जौनपुर
। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) जौनपुर के प्रांगण में बुधवार को नवाचार मेले का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन और माल्यार्पण से हुआ।
मुख्य विकास अधिकारी
ध्रुव खाड़िया ने अपने संबोधन में शिक्षा में नवाचार की आवश्यकता और उसकी उपयोगिता पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि शिक्षा में नवाचार न केवल विद्यार्थियों की सोच को व्यापक बनाता है, बल्कि उन्हें व्यवहारिक ज्ञान भी प्रदान करता है। सीडीओ ने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे विद्यार्थियों को नए विचारों और प्रयोगों के लिए प्रेरित करें, ताकि वे भविष्य की चुनौतियों का आत्मविश्वास के साथ सामना कर सकें।
उप शिक्षा निदेशक एवं डायट प्राचार्य
डॉ. विनोद कुमार शर्मा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह मेला शिक्षा में नवीन विचारों और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने का एक अनूठा प्रयास है। वहीं, बेसिक शिक्षा अधिकारी
डॉ. गोरखनाथ पटेल ने बताया कि जिले के विभिन्न विद्यालयों के शिक्षकों ने अपनी रचनात्मक और नवाचारी प्रदर्शनी प्रस्तुत की, जिसका अवलोकन अतिथियों ने किया और सराहना भी की।
कार्यक्रम का संचालन डायट प्रवक्ता धर्मेन्द्र कुमार शर्मा और डॉ. किरन त्रिपाठी ने किया। निर्णायक मंडल द्वारा सर्वश्रेष्ठ नवाचार प्रस्तुत करने वाले प्रतिभागियों का चयन किया गया।
समापन सत्र में धर्मेन्द्र कुमार शर्मा ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार जताते हुए कहा कि शिक्षा में नवीनता और नवाचार की यह यात्रा सतत जारी रहेगी।
इस अवसर पर निर्णायक मंडल के सदस्य डॉ. मंजू (एसोसिएट प्रोफेसर, रसायन विज्ञान विभाग, टी.डी.पी.जी. कॉलेज जौनपुर), डॉ. रमेश चंद्र (असिस्टेंट प्रोफेसर, विधि विभाग, टी.डी.पी.जी. कॉलेज जौनपुर) और डॉ. तिलक सिंह यादव (असिस्टेंट प्रोफेसर, भूगोल विभाग, सल्तनत बहादुर पीजी कॉलेज, बदलापुर) मौजूद रहे। साथ ही प्रधानाचार्य रवींद्र नाथ यादव, डायट प्रवक्ता, एस.आर.जी., विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक, ह्यूमाना के सदस्य तथा प्रशिक्षु बड़ी संख्या में शामिल हुए।
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