राष्ट्र के निर्माण में शिक्षक की अहम भूमिका, सूर्य के समान होता है शिक्षक : प्रो निर्मला एस मौर्य


पीयू में मनाया गया शिक्षक दिवस

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में शनिवार को शिक्षक दिवस का आयोजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया ।  इस अवसर पर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय की  कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि शिक्षक अपने और विद्यार्थियों के बीच तारतम्य  बनाएं जिससे उनके अंदर का भय समाप्त हो। उन्होंने कहा कि छात्र -छात्राओं को ऐसे संस्कार दें जिससे वे राष्ट्र निर्माण में अपनी सहभागिता कर सकें। हम सभी को एकजुट होकर राष्ट्र निर्माण के कार्य को आगे बढ़ाना होगा । शिक्षक विद्यार्थी में शैक्षणिक विकास के साथ चरित्र निमार्ण व जीवन जीने की कला का विकास भी करे। शिक्षक सूर्य के समान होता है जो अपने प्रकाश से अज्ञानता को दूर कर देता है। कुलपति जी ने शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि कोरोना काल एक मंथन काल है तथा इन विपरीत परिस्थितियों में भी इस प्रकार के कार्यक्रम की सराहना की साथ ही साथ समाज में शिक्षकों की महत्ता व उनके योगदान के बारे में बताया। उन्होंने सुझाव दिया कि शिक्षक बाहर से कठोर एवं अंदर से विनम्र बनकर कार्य करें। उनकी भूमिका विद्यार्थी निर्माण के साथ-साथ उनके अभिभावक की भी होनी चाहिए। शिक्षक एक कुम्हार की तरह होता है जो विद्यार्थियों को एक सांचे में ढालता है।
कार्यक्रम का आयोजन प्रोफेसर रज्जू भैया संस्थान के निदेशक प्रोफेसर देवराज सिंह ने आभार गणित विभाग के अध्यक्ष डॉ. राज कुमार और संचालन डॉ नीतेश जायसवाल ने किया। इस अवसर पर प्रो. अशोक कुमार श्रीवास्तव,  डा. मनोज मिश्रा , एनएसएस के संयोजक राकेश यादव, डॉ. संदीप कुमार सिंह, डॉ मनीष गुप्ता, डॉक्टर संजीव गंगवार, डॉ सुनील कुमार, डॉ श्याम कन्हैया, डॉ पुनीत धवन, डॉ अवध बिहारी सिंह, नीरज अवस्थी, श्याम त्रिपाठी, करुणा निराला उपस्थित थीं। कार्यक्रम में कुछ छात्र -छात्राओं ने भी अपनी सहभागिता दी ।

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