्रेन की बोगी में मिला है।  खबर है कि जनपद प्रयागराज के थाना सराय ममरेज क्षेत्र स्थित पतईयां गांव निवासी राधवेन्द्र प्रताप सिंह मुंगराबादशाहपुर में जंघई रोड स्थित मंडी के पास किराये के मकान में रहते है। उनका 14 वर्षीय पुत्र आदित्य सिहं गुरूकुल पब्लिक स्कूल मे कक्षा 6 का छात्र है। सोमवार की सुबह वह अपनी बहन के साथ साईकिल से स्कूल के लिए निकला लेकिन वह स्कूल में न जाकर कहीं और चला गया। स्कूल बंद होने के पहले स्कूल के प्रबंधक विशम्भर दूबे के पास एक फोन आया कि स्कूल के ड्रेस मे एक बच्चा वाराणसी लखनऊ रेल प्रखंड पर प्रतापगढ जिले के पृथ्वीगंज के पास बच्चे का शव पड़ा है। वह तत्काल उसके क्लास रूम मे गये तो आदित्य सिंह अपन

मड़ियाहूँ ब्लाक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास की उठी आवाज, जंग शुरू

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  जौनपुर। जनपद में अब ब्लाक प्रमुखो को लेकर अविश्वास प्रस्ताव की राजनीति शुरू हो गई है। रामपुर ब्लाक में अविश्वास प्रस्ताव होने के बाद अब दूसरे ब्लाकों में भी अविश्वास के लिए आवाज उठने लगी है। मिली खबर के अनुसार मड़ियाहूं ब्लाक के क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने कलेक्ट्रेट में पहुंचकर अविश्वास प्रस्ताव के लिए आवाज उठायी। उन्होंने ब्लाक प्रमुख पर मनमानी तरीके से काम करने का आरोप लगाया। नेतृत्व करने वाले जयहिंद यादव ने बताया कि उनके साथ 62 क्षेत्र पंचायत सदस्य हैं। जयहिंद यादव ने बताया कि साथ में कुल 62 सदस्य हैं। कहा कि जिलाधिकारी कहीं दूसरी जगह थे इस लिए अविश्वास प्रस्ताव से संबंधित पत्र नहीं दिया गया। पुन: जिलाधिकारी से मिलकर पत्र दिया जाएगा। बता दें कि जयहिंद यादव की पत्नी ब्लाक प्रमुख का चुनाव लड़ चुकी हैं। उस चुनाव में इन्हें हार का सामना करना पड़ा था। यहां कुल 103 क्षेत्र पंचायत सदस्य हैं।

पुलिस विभाग का ऐसा सिपाही जो ड्यूटी के बाद गरीब बच्चो को देता है मुफ्त में शिक्षा

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यूपी पुलिस मे ऐसे विरले लोग ही हैं जो अपने सीमित समय और संसाधनों का इस्‍तेमाल समाज को बेहतर बनाने के लिए करते हैं, मगर ऐसे कुछ एक लोग भी बाकियों के लिए मिसाल बन जाते हैं. बिजनौर पुलिस में तैनात सिपाही अपनी ड्यूटी के साथ-साथ गरीब बच्चों को पढ़ा कर शिक्षा की अलख भी जगा रहे हैं. उनके इस काम से जहां उनके विभाग के अधिकारी भी अपने को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं और इसी के चलते मुरादाबाद डीआईजी शलभ माथुर ने उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया है। सहारनपुर के गांव कुरलकी खुर्द के रहने वाले सिपाही विकास कुमार पुलिस में भर्ती होने से पहले से ही गरीब बच्चों में शिक्षा की अलख जगाते आ रहे हैं. 2014 से विकास कुमार ने अपने गांव में ऐसे गरीब बच्चों को पढ़ाना शुरू किया जो गरीबी के चलते स्कूलों में शिक्षा ग्रहण नहीं कर पा रहे थे और वह किताबों का खर्च उठाने में सक्षम नहीं थे. उन्होंने यह मुहिम चलाकर पहले ऐसे बच्चों को अपने साथ जोड़ा जो पढ़ना चाहते थे पर स्कूल नहीं जा पा रहे थे. धीरे-धीरे इन बच्चों की संख्या बढ़ने लगी तो उन्होंने फिर ऐसे लोगों को तलाश किया जो उनके ही जैसे हो,

हाईकोर्ट का फैसला: घूसखोर अधिकारी को 06 साल की सजा और डेढ़ लाख रुपए का जुर्माना

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  अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने के लिए महज 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किए गए भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी और तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर (आयकर) अरविंद मिश्रा को कोर्ट ने दोषी ठहराया है। सीबीआई के विशेष न्यायाधीश अजय विक्रम सिंह ने घूसखोर तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर को छह साल के कारावास और 1.50 लाख रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई है। इसके बाद कोर्ट ने दोषी को सजा भुगतने के लिए जेल भेज दिया। कोर्ट ने सजा सुनाते हुए कहा कि अरविंद मिश्रा वर्ष 1989 में संघ लोक सेवा आयोग के जरिये चयनित होकर भारतीय राजस्व सेवा में आये थे। अगर वह इस मामले में शामिल न होते तो वर्तमान में मुख्य आयकर आयुक्त की श्रेणी का अधिकारी होते। कोर्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के सिद्धांतों में कहा गया है कि भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों के खिलाफ ऐसा कठोर दंड दिया जाए, जिससे समाज में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जाना संभव हो सके। ऐसे दोषियों के खिलाफ सहानुभूति और नम्र व्यवहार किए जाने से जहां समाज में गलत संदेश जाएगा वहीं, न्यायपालिका पर भी प्रश्नचिह्न लग सकता है। अभियोजन के अनुसार, वादी आरसी गर्ग ने 29 नव