पूर्वजों से मिली है देशभक्ति की विरासतः प्रो. निर्मला एस. मौर्य


आजादी से संबंधित शोध कार्य: एक संकलन पुस्तक का लोकार्पण
 
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार में बुधवार को आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आजादी से संबंधित शोध कार्य: एक संकलन पुस्तक का लोकार्पण किया गया।
इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि देशभक्ति एक विरासत है जो हमें अपने पूर्वजों से मिली है। यह चिंगारी है जो देश की भावना को जगाती है। एक देशभक्त व्यक्ति को हमेशा अन्य देशवासियों से सम्मान, प्यार, समर्थन और कभी ना खत्म होने वाला स्नेह मिलता है। यह केवल उनके बलिदानों के कारण ही नहीं बल्कि देश के प्रति प्रेम, देखभाल, समर्पण और स्नेह के कारण भी है। विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी से 10 लोगों के शोध जो कि आजादी पर आधारित है इनके संकलन के शोधसंग्रह का आज लोकार्पण किया जा रहा है।  हमारे लिए यह गर्व की बात है कि हमारे यहां के शोधार्थियों ने आजादी और देशभक्ति पर आधारित विषयों पर शोध किया है।
प्रो. बीबी तिवारी ने कहा कि इस अभियान के तहत लोगों में राष्ट्र के प्रति जागरूकता बढ़ रही है। आजादी के रणबांकुरों के बारे में लोगों को अच्छी जानकारियां मिल रही हैं।
कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि आजादी का मतलब आत्मनिर्णय का अधिकार है। इस कार्यक्रम को धूमधाम से मनाने की जरूरत है।
वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने आजादी की कथाओं का जिक्र करते हुए कहा कि भारत सरकार के कार्यक्रम से विद्यार्थियों में राष्ट्र भक्ति और देशभक्ति की भावना बढ़ी है।
कार्यक्रम का संचालन प्रो. मानस पांडेय और धन्यवाद ज्ञापन  नोडल अधिकारी डॉ. मनोज मिश्र ने किया। 


इस अवसर पर प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो.अशोक श्रीवास्तव, प्रो. देवराज सिंह, प्रो.रजनीश भास्कर, डॉ मनीष गुप्ता, डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव, एनएसएस समन्वयक डॉ राकेश यादव, डॉ. गिरधर मिश्र,  डॉ सुनील कुमार, सहायक कुलसचिव अमृत लाल पटेल, बबिता सिंह, अजीत सिंह, डॉ. माया सिंह, डॉ जाह्नवी श्रीवास्तव, डा. दिव्येंदु मिश्र, डॉ. धीरेंद्र चौधरी, डॉ विद्युत मल्ल डॉ. अनुराग मिश्र, आदि शामिल थे।

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