समता व न्याय के प्रणेता डा. अंबेडकर को महापरिनिर्वाण दिवस पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि
जौनपुर: । भारतीय जनता पार्टी के लाइन बाजार जौनपुर स्थित कार्यालय पर आज डॉ भीमराव रामजी अम्बेडकर की महापरिनिर्वाण दिवस पर उनके चित्र पर माल्यार्पण करके श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया, उसके उपरान्त जिलामहामंत्री सुशील मिश्रा ने उनके जीवन पर विस्तार से चर्चा करते हुये कहा कि उनका जन्म (1891-1956) का जन्म एक महार दलित परिवार में हुआ था। उनके पिता मध्य प्रदेश में कार्य करते थे उनके सीखने और पढ़ाई में गहरी रुचि होने के कारण भीमराव रामजी अम्बेडकर बॉम्बे के प्रतिष्ठित एल्फिंस्टन हाई स्कूल में दाखिला लेने वाले पहले दलित थे। बाद में उन्होंने तीन साल के लिए बड़ौदा राज्य के छात्रवृत्ति पर न्यूयॉर्क में कोलंबिया विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की शिक्षा पूरी की परन्तु अपना शोध जारी रखा, शोधों को पूरा करने के बाद डॉ. अम्बेडकर ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में दाखिला लिया जहां उन्होंने डॉक्टरेट थीसिस पर काम करना शुरू किया। वह अगले चार साल तक लंदन में रहें और दो डॉक्टरेट की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने आगे कहा कि 1924 में भारत लौटने के बाद डॉ. अम्बेडकर ने अस्पृश्यता के खिलाफ एक सक्रिय आंदोलन शुरू करने का फैसला किया, उन्होंने भारत में जाति व्यवस्था को उखाड़ने के उद्देश्य से, बहिश्रक हितकारिणी सभा की स्थापना की। उक्त अवसर जिला मंत्री रविन्द्र सिंह राजू दादा, डीसीएफ चेयरमैन धनञ्जय सिंह, भूपेन्द्र पाण्डेय, आमोद सिंह, विनीत शुक्ला, सिद्धार्थ राय, रोहन सिंह, बृजेश सिंह, शुभम मौर्य आदि उपस्थित रहें।
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