प्रयागराज फाफामऊ/थरवई मंगलवार को भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ की गंगापार इकाई द्वारा क्षेत्र के सम्मानित चिकित्सकों को डॉक्ट दिवस के उपलक्ष में सम्मानित किया गया जिसमें अवध चिकित्सालय के डॉक्टर एच.पी. तिवारी, विनीता हॉस्पिटल की डॉक्टर विनीता विश्वकर्मा, शक्ति मेडिकल सेंटर से डॉ हर्षवर्धन श्रीवास्तव, मीनाक्षी डेंटल क्लीनिक के डॉक्टर जितेंद्र राय, न्यू लाइफ लाइन केयर हॉस्पिटल के डॉक्टर एस.वी. यादव, नवजीवन हॉस्पिटल के डॉक्टर के.के. पांडे, प्राची हॉस्पिटल के डॉ प्रशांत पटेल, डीआईजी मेडिकल विनय अग्रवाल, कास मेडिकेयर सेंटर से कपिल जायसवाल आदि शामिल रहे इस दौरान महासंघ के पदाधिकारियों ने कहा कि डॉक्टर न केवल शरीर के रोगों का इलाज करते हैं, बल्कि वे समाज को नई आशा और ऊर्जा भी देते हैं। आज जब दुनिया अनेक चुनौतियों से जूझ रही है, तब डॉक्टरों की भूमिका किसी रक्षक या देवदूत से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि इन चिकित्सकों ने न केवल महामारी के समय जान की बाजी लगाई, बल्कि सामान्य दिनों में भी दिन-रात जनसेवा के लिए समर्पित रहते हैं। कार्यक्रम ...
*लखनऊ।* उत्तर प्रदेश में 2026 में प्रस्तावित त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारी के लिए बड़ा प्रशासनिक कदम उठाया गया है। राज्य सरकार ने सोमवार से ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन और परिसीमन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस प्रक्रिया के अंतर्गत प्रदेश की 2,300 से अधिक ग्राम पंचायतें प्रभावित होंगी, जिनमें से कई का विलोपन होगा तो कुछ को नगर क्षेत्र में शामिल किया जाएगा। इस परिसीमन प्रक्रिया का मुख्य आधार हालिया जनसंख्या वृद्धि, शहरी विस्तार, नवगठित नगर पंचायतों और नगर पालिका क्षेत्रों में हुए बदलाव हैं। ग्राम पंचायतों की जनसंख्या का निर्धारण 28 से 30 जून के बीच किया जाएगा। इसके बाद 12 से 14 जुलाई के बीच अंतिम सूची जारी की जाएगी। प्रशासनिक निर्देशों के तहत राज्य सरकार ने सभी जिलाधिकारियों (डीएम) को 8 जुलाई तक ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन का प्रस्ताव भेजने को कहा है। इसमें यह देखा जाएगा कि किन गांवों को नगर पंचायतों या नगर पालिका क्षेत्रों में शामिल किया जाना है और किन ग्राम पंचायतों को विभाजित या जोड़ा जाना है।
जौनपुर — जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चंद्र सिंह की अध्यक्षता में आजमगढ़-वाराणसी राजमार्ग संबंधी मुआवजे के प्रकरण के निस्तारण के सम्बन्ध में बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी के द्वारा अवगत कराया गया कि आजमगढ़-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण के दौरान वर्ष 2013 से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही थी, किन्ही कारणों से किसानों तथा एनएचएआई के मध्य मुआवजे के निर्धारण को लेकर गतिरोध चल रहा था। उन्होंने कहा कि किसानों को न्यायोचित मुआवजा मिल सके इस हेतु तीन गांव का अभिनिर्णय किया जा चुका है तथा अन्य सभी गांवों में अभिनिर्णय की प्रक्रिया चल रही है, दोनो पक्षों को सुनते हुए न्यायोचित निर्णय किया जाएगा जिससे आने वाले समय में शीघ्र राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण किया जा सके तथा किसानों और एनएचएआई के मध्य जो गतिरोध है उसे समाप्त किया जा सके। लम्बित मुआवजे के प्रकरण के निस्तारण के लिए एनएचएआई और किसानों के मध्य कई बार बैठक कराया गया है और पूरे प्रकरण को उच्च अधिकारियों से भी अवगत कराया गया। उन्होने कहा कि जो दर निर्धारित किया गया है अभिनिर्णय के पश्चात स...
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