बाहर से कोरोना वायरस से संक्रमित होकर आये लोगों ने जिले का किया बंटाधार
जौनपुर। कोविड 19 कोरोना के संक्रमण के भय से आज पूरा जनपद दहशत जदा है। पूरा सरकारी अमला दिन रात जनपद वासियों के सुरक्षा एवं पीड़ितो के उपचार की व्यवस्था में जूझ रहा है। पूरी अवाम घरों में अथवा किसी विद्यालय में क्वारंटाइन हो कर कैद है। इसके लिए यदि कहा जाये कि बाहर से आने वालो ने जनपद में यह स्थिति पैदा की है तो किसी भी नजरिये से अतिशयोक्ति नहीं होगा। क्योंकि जनपद की आबो हवा में रहने वाला कोई भी व्यक्ति कोरोना संक्रमण से ग्रसित नहीं पाया गया है।
यहाँ बता दे कि पहला कोरोना संक्रमण से ग्रसित मरीज 23 मार्च को जनपद मुख्यालय के मुहल्ला पिरोसोपुर निवासी असहद पाया गया, यह सऊदी अरब से पीड़ित होकर ही आया था। हालांकि अब ठीक होकर अपने घर पर क्वारंटाइन का जीवन व्यतीत कर रहा है। इसके बाद 2 अप्रैल को दो व्यक्ति जिले में कोरोना पाजिटिव पाये गये ये दोनो दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित मरकज तब्लीगी जमात शामिल हो कर यहाँ आये थे। इसमें इस्माइल बंगाल का निवासी है तो यासीन अंसारी रांची झारखंड का निवासी है । दोनों यहाँ लाल दरवाजा स्थिति मस्जिद में छिपे हुए थे। जिसे खुफिया सूचना पर पुलिस व जिला प्रशासन ने गिरफ्तार किया था। इसी क्रम में 8 अप्रैल को तहसील बदलापुर के देवगांव निवासी गुफरान कोरोना पाजिटिव मिला यह भी सहारनपुर देवबंद में शिक्षा लेने गया था वही से संक्रमित हो कर यहाँ आया था। इसके लगभग एक सप्ताह बाद 15 अप्रैल को पांचवा मरीज कोरोना पाजिटिव मिला है। यह भी दिल्ली का मूल निवासी हैं और तब्लीगी जमात में शामिल रहा है।
इस विगत दिवस ही बदलापुर की मस्जिद से एसडीएम बदलापुर एवं स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार कर जनपद मुख्यालय पर एक आई टी आई कालेज में क्वारंटाइन किया गया था और इसके उपर मुकदमा भी दर्ज है न्यायालय में पेश हो कर जमानत भी कराया है। सवाल यह है कि यह दिल्ली से यहाँ क्यों आया था यह जांच का बिषय है।
इस विगत दिवस ही बदलापुर की मस्जिद से एसडीएम बदलापुर एवं स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार कर जनपद मुख्यालय पर एक आई टी आई कालेज में क्वारंटाइन किया गया था और इसके उपर मुकदमा भी दर्ज है न्यायालय में पेश हो कर जमानत भी कराया है। सवाल यह है कि यह दिल्ली से यहाँ क्यों आया था यह जांच का बिषय है।
इस तरह जनपद में पांच मरीज कोरोना संक्रमण से ग्रसित पाये गये है। सभी बाहर से आने वालों की सूची में है। जिले के निवासी भी है तो संक्रमित बाहर से ही हुए है । इनके वजह से आज पूरा जनपद दहशत के साये में जीवन जीने को मजबूर है तो कड़े लाक डाऊन का दंश झेल रहा है ।
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