तिरंगे के साथ फहराएं लोकतंत्र, न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व का परचमः काशीरत्न हीरालाल


अशोका इंस्टीट्यूट में धूमधाम से मना 74वें गणतंत्र दिवस का जश्न, स्टूडेंट्स ने पेश किए रंगारंग कार्यक्रम

वाराणसी। 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर अशोका इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी एंड मैनेजमेंट और अशोक स्कूल आफ बिजनेस में धूमधाम से आजादी का जश्न मनाया गया। तिरंगा फहराने के बाद शहीदों का पुण्य स्मरण करते हुए मुख्य अतिथि काशीरत्न  श्री हीरालाल मौर्य ने कहा कि आज का दिन हर बलिदानी को नमन करने और उनके सपनों को पूरा करने का संकल्प लेने का अवसर है। बलिदानियों के सपने तभी पूरे होंगे जब हम आज नई राह, नए संकल्प और नए सामर्थ्य के साथ आगे बढ़ेंगे।
स्टूडेंट्स और टीचर्स को संबोधित करते हुए श्री हीरालाल ने कहा कि देश की आजादी से पहले गुलामी का पूरा कालखंड संघर्ष में गुजर है। देशवासियों ने सैकड़ों सालों तक न सिर्फ गुलामी के खिलाफ जंग लड़ी, बल्कि अपना जीवन भी खपाया। लाखों जांबाजों ने अपने जीवन की आहुति भी दी। लंबे संघर्ष के बाद मिली आजादी तभी सार्थक होगी जब देश में लोकतंत्र, न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व का परचम फहरेगा। आजादी के बाद भारत ने एक ऐसा संविधान लागू किया जो हमारी सामूहिक चेतना का जीवंत दस्तावेज है, जिसकी सराहना पूरी दुनिया में की जाती है। देश की तरक्की के लिए शांति और सद्भाव जरूरी है। एकजुटता और भाईचारे के जरिए समस्याओं का समाधान ढूंढा जाना चाहिए।
काशीरत्न हीरालाल ने यह भी कहा कि इक्कीसवीं सदी ज्ञान-विज्ञान और लोकतंत्र का युग है। हम सब मिलकर, एक ऐसे नए भारत के निर्माण में जुट जाएं, जहां शांति हर सवाल के जवाब का आधार हो। एकजुटता से हर समस्या के समाधान के प्रयास हो। शांति और भाईचारा को बढ़ावा देकर देश विरोधी ताकतों को परास्त करें। हमें मिलकर देश के विकास में भागीदार बनना चाहिए। किसी भी समस्या का समाधान दृण इच्छाशक्ति, शांति और एकजुटता से ही किया जा सकता है। 
अशोका इंस्टीट्यूट के संस्थापक अशोक मौर्य ने देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारी एकजुटता और भाईचारे के चलते ही राष्ट्र विरोधी ताकतें नतमस्तक हो रही हैं। गणतंत्र-दिवस के पवित्र अवसर पर हम अपील करना चाहते हैं बुराई के रास्ते पर चलने वाले, राष्ट्रभक्त बनें और शांतिपूर्ण तरीके से समस्याओं को सुलझाएं।

चेयरमैन इंजीनियर अंकित मौर्य ने कहा कि अपराध, भ्रष्टाचार और हिंसा जैसी समस्याओं से निपटने के लिए हमें अपने देश को एक सफल, विकसित और स्वच्छ देश बनाना होगा। साथ ही गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा, ग्लोबल वार्मिंग, असमानता, आदि जैसे चीजों को अच्छी तरह समझना होगा और इनका हल निकालना होगा। वाइस चेयरमैन अमित मौर्य ने कहा कि भारत के महान स्वतंत्रता सेनानियों ने कड़ी मेहनत और संघर्ष के करके महात्मा गांधी, भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद, लाला लाजपत राय, सरदार बल्लभ भाई पटेल, लाल बहादुर शास्त्री ने देश को स्वराज दिलाया है। उसी का नतीजा है कि आज हम आजादी की हवा में सांस ले रहे हैं।

अशोका इंस्टीट्यूट की निदेशक डा.सारिका श्रीवास्तव ने कहा कि 74वर्ष पहले आज के दिन देश को पूर्ण स्वायत्त गणराज्य घोषित किया गया था और स्वतंत्र भारत में एक नए युग का सूत्रपात हुआ था। संविधान के रचनाकारों की भावनाओं को समझकर मानवता को हमारी भाषा और राष्ट्रधर्म को अपना धर्म स्वीकार करना होगा। 
आज के शुभ दिन गणतंत्र दिवस के अवसर पर ज्ञान की देवी माता सरस्वती का  पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया।  एक शिक्षण संस्थान के लिए इस पुजा का बहुत बड़ा मह्त्व होता है जिसमे पूरी श्रद्धा के साथ सभी   ने  पूजन और नमन किया।  इस मौके पर फार्मेसी के निदेशक डा.बृजेश सिंह, अशोका स्कूल आफ बिजनेस के निदेशक प्रो.सीपी मल्ल, डीन एसएस कुशवाहा, प्रो.एसके शर्मा, रजिस्ट्रार असीम देव आदि के अलावा इंस्टीट्यूट के सभी शिक्षक, कर्मचारी और स्टूडेंट्स उपस्थित थे, जिन्होंने तिरंगा फहराने के बाद देश की एकता और अखंडता की शपथ ली। इस अवसर पर स्टूडेंट्स ने रंगरंग कार्यक्रम भी पेश किया।

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