Posts

Showing posts from March 17, 2024

ईएलसी निर्वाचन साक्षरता क्लब कार्यशाला आयोजित

Image
निर्वाचन साक्षरता क्लब के माध्यम से मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर ज़ोर जौनपुर। जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी रविन्द्र कुमार माँदड़ के निर्देश के क्रम में जनपद के मतदाताओं को जागरूक बनाकर लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 में अधिक से अधिक मतदान कराने के उद्देश्य से ईएलसी निर्वाचन साक्षरता क्लब की कार्यशाला राजा श्रीकृष्ण दत्त इ.का. के सभागार में आयोजित किया गया। जिसमें लगभग 114 कालेजों से आये स्वीप नोडल अधिकारी/प्रतिनिधि व कैम्पस अम्बेस्डर को प्रशिक्षित किया गया कि अपने अपने कालेजों में गठित ईएलसी को सक्रिय करते हुए निरन्तर मतदाता जागरूकता कार्यक्रम चलाये और जनपद में 25 मई को मतदान करने के लिए सभी मतदाताओं को प्रेरित करें। जिससे जनपद का मतदान प्रतिशत बढ़े।  जिला विद्यालय निरीक्षक प्रतिनिधि/ईएलसी कोआर्डिनेटर रमेश चन्द्र यादव ने उपस्थित लोगों को मतदाता जागरूकता चलाने हेतु संकल्प दिलाते हुए मतदान की शपथ दिलाई।ईएलसी योजना के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए ईएलसी कोआर्डिनेटर रमेश चन्द्र यादव ने कहा कि हमारे लोकतंत्र को अधिक मजबूत बनाने के लिए, हमारा उद्देश्य सभी पात्र मतदाताओं का ना

लोकसभा के इस चुनाव में इतिहास रहेगा कायम रहेगा या फिर...? जानें अब तक के सांसदो का नाम और कार्यकाल

Image
जौनपुर। देश में लोकतंत्र के महापर्व का बिगुल बजने के साथ ही पूरे भारत की सरकारी मशीनरी आयोग के अधीन होते हुए इस महापर्व को सम्पन्न कराने की तैयारियों में जुट गयी है। इसी क्रम में यूपी के जनपद जौनपुर का भी सरकारी तंत्र चुनावी तैयारियों में जुटा हुआ है। जनपद जौनपुर में दो लोकसभा क्षेत्र पड़ता है। एक 73 जौनपुर संसदीय क्षेत्र के नाम  से जाना जाता है तो दूसरा 74 मछलीशहर (सु) के नाम से जाना जाता है। सरकारी तंत्र के साथ अब सभी राजनैतिक दल के लोग भी लोकतंत्र में जन प्रतिनिधियों के सबसे बड़े चयनकर्ता (मतदाताओ) को पटाने के लिए गावं के गलियों की खाक छानना शुरू कर दिए है। हलांकि आयोग द्वारा अधिसूचना जारी होने के पहले भाजपा ने जौनपुर संसदीय सीट पर अपना पत्ता खोला है लेकिन अभी तक विपक्ष के लोग अपने पत्ते नहीं खोले है।मछलीशहर (सु) से अभी तक किसी भी दल ने अपने प्रत्याशी को चुनावी जंग में नहीं उतारा है लेकिन राजनैतिक पार्टियां अपने अपने पक्ष में माहौल बनाने में जुट गई है। यहां हम अभी तक 17 लोकसभा के लिए जौनपुर से प्रतिनिधित्व करने वाले नामो का जिक्र करते हुए जनपद के मतदाताओ के म

खेलकूद एवंम सांस्कृतिक क्षेत्रों में यूबीआई उत्कृष्ट कार्य कर रहा है - डॉ अब्दुल कादिर खान

Image
यूबीआई ने महिलाओं एवं बच्चों को सम्मानित किया  जौनपुर। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया क्षेत्रीय कार्यालय जौनपुर द्वारा वार्षिक खेलकूद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया मोहम्मद हसन पी जी कॉलेज में किया गया जिसमें दस से ज्यादा प्रकार खेल एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल किये गये जिसमें बैंक के 200 से ज्यादा महिलाओं,बच्चों,पुरुषों द्वारा प्रतिभाग किया गया जिसके मुख्य अतिथि अब्दुल कादिर प्राचार्य मोहम्मद हसन पी जी कॉलेज, यूनियन बैंक के क्षेत्र प्रमुख शैलेंद्र कुमार, जीवन यादव सहित यूनियन बैंक जौनपुर क्षेत्र के सभी बैंक कर्मी उपस्थित रहे I

समाजवादी पार्टी के ज़िला ईकाई की कार्यकारिणी हुई घोषित, प्रदेश अध्यक्ष की लगी मुहर देखे सूची

Image
जौनपुर। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की अनुमति से ज़िलाध्यक्ष राकेश मौर्य ने समाजवादी पार्टी की 65 सदस्यीय ज़िला कार्यकारिणी की घोषणा कर दी है। ज़िलाध्यक्ष राकेश मौर्य ने बताया कि  जिसमे वरिष्ठ नेता महेंद्र कुमार यादव, डा. सरफराज़, राजेंद्र यादव, हीरालाल विश्वकर्मा, इरशाद मंसूरी, विक्रमजीत बिंद ,राजमूर्ति सरोज, सहित 12 उपाध्यक्ष आरिफ हबीब को महासचिव, सुशील कुमार श्रीवास्तव को कोषाध्यक्ष पद की ज़िम्मेदारी दी है। इसके अतिरिक्त कैलाशनाथ यादव, राजदेव पाल, दीनानाथ सिंह गौरीशंकर सोनकर, प्यारेलाल निषाद, निज़ामुद्दीन अंसारी, मंजूर हसन, ज़मीर हसन, अफरोज़ हुसैनी, संजीव साहू, अरुण प्रजापति, शाहनवाज़ खान शेखू, दीपक जायसवाल, भूपेश पांडे, अवधेश पटेल, हवलदार चौधरी सहित *35 सचिव* तथा  लालजी पटेल, अलीमंजर डेजी, शिवप्रकाश विश्वकर्मा, कमलेश सरोज, ठाकुर प्रसाद तिवारी सहित 16 कार्यकारिणी सदस्य बनाए गए है। इसके अतिरिक्त राजनाथ यादव, शकील अहमद राजकुमार बिंद, पूनम मौर्य, अनवार आब्दी, शैलेंद्र सिंह पप्पू, रमापति यादव पूर्व प्रमुख, मेव

योगी सरकार के विकास एवं जन कल्याण कारी योजनाओ के चलते प्रदेश की एक नई पहचान बनी है - गिरीश चन्द यादव

Image
जौनपुर।भारतीय जनता पार्टी नगर दक्षिणी व नगर उत्तरी मण्डल का कार्यकर्त्ता सम्मेलन नगर के सिपाह स्थित विवाह मैरिज लान एवं करंजाकला मण्डल का कार्यकर्त्ता सम्मेलन सिद्दीकपुर में स्थित बरसाना लान पर सम्पन्न हुआ। नगर मण्डल के सम्मेलन का शुभारम्भ मुख्य अतिथि खेल मंत्री गिरीश चन्द्र यादव , पिंडरा के विधायक अवधेश सिंह व लोकसभा प्रत्याशी कृपाशंकर सिंह, नगर पालिका परिषद कि अध्यक्ष मनोरमा मौर्या, द्वारा पंडित दीनदयाल उपाध्याय व श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि करके किया गया। कार्यकर्त्ता सम्मेलन में खेल मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश कि योगी सरकार के विकास एवं जन कल्याणकारी कार्यों के परिणाम स्वरूप आज प्रदेश एक नई पहचान के साथ देश के विकास में अपनी अग्रणी भूमिका का निर्वहन कर रहा है डबल इंजन की सरकार के विकास कार्यों का लाभ गांव, गरीब, किसान, नौजवान, महिला सहित समाज की हर वर्ग को प्राप्त हो रहा है। इसलिए आने वाले चुनाव में हर कार्यकर्ता को मिलकर कमल के लिए वोट मांगना है। पिंडरा के विधायक डॉ अवधेश सिंह ने कहा कि आपके लोकप्रिय लोकसभा प्रत्याशी कृपाशंकर

दूधिया को छात्रा से हो गया प्यार, दोनों हुए फरार, फिर मंदिर में रचाई शादी,परिजनों ने उठाया ये कदम...

Image
वाराणसी बड़ागांव थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवक और युवती को एक-दूसरे से प्यार हो गया। सप्ताह भर पहले दोनों घर से भाग गए थे। शुक्रवार देर शाम दोनों वापस लौटे और हरहुआ पुलिस चौकी के पास मंदिर में परिजनों और पुलिस की मौजूदगी में शादी कर ली। ग्रामीणों के मुताबिक युवक दूध का व्यापार करता है। गांव की बारहवीं की छात्रा के घर दूध लेने जाता था। इसी बीच दोनों में नजदीकियां बढ़ीं। धीरे-धीरे जब इसकी जानकारी गांव के लोगों को हुई तो दोनों पिछले सप्ताह शनिवार को भाग गए। लड़की के परिजन उसे ढूंढने निकले तो पता चला कि युवक भी गायब है। जानकारी मिलने पर गांव के सम्मानित लोगों व जनप्रतिनिधियों ने पंचायत की।  इसके बाद लड़के और उसके परिवार के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस से शिकायत की गई। पुलिस मामला दर्ज कर कार्रवाई करती, इससे पहले ही शुक्रवार देर शाम दोनों वापस लौट आए और शादी की जिद पर अड़ गए। दोनों ने कहा कि वे बालिग हैं और अपनी जिंदगी के फैसले खुद ले सकते हैं। यह सुनकर दोनों के परिवारों ने भी उन्हें साथ रखने से इनकार कर दिया। शादी के बाद दोनों ने गांव छोड़कर जीविकोपार्जन के लिए दूसरे शहर का रुख

पेपर लीक की एक घटना ने बिगाड़ा आयोग का परीक्षा कैलेंडर, टल सकती हैं कई और परीक्षाएं

Image
  समीक्षा अधिकारी (आरओ)/सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) प्रारंभिक परीक्षा-2023 में पेपर लीक की घटना ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) का परीक्षा कैलेंडर बिगाड़ दिया। कैलेंडर में शामिल अब तक पांच परीक्षाएं स्थगित की जा चुकी हैं। इनमें से कोई ऐसी परीक्षा नहीं है, जो लोकसभा चुनाव के कारण प्रभावित हो रही हो। ऐसे में माना जा रहा है कि पेपरों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए जाने के बाद ही आयोग कोई परीक्षा कराएगा। आयोग ने अप्रैल से दिसंबर तक 17 तिथियां परीक्षाओं के लिए आरक्षित कर रखी हैं। आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा में पेपर वायरल होने की घटना के बाद इस परीक्षा को निरस्त किए जाने के बाद आयोग ने सबसे पहले 17 मार्च को प्रस्तावित पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा स्थगित की। प्रारंभिक परीक्षा स्थगित होने से अब सात जुलाई से प्रस्तावित मुख्य परीक्षा का टलना भी तय हो गया है। वहीं, 22 मार्च को प्रस्तावित स्टाफ नर्स (यूनानी/आयुर्वेदिक) (पुरुष/महिला) प्रारंभिक परीक्षा-2023 स्थगित होने के बाद अब 16 जून को प्रस्तावित मुख्य परीक्षा भी आयोग को टालनी पड़ेगी। सात अप्रैल काे प्रस्तावित सहायक नगर नि

पटाखा फैक्ट्री में भयानक विस्फोट एक युवक के उड़े परखच्चे, दूसरा गम्भीर रूप से घायल परिवार में कोहराम पुलिस जांच में जुटी

Image
रायबरेली के महाराजगंज कोतवाली क्षेत्र पहरेमऊ गांव से लगभग पांच सौ मीटर दूर आम की बाग में बनाए जा रहे पटाखे की दुकान में रविवार की सुबह लगभग ग्यारह बजे पटाखा बनाते समय अचानक भयानक विस्फोट हो गया जिसमें एक 19 वर्षीय युवक के परखच्चे उड़ गए, वहीं एक गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे आनन फानन सीएचसी महराजगंज पहुंचाया गया, जहां हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार कर जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया। युवा की मौत से परिजनों में कोहरा मच गया। पूरा मामला पहरेमऊ गांव से लगभग 500 मीटर दूर आम की बाग का है, जहां रविवार की सुबह लगभग 11:00 बजे की घटना है। पटाखा लाइसेंस धारक लाल मोहम्मद पुत्र अली हुसैन निवासी पहरेमऊ की गांव से बाहर पांच सौ मीटर दूर पर आम की बाग में पटाखा बनाने का काम करता है। उसके यहां वीरेंद्र कुमार (19) पुत्र राघवेंद्र शर्मा व उसका चचेरा भाई शिवम उर्फ छोटू (15) पुत्र देवेंद्र शर्मा निवासी पहरेमऊ भी पटाका बनाते हैं। रविवार सुबह लगभग 11:00 बजे वीरेंद्र कुमार और शिवम दोनों लाल मोहम्मद की बाइक से बारुद लेकर आए और दोनों पटाखा बनाना शुरू किए तभी अचानक भयानक विस्फोट हो गया। विस्फ

यूपी में चुनावी जंग इस बात की भी होगी कि किसका कद कितना कद्दावर बनकर उभरेगा जनता की कसौटी पर होंगे सियासी योद्धा

Image
उत्तर प्रदेश यानी पांचवां सबसे बड़ी आबादी वाला 'प्रदेश' देश की आबादी में करीब 17 फीसदी हिस्से वाला प्रदेश संसदीय चुनाव के मौके पर ये दो तथ्यात्मक परिचय उत्तर प्रदेश की हैसियत बताने के लिए पर्याप्त हैं। यूपी देश का दूसरा इंजन है। अपने आकार और संख्या से यह प्रदेश, देश के किंगमेकर की भूमिका निभाता है। ये बड़ापन खजूरनुमा नहीं है, प्रदेश की छांव दिल्ली दरबार तक कवर करती है। इस चुनाव में भी काफी कुछ तय करने का माद्दा इसी प्रदेश में है। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा हो चुकी है। जंग इस बात की भी होगी कि किसका कद कितना कद्दावर बनकर उभरेगा। जनता की कसौटी पर होंगे सभी सियासी खिलाड़ी। इतना ही नहीं, लोकतंत्र की कसौटी पर मतदाता भी होंगे, क्योंकि उन्हीं पर सारा दारोमदार है। बनारस से चुनाव मैदान में तीसरी बार उतरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रांड वैल्यू का लाभ हर बार की तरह इस बार भी पूरे प्रदेश को मिलने की भाजपा उम्मीद लगाए है, तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तेजतर्रार कार्यशैली और यूपी की इमेज ब्रांडिंग की छाप भी प्रचार में सबसे ऊपर रहेगी। सरकार व संगठन काफी हद तक इन द

राजनीति की उर्वरा भूमि है पूर्वांचल: इस क्षेत्र ने देश को दिए तीन पीएम और पांच सीएम जानें इससे जुड़ी कुछ बातें

Image
आजादी के पहले से ही पूर्वांचल की धरती राजनीतिक, सामाजिक, साहित्यिक और सांस्कृतिक रूप से मजबूत रही है। लाल बहादुर शास्त्री के रूप में पूरब से देश को दूसरा प्रधानमंत्री मिला। वे 9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 तक प्रधानमंत्री रहे। मुगलसराय शास्त्री जी का जन्मस्थान है, जो अब चंदौली जिले का हिस्सा है। उस वक्त यह वाराणसी जिले में था। बलिया के युवा तुर्क चंद्रेशखर सिंह 10 नवंबर 1990 से 21 जून 1991 तक प्रधानमंत्री रहे। उनका जन्म इब्राहिमपटटी है, जो बलिया जिले का हिस्सा है। पूर्वांचल में समाजवादी राजनीति के बड़े चेहरे में शुमार चंद्रेशखर 1962 से 1977 तक राज्यसभा के सदस्य थे। आपातकाल के बाद हुए नौ चुनावों में चंद्रशेखर आठ बार चुनाव जीतकर संसद पहुंचे। 1984 में उन्हें कांग्रेस के जगन्नाथ चौधरी के हाथों शिकस्त मिली थी। एक जनवरी 1891 को वाराणसी में जन्मे डॉ. संपूर्णानंद 1954-57 और 1957 से 60 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। वाराणसी के ही त्रिभुवन नारायण सिंह 1970-71 तक सूबे के मुखिया रहे। पूर्वांचल के विकास में अप्रतिम योगदान देने वाले पंडित कमलापति त्रिपाठी 1971