महिला सिपाही हुई ठगी की शिकार, मुकदमा दर्ज कराने के लिए कमरे में हुई कैद, फिर हुई कार्रवाई

 

बरेली के मितौली थाने में तैनात एक महिला सिपाही से प्लॉट दिलाने के नाम पर आठ लाख की ठगी हो गई। ठग थाना मितौली में तैनात दो सिपाहियों का परिचित बताया जा रहा है। पुलिस ने मुकदमा लिखने में हीलाहवाली की तो महिला सिपाही ने खुद को कमरे में कैद कर लिया। पुलिस ने किसी तरीके से दरवाजा तोड़कर उसे बाहर निकाला और उसकी तहरीर ठग के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। ठग के परिचित बताए जा रहे दोनों सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
मितौली थाने में तैनात महिला सिपाही गायत्री देवी के साथ प्लॉट के नाम पर 8 लाख की ठगी हो गई। उसने मुकदमा लिखाने के लिए थाने पर प्रार्थना पत्र दिया। महिला सिपाही की मानें तो कुछ माह पहले उसके मोबाइल पर एक कॉल आई थी। फोन करने वाले ने खुद को राजन वर्मा निवासी मिदनिया थाना सदर कोतवाली का रहने वाला बताया था। उसने खुद को पुलिस विभाग में आरक्षी बताते हुए अपर पुलिस महानिदेशक के कार्यालय में खुद की तैनाती बताई थी। खुद को एक सीओ का भांजा भी बताया। इसके बाद लखनऊ के जानकीपुरम में प्लॉट खरीदने के लिए पुलिसकर्मियों को मेंबरशिप दिए जाने की बात बताई। आरोपी ने महिला आरक्षी को भी प्लॉट खरीदने के लिए 8 लाख देने के लिए राजी कर लिया। महिला आरक्षी ने लोन लेकर 8 लाख रुपये आरोपी को दे दिए। लेकिन न तो प्लॉट की रजिस्ट्री कराई गई और न ही रुपये वापस मिले। जब महिला ने रुपये वापस करने के लिए कहा तो आरोपी ने महिला को धमकाया। आरोप है कि उसके कमरे से आधार कार्ड व पैन कार्ड भी आरोपी उठा ले गया है, लेकिन तहरीर देने के बाद भी पुलिस ने उसका मुकदमा नहीं लिखा। इससे नाराज महिला कांस्टेबल ने खुद को थाने के सरकारी आवास में कैद कर लिया था।
उच्चाधिकारियों को सूचना देने के बाद सीओ आदित्य कुमार गौतम व थानाध्यक्ष सुनीत कुमार ने पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर महिला सिपाही के कमरे का दरवाजा तोड़कर उसे सुरक्षित बाहर निकाला था। इससे दबाव में आई मितौली थाना पुलिस ने करीब आधा दर्जन धाराओं में राजन वर्मा के नाम मुकदमा दर्ज किया है।
जांच को पहुंचे एएसपी मामले की जांच करने देर शाम अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार मितौली थाने पहुंचे। उन्होंने थाने के सिपाहियों के बयान दर्ज किए। एएसपी ने बताया कि एसओ को हिदायत दी गई। इस मामले में कठोर कार्रवाई करे। नहीं तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
महिला सिपाही गायत्री का आरोप है कि थाने के दो सिपाहियों के सहयोग से उसके खाते से आरोपी ने 17 हजार रुपये निकाल लिए। गायत्री की माने तो प्लॉट के नाम पर ठगी करने वाला राजन वर्मा मितौली थाने में तैनात सिपाहियों के साथ दिनांक 2 अक्तूबर को उसके सरकारी आवास पर आए थे। औपचारिकता में चाय पानी कराकर वह खुद ड्यूटी पर चली गई। आरोप है इसके बाद उसके मोबाइल से राजन ने सिम निकाल ली। इसके बाद तीनों अन्य सिपाही के कमरे में चले गए। जहां उसके एकाउंट का गूगल पे बनाकर 17 हजार रुपये ट्रांसफर कर लिए। आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह ने इस मामले में सिपाही उत्तम पाल और सचिन को सस्पेंड कर दिया है।

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