विश्व पर्यावण दिवस पर राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी द्वारा प्लास्टिक प्रदूषण के अन्त का आह्वान
विश्व पर्यावण दिवस पर राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी द्वारा प्लास्टिक प्रदूषण के अन्त का आह्वान
प्रयागराज / विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी, भारत एवं भा.वा.अ.शि.प.- पारिस्थितिक पुनर्स्थापन केन्द्र, प्रयागराज के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को प्लास्टिक प्रदूषण का अन्त के विषय पर एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के आरम्भ में डॉ. सन्तोष कुमार शुक्ला, कार्यकारी सचिव, नासी, प्रयागराज द्वारा मंचासीन अधिकारियों का अभिनन्दन करते हुए स्वागत भाषण प्रस्तुत किया गया। उन्होने बताया कि पर्यावरण संरक्षण के लिए भारतवर्ष की सबसे पुरानी विज्ञान अकादमी विभिन्न क्रियाकलापों के माध्यम से संकल्पित है। कार्यक्रम में नगर के विभिन्न विद्यालयों के 100 से अधिक शिक्षक एवं विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। मुख्य अतिथि डॉ. संजय सिंह, प्रमुख, ई.आर.सी. ने बताया कि प्लास्टिक प्रदूषण पर्यावरण के प्रत्येक हिस्से के साथ ही यह मानव स्वास्थ्य के लिए भी घातक है। प्लास्टिक उत्पादन, उपयोग एवं निस्तारण में गम्भीर पर्यावरणीय क्षति होती है। अतः प्लास्टिक प्रदूषण को, कम से कम उपयोग की जीवन शैली और पुनः उपयोग का चक्र अपना कर रोका जाना चाहिए। इसी क्रम में उन्होने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस हमें यह याद दिलाता है कि पृथ्वी हमारी साझा जिम्मेदारी है तथा इसका संरक्षण ही हमारे भविष्य की गारन्टी है।
कार्यक्रम में बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. पी. सी. अभिलाष ने कार्यक्रम विषय पर अपने व्याख्यान में कहा कि विश्व में प्राकृतिक संसाधनों पर अत्यधिक दबाव के कारण हमारी जैव विविधता के क्षति की गति बहुत ज्यादा हो गई है। इसलिए जैव विविधता का संरक्षण बहुत आवश्यक है। प्रो. एस. एम. प्रसाद, सेवानिवृत्त विभागाध्यक्ष, वनस्पति विज्ञान विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा प्लास्टिक उनमूलन तथा पर्यावरण संरक्षण पर अपने विचार साझा किये। यह कार्यक्रम नासी द्वारा समर स्कूल के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसके समन्वयक, प्रो. स्वप्निल श्रीवास्तव ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दिया। इसी क्रम लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो. मुरली मनोहर वर्मा द्वारा ब्रम्हांड की संरचना और उसका मूल्यांकन विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया।
डॉ. जी. एस. तोमर, अध्यक्ष, विश्व आयुर्वेद मिशन द्वारा हरित योग एवं पर्यावरण विषय पर विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। उक्त अवसर पर उपस्थित प्रतिभागियों से आह्वान किया गया कि वे पर्यावरण की रक्षा के लिए विभिन्न छोटे-छोटे प्रभावी कदम यथा पौधे लगाना, कचरा प्रबन्धन में सहयोग देना तथा जल व ऊर्जा की बचत करना आदि को उठाने का प्रयास करें, जिससे पर्यावरण में सुधार लाया जा सके। कार्यक्रम में उपस्थित विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए पारिस्थितिक पुनर्स्थापन केन्द्र, प्रयागराज द्वारा संचालित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें युवा छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। प्रतियोगिता में विजेता प्रतिभागियों को प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं सांत्वना पुरस्कार क्रमशः रागिनी यादव-खेलगांव पब्लिक स्कूल, अनिकेत अग्रवाल-महर्षि पतंजलि विद्या मन्दिर, अंकुर मिश्रा-ऋषिकुल पतंजलि विद्या मन्दिर, अनमोल जायसवाल-टैगोर पब्लिक स्कूल, अभिजीत मिश्रा-श्री महाप्रभु पब्लिक स्कूल को दिया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन रश्मि मिश्रा द्वारा किया गया।कार्यक्रम में ई.आर.सी. की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अनीता तोमर, आलोक यादव, डॉ. कुमुद दूबे, डॉ. अनुभा श्रीवास्तव, डॉ. एस. डी. शुक्ला, रतन गुप्ता, धर्मेन्द्र कुमार के साथ शोध अध्येता- सत्यव्रत सिंह, प्रतीक सिंह एवं प्रगति यादव आदि उपस्थित रहे।
कृष्ण मोहन मौर्य ( सच खबरें )
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