जौनपुर -जनपद में करोड़ों रुपये की नकली दवाओं का गोरखधंधा उजागर हुआ है। जांच में सामने आया है कि आगरा, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर के ड्रग माफियाओं के तार सीधे जौनपुर से जुड़े हुए हैं। जिला औषधि निरीक्षक रजत पांडेय द्वारा लिए गए दो दर्जन से अधिक दवाओं के सैम्पल में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इनमें से तीन नमूने अधोमानक पाए गए, जिन पर मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। श्री पांडेय ने बताया कि अब तक की जांच में 50 लाख रुपये से अधिक की नकली दवाएं जौनपुर के बाजार में बेचे जाने के संकेत मिले हैं। सहायक आयुक्त औषधि निरीक्षक नरेश मोहन दीपक ने बताया कि आगरा की बंसल मेडिकल एजेंसी, एमएसवी मेडि पॉइंट और ताज मेडिको एजेंसी की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। सूत्रों के अनुसार, इन कंपनियों के जरिए अकेले जौनपुर में करोड़ों की नकली दवाएं खपाई जा चुकी हैं। गांधी कॉलोनी स्थित आयुष मेडिकोज पर छापेमारी के दौरान फर्म घर से संचालित होती पाई गई। कार्यालय में दवाओं का कोई भंडारण नहीं मिला, सिर्फ एलीग्रा-120 के 60 पत्ते बरामद हुए। बिल की जांच में सामने आया कि तरुण गिरधर ने आगरा स्थित बंसल मेडिकल एजेंसी से 3.45 कर...
जौनपुर। नकली और अधोमानक वाली दवाओँ के खिलाफ शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन ने बड़ा अभियान चलाया। अपर जिलाधिकारी राम अछैबर चौहान व सहायक आयुक्त औषधि वाराणसी, पी सी रस्तोगी के निर्देश पर जिला औषधि निरीक्षक ने शहर के बड़े नामी गिरामी फर्मो पर रेंडम चेकिंग की। उन्होंने बताया कि सहायक आयुक्त औषधि वाराणसी के निर्देश पर यूनाइटेड फार्मा, द मेडिकोज और श्री साई मेडिकल एंड सर्जिकल एजेंसी के यहां रेंडम चेकिंग करके यहां से सबसे अधिक 11- नमुने जांच और विश्लेष्ण हेतु लिया गया है। उन्होंने कहा कि इन सभी दवाओं को राजकीय प्रयोगशाला जांच हेतु भेजा गया है। यूनाइटेड फार्मा और दी मेडिकोज से मेडिसिन की खरीद- बिक्री पत्रावली की सघन जांच की जा रही है। आगे की कार्यवाही के लिए नमुने का परिणाम आने के बाद अमल में लाया जाएगा। इसके अलावा जांच में अधोमानक और नकली दवा का परिणाम आने पर विवेचना कर न्यायलय में मुक़दमा दर्ज़ किया जा रहा है। दो महीने में तीन दवा विक्रेताओं के खिलाफ मुक़दमा दर्ज कराया जा चुका है। जिला औषधि निरीक्षक रजत...
विश्वविद्यालय में तनाव प्रबंधन कार्यशाला का हुआ आयोजन जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर में व्यावहारिक मनोविज्ञान विभाग एवं वेलनेस सेंटर के संयुक्त तत्वावधान में संकाय भवन के कांफ्रेंस हाल में विश्व आत्महत्या रोकथाम सप्ताह के दूसरे दिन तनाव प्रबंधन कार्यशाला एवं काउंसलिंग कैंप “सुनना और समझना” का आयोजन हुआ । वक्ताओं ने जीवन में तनाव मुक्त रहने के टिप्स भी दिए. विश्व आत्महत्या रोकथाम सप्ताह की थीम "आत्महत्या के विषय पर दृष्टिकोण और संवाद को बदलना" है। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता जिला महिला अस्पताल की काउंसलर सीमा सिंह ने कहा कि एचआईवी पीड़ितों में आत्महत्या की प्रवृत्ति आजकल बहुत अधिक देखने को मिल रही है । इसके बचाव के लिए उनकी निरंतर काउंसलिंग की जा रही है ताकि उनकी सोच में परिवर्तन लाया सके । पीड़ितों को काउंसलिंग के दौरान खुश रहने की भी टिप्स दिए जाते हैं और उसके सुखद परिणाम सामने आ रहे हैं । उन्होंने एक शोध का हवाला देते हुए कहा कि 40 प्रतिशत लोगों के जीवन में कभी न कभी एक बार आत्महत्या करने का विचार जरूर आ...
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