समाज और देश के विकास पर केंद्रित हो शिक्षा : प्रो. अविनाश
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय द्वारा नई शिक्षा नीति 2020 पर ऑनलाइन सात दिवसीय रिफ्रेशर कोर्स के पांचवें दिन बतौर वक्ता पूर्वांचल विश्वविद्यालय प्रबंध संकाय अध्ययन विभाग के अध्यक्ष प्रो. अविनाश पाथर्डीकर ने नई शिक्षा नीति में समाहित बिंदुओं को भारतीय पुरातन शिक्षा पद्धति के विभिन्न श्लोकों से समझाया। उन्होंने विद्यार्थियों, शिक्षकों औऱ शिक्षा के लक्षण पर अपने व्याख्यान को केंद्रित किया।
उन्होंने कहा कि प्रसन्न रहने के लिए विद्या सर्वोच्च आवश्यक है। शोध केवल अकादमिक स्कोर के लिए नहीं होना चाहिए बल्कि समाज और देश के विकास के लिए होना चाहिए l उन्होंने शिक्षा की आवश्यकता एवं विद्यार्थियों के लिए सुविधाजनक बनाने के लिए भी सुझाव दिए। कहा कि अच्छा शिक्षक वह है जो पढ़ाते समय विद्यार्थियों को अच्छा उदाहरण दे और वह उदाहरण छात्रों के व्यावहारिक जीवन के समीप हो l उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान मे रख कर नई शिक्षा नीति बनाई गई है l कार्यक्रम समन्वयक प्रो. मानस पांडेय ने प्रतिभागियों के स्वागत और धन्यवाद डाॅ धर्मेन्द्र सिंह ने व्यक्त किया। तकनीकी सहयोग नितिन चौहान ने किया। कार्यक्रम में डॉ मनोज मिश्र, डॉ मनीष गुप्ता, डॉ सुरजीत यादव, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ सी बी दुबे, डॉ निवेदिता वर्मा, डा. प्रदीप कुमार,अभिनव सिंह, देवदत्त शुक्ला, मनोज तिवारी, राजेन्द्र सिंह आदि ने प्रतिभाग किया।
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