वाराणसी के छावनी में अतिक्रमण हटे, अब रेलवे जाने कैसे करेगा विस्तार
रिमाडलिंग के तहत विकसित किए जा रहे कैंट स्टेशन के द्वितीय प्रवेश द्वार पर प्रस्तावित परियोजनाएं वर्ष 2023 तक मूर्त रूप लेने लगेंगी। छावनी क्षेत्र में बाधक बने अतिक्रमण से मुक्ति मिलते ही रेलवे प्रशासन ने तीसरे चरण के विकास कार्यों को आकार देना शुरू कर दिया है। अब वरुणापार इलाके के लोगों ट्रेन पकड़ने के लिए लंबा रास्ता तय नहीं करना पड़ेगा।
5.68 करोड़ की लागत से प्रस्तावित परियोजनाओं में शामिल द्वितीय प्रवेश द्वार को मेट्रो सिटीज के स्टेशन की तरह विकसित किया जा रहा है। यहां कई परियोजनाएं प्रस्तावित हैं। इसे मूर्तरूप देने के लिए पांच वर्ष पहले रक्षा मंत्रालय और रेल मंत्रालय के बीच सहमति बनी थी। छावनी क्षेत्र में 20 हजार वर्ग मीटर जमीन देने का करार हुआ था। प्रस्तावित विकास कार्यों के तहत यहां तीसरे फुट ओवरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है।
बाहर से निकल जाएगी मालगाड़ी :
रिमाडलिंग के तहत कैंट स्टेशन पर बाइपास लाइन बिछाई जा रही है। ताकि मालगाड़ियां बिना प्लेटफार्म पर प्रवेश किए आगे निकल जाएं। प्लेटफार्म नंबर नौ के बाहर पुराने भवन को तोड़कर तीसरी और चौथी लाइन बिछाई जा रही है। शिवपुर से आने वाली लाइन अंधरापुल से जोड़ दी जाएगी। इससे यात्री गाड़ियों का परिचालन प्रभावित नहीं होगा।
सुविधायुक्त बनेगी डबल स्टोरी बिल्डिंग : द्वितीय प्रवेश द्वार के विस्तार कार्य के तहत यहां दो मंजिला भवन भी बनाया जा रहा है। जिसमें टिकट बुकिंग काउंटर, खानपान स्टाल, यात्री विश्राम कक्ष, लाउंज और शौचालय होंगे। भवन में मनोरंजन का साधन भी उपलब्ध कराया जाएगा।
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