पूर्वांचल की बेटी नशरा फ़ातिमा का ASRI 2025 राष्ट्रीय इंटर्नशिप हेतु चयनदेश भर से हर वर्ष केवल 40-50 छात्रों का चयन
जौनपुर (उत्तर प्रदेश), मई 2025:- वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर की बी.ए. (S.P.J.) द्वितीय वर्ष, चतुर्थ सेमेस्टर की छात्रा नशरा फ़ातिमा को प्रतिष्ठित Abhijit Sen Rural Internship Programme (ASRI) 2025 के लिए चुना गया है। यह चयन न केवल विश्वविद्यालय बल्कि पूरे पूर्वांचल क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है।
ASRI 2025: देश की ग्रामीण समझ के लिए एक राष्ट्रीय मंच
National Foundation for India (NFI) द्वारा संचालित यह इंटर्नशिप प्रोग्राम देशभर के चुनिंदा युवाओं को ग्रामीण भारत की सामाजिक, आर्थिक, और नीतिगत संरचना को नजदीक से समझने का अवसर देता है। आमतौर पर इस प्रोग्राम के लिए देशभर के सैकड़ों छात्र आवेदन करते हैं, लेकिन हर वर्ष केवल 40-50 छात्रों का चयन किया जाता है। इसका चयन बेहद प्रतिस्पर्धात्मक होता है और इसमें चयनित होना उच्च शैक्षणिक और सामाजिक समझ का प्रतीक माना जाता है।इंटरव्यू का चरण और चयन प्रक्रिया
नशरा फ़ातिमा को पहले चरण में शॉर्टलिस्ट किया गया था और उन्हें 22 मार्च, 2025 को नेशनल फाउंडेशन फॉर इंडिया (NFI), नई दिल्ली में पैनल इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था। इंटरव्यू का स्थान था: National Foundation for India, Upper Ground Floor, Core 4A, India Habitat Centre, Lodi Road, New Delhi-110003। यह साक्षात्कार चयन प्रक्रिया का एक अहम हिस्सा था, जहां देशभर से चुनिंदा छात्रों ने भाग लिया।
इंटर्नशिप की विशेषताएं
10 दिन का इंडक्शन प्रोग्राम: नई दिल्ली में आयोजित, जहां नीति विश्लेषण, डेटा संग्रहण, फील्ड रिसर्च आदि की ट्रेनिंग दी जाती है।
फील्ड वर्क: ग्रामीण भारत के किसी हिस्से में भेजा जाता है जहाँ छात्र वास्तविक परिस्थितियों का अध्ययन करते हैं।
यात्रा और खर्च: 3AC ट्रेन टिकट और लोकल ट्रैवल का खर्च NFI वहन करता है।
रिपोर्ट लेखन: इंटर्न्स को रिसर्च आधारित फील्ड रिपोर्ट तैयार करनी होती है, जो पॉलिसी निर्माण में योगदान दे सकती है।
महत्व क्यों है यह चयन?
· ASRI जैसे कार्यक्रमों में चयनित होना केवल एक इंटर्नशिप नहीं बल्कि एक राष्ट्रीय स्तर की मान्यता है:
· यह छात्र को **पॉलिसी रिसर्च, सामाजिक क्षेत्र**, और **ग्रामीण विकास** में करियर के रास्ते खोलता है।
· उन्हें प्रतिष्ठित संगठनों और थिंक टैंक्स के संपर्क में आने का अवसर मिलता है।
· यह अनुभव उन्हें भविष्य में UPSC, सामाजिक शोध या NGO सेक्टर में विशिष्ट पहचान दिला सकता है।
पूर्वांचल का गौरव
नशरा फ़ातिमा का चयन एक संदेश है कि अगर लक्ष्य स्पष्ट हो और मेहनत सच्ची हो, तो किसी भी क्षेत्र से निकलकर राष्ट्रीय पहचान बनाई जा सकती है। विश्वविद्यालय प्रशासन और जौनपुर क्षेत्र के लोगों ने इस उपलब्धि की सराहना की है।
ASRI 2025 जैसी इंटर्नशिप में युवाओं का चयन न केवल उनके व्यक्तिगत विकास का जरिया बनता है, बल्कि भारत के ग्रामीण भविष्य को समझने और संवारने का माध्यम भी। नशरा फ़ातिमा जैसे छात्र देश को जमीनी हकीकत से जोड़ने का कार्य कर रहे हैं, जो कि आने वाले समय में एक बेहतर और समावेशी नीति निर्माण में सहायक होगा।
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