साबरमती एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन से जौनपुर जंक्शन पहुंचे मजदूरों ने बताया किराये का सच




मजदूरों ने सरकार के दावों की हवा निकालते हुए कहा कि सरकार के आदेश पर रेलवे ने वसूला है किराया। 

     जौनपुर । लाक डाऊन के चलते देश के महानगरों में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए किराये को लेकर दिल्ली की सरकार एवं कांग्रेस सहित समूचे विपक्षी दलों के बीच चल रही सियासी जंग के सच का खुलासा साबरमती एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन 09313 से जौनपुर जंक्शन पर आये मजदूरों ने कर दिया है । मजदूरों ने टिकट दिखा कर दिल्ली सरकार द्वारा किराया माफी के दावों की हवा निकाल दिया है। 
यहाँ बतादे कि विगत काफी समय से घर वापसी के लिए परेशान उप्र और बिहार के प्रवासी मजदूरों को बजरिये ट्रेन पहुंचाने  का निर्णय सरकार ने लिया और घोषणा किया कि मजदूरों से सरकार कोई किराया नहीं लेगी बल्कि 85 प्रतिशत केन्द्र तथा 15 प्रतिशत प्रदेश की सरकारें किराया वहन करेंगी लेकिन बाद मजदूरों से किराया वसूली शुरू हुई तो कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलो ने  दिल्ली की सरकार को घेरना शुरू किया तो केन्द्र की सरकार ने आरोप को सिरे से खारिज करने लगी। 
 इसी बीच साबरमती एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन 09313 अहमदाबाद से जौनपुर तक उप्र और बिहार के 1250 प्रवासी  मजदूरों को लेकर सोमवार 4 मई को रात्रि में लगभग एक बजे के आसपास पहुंची,  ट्रेन से आये मजदूरों ने जो बयान किया और साक्ष्य  दिखाया तो सरकार के दावे पूरी तरह से झूठे साबित हो गये है।  ट्रेन में सवार टिकट संख्या 7293 से यात्रा कर जौनपुर जंक्शन पहुंचे मजदूर बलिया निवासी उमा शंकर ने बताया सरकार ने अहमदाबाद से जौनपुर तक का किराया 630 रूपये वसूला है और ट्रेन में भोजन पानी के नाम पर 80 रूपया वसूला गया है।  इस तरह कुल  710 रूपये रेलवे ने लिया है। 80 रूपये में 24 घन्टे की यात्रा के दौरान एक बार खिचड़ी दिया और दो बोतल पानी दिया है इसके अलावां कुछ भी नहीं दिया गया है। उपरोक्त उमा शंकर के बयान की पुष्टि ट्रेन में सवार मजदूर यात्री रमा शंकर  वाराणसी, हेमंत सिंह सूल्तानपुर, पुष्पेन्द्र यादव इटावा सहित तमाम मजदूरों ने किया और कहा कि रेलवे ने किराये की वसूली तो सरकार के आदेश पर किया है। साथ ही संतोष व्यक्त किया कि अब हम लोग अपने प्रदेश में आ गये है किसी तरह से घर पहुंचने की संभावना है। 
ट्रेन आने की सूचना पर वाराणसी मंडल रेलवे के अधिकारियों सहित जिला प्रशासन के अधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम सुरक्षा बलों के साथ जौनपुर जंक्शन पर मुस्तैद रही ट्रेन आने पर सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग के पश्चात रोडवेज की 45 बसो से  सभी मजदूर यात्रियों को उनके जिले के लिए रात्रि में ही रवाना कर दिया गया है। 
सरकारी सूचना के मुताबिक ट्रेन में सबसे अधिक जौनपुर के यात्री थे जिनकी संख्या 165 थी  इसके अलावां दूसरे नंबर पर कन्नौज जिले के 137 यात्री थे और तीसरे नंबर पर अमेठी जिले के 127 यात्री थे। ट्रेन में उरयी जालौन, गोरखपुर, वाराणसी, चन्दौली आदि जिलो सहित पड़ोसी राज्य बिहार के प्रवासी मजदूर जो उप्र की सीमा से सटे जनपदों के है इस ट्रेन से आये और बसो से गन्तव्य को रवाना किये गये।

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