सपा भाजपा प्रत्याशियों की सूची जारी न होने से प्रचार में पिछड़े, बसपा प्रचार में निकली कोसो आगे

जौनपुर। निकाय चुनाव की घोषणा के साथ जिला मुख्यालय की नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने वालो में जहां सपा और भाजपा में प्रत्याशी को लेकर उहापोह की स्थित है वहीं पर निवर्तमान अध्यक्ष एवं बसपा के बैनर तले चुनावी जंग में कूदी पूर्व अध्यक्ष नगर पालिका परिषद दिनेश टंडन की पत्नी माया टंडन ने अपने प्रचार अभियान को गति प्रदान करते हुए अन्य दलों के सापेक्ष काफी आगे निकलती नजर आ रही है। सपा और भाजपा से चुनाव लड़ने के इच्छुक लोग अभी टिकट घोषित होने का इंतजार करने को मजबूर है।
यहां बता दें कि भाजपा से चुनाव लड़ने वालों की लम्बी फेहरिस्त है। दावेदारो में गहना कोठी परिवार के विवेक सेठ उर्फ मोनू अपनी पत्नी अर्चना सेठ को चुनावी जंग में लाने की तमन्ना के साथ टिकट की मांग कर रहे है तो विमल सेठ भी अपनी पत्नी मंजूमोना सेठ के लिए टिकट मांग रहे है। आशीष गुप्ता आशू अपनी पत्नी सारिका गुप्ता के लिए एड़ी से चोटी तक जोर लगाये है। मौर्य समाज से डाॅ राम सूरत मौर्य अपनी पत्नी मनोरमा के लिए दौड़ रहे है तो राजेश मौर्य भी अपनी पत्नी के लिए नेताओ के चक्कर काट रहे है। निरज मौर्य भी अपनी पत्नी अंशू मौर्या के लिए जौनपुर लखनऊ एक किये है।इसके साथ ही जान्हवी चौहान और सीमा सिंह चौहान खुद सीधे तौर पर टिकट की मांग कर रही है। लगभग सभी संभावित लोग जनता के बीच जाकर पार्टी के लिए वोट मांगने के बजाय अभी नेताओ पार्टी के जिम्मेदारो की चरण बन्दना करने में लगे हुए है।
इसी तरह सपा पर नजर डाली जाये तो विगत चुनाव में सपा के बैनर तले चुनाव लड़ने वाली सपा नेत्री पूनम मौर्या के अलावा जगदीश मौर्य उर्फ गप्पू मौर्य अपने पत्नी मालती मौर्या को चुनावी जंग में उतारने के लिए जौनपुर से लेकर लखनऊ तक पार्टी नेतृत्व के जिम्मेदारी की चरण बन्दना कर रहे है। इतना ही नही बिजली विभाग के कर्मचारी नेता निखिलेश सिंह भी अपनी पत्नी चित्रलेखा सिंह को अध्यक्ष पद पर आसीन करने के लिए सपा से टिकट चाहते है।खबर तो यह भी है कि अल्पसंख्यक समाज से भी लोग सपा से टिकट पाने के लिए अपने आकाओं की परिक्रमा करने में जुटे है।
इस तरह यहां पर सपा और भाजपा जो सीधे निवर्तमान अध्यक्ष माया टंडन बसपा प्रत्याशी से मुकाबले की स्थित में है। अधिसूचना जारी होने के बाद अभी तक जनता के बीच पहुंचने के बजाय नेताओ की चरण बन्दना में लगे है।जबकि माया टंडन आरक्षण की सूची आने के तुरंत बाद सक्रिय हो गई और जनता के दरवाजे पर वोट के लिए अपनी झोली फैला दिया और पूर्व के वर्षो में अपने कार्यो का हवाला देते हुए अपने पक्ष में मतदान की अपील शुरू कर दिया है। यहां बता दें कि नगर पालिका परिषद जौनपुर के अध्यक्ष पद पर टंडन परिवार का विगत 22 वर्षो से लगातार कब्जा चला आ रहा है। पहले पति दिनेश टंडन अध्यक्ष रहे फिर महिला होने पर माया टंडन ने जिम्मेदारी निभाई है। उसके कई महत्वपूर्ण कारण है। एक तो यह परिवार पूरे पांच वर्ष तक जनता के सुख दुख में साथ खड़ा नजर आता है। बड़ी ही सरलता और समजता के साथ नगर परिषद क्षेत्र की समस्याओ का निस्तारण कराते हुए विकास को गति दे रहा था। सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि दिनेश टंडन हो अथवा माया टंडन दोंनो जनता के लिए हर समय उपलब्ध रहते है। पांचवी बार फिर चुनाव मैदान में माया टंडन है। इस बार भी इन्ही से अन्य प्रत्याशियों से सीधी टक्कर की प्रबल संभावना है। ऐसे में अन्य प्रत्याशी अभी टिकट के लिए नेताओ के यहां दौड़ रहे है तो माया टंडन जनता के बीच वोट मांग रही है।

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