राम मन्दिर निर्माण को लेकर मुस्लिम महिलाओं में उत्साह पढ़ रही है रामायण
अयोध्या में राम जन्मभूमि पूजन को लेकर पूरे देश में उत्साह है। धर्म नगरी को आकर्षक तरीके से सजाया गया है। इस खास पल का इंतजार हर किसी को है। सिर्फ हिंदू ही नहीं बल्कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम में आस्था रखने वाले मुसलमान भी भूमि पूजन के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। वाराणसी में मुस्लिम महिलाओं के एक समूह ने तो रामचरित मानस का पाठ भी शुरु कर दिया है।
तीन दिवसीय रामचरित मानस का पाठ शुरु करने वाली मुस्लिम महिलाओं का मानना है कि भगवान राम उनके भी पूर्वज हैं। यही कारण है कि जब पांच सौ सालों बाद रामजन्म भूमि पूजन की बेला आई तो ये महिलाएं धर्म और मजहब की दीवारें गिराकर भगवान राम की भक्ति में लीन हो गईं। हालांकि ये कोई पहली बार नहीं है जब मुस्लिम महिलाओं के इस समूह ने भगवान राम की भक्ति शुरु की है। हर साल रामनवमी के दिन ये महिलाएं भगवान राम की आरती उतारती हैं।
वाराणसी के लमही गांव में स्थित मुस्लिम महिला फाउंडेशन की ओर से 3 दिन से रामचरितमानस का पाठ शुरू किया गया है। इसकी अगुवाई मुस्लिम महिलाएं हिंदू महिलाओं के साथ मिलकर कर रही हैं। रामचरितमानस पाठ के साथ-साथ बीच-बीच में हिंदू मुस्लिम महिलाएं मिलकर राम भक्ति भजन में भी तल्लीन नजर आती हैं। इन मुस्लिम महिलाओं का मानना है कि सैकड़ों वर्षों के लंबे इंतजार और कुर्बानी के बाद अब राम जन्म भूमि पूजन होने जा रहा है। चूंकि राम मुसलमानों के भी पूर्वज रहे हैं, इसलिए इसकी खुशी उन सभी मुस्लिमों को भी है। यही वजह है कि उन्होंने लगातार तीन दिनों तक के लिए रामचरितमानस का पाठ शुरू किया है।
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