एनएच-233 मुआवजा विवाद सुलझा: बिहद्दर के किसान को पहली किश्त, पूर्वांचल में खुशी की लहर
राष्ट्रीय राजमार्ग 233 के निर्माण से प्रभावित किसानों के लिए लंबे समय से चल रहा मुआवजा संघर्ष आखिरकार रंग लाया। भूमि अधिग्रहण मामले में बहुप्रतीक्षित समाधान के बाद बिहद्दर गांव के किसान राजेंद्र प्रसाद पुत्र सूर्यबली को मुआवजे की पहली किस्त के रूप में 11,96,800 रुपये प्राप्त हुए।
पहली किश्त जारी होने की खुशी में पूर्वांचल किसान संगठन के कार्यालय पर संगठन के अध्यक्ष अजीत सिंह के नेतृत्व में किसान राजेंद्र प्रसाद का सम्मान किया गया। कार्यकर्ताओं ने मिठाई बांटकर अपनी खुशी व्यक्त की।
एनएच-233 वाराणसी–आजमगढ़ खंड के लिए अधिग्रहित जमीन के भुगतान में भारी असमानता और देरी को लेकर केराकत तहसील के लगभग बीस गांवों के किसान लंबे समय से आंदोलनरत थे। मामला डिस्ट्रिक्ट कोर्ट से हाईकोर्ट तक पहुंचने के बाद अंततः निर्णय जिलाधिकारी स्तर पर आया। करीब एक वर्ष तक चली जद्दोजहद के बाद किसान नेताओं और जिला प्रशासन के बीच सहमति बनी और मुआवजा निर्धारित किया गया।
पहली भुगतान राशि जारी होने के साथ ही करीब 16 किलोमीटर लंबित राजमार्ग निर्माण कार्य का मार्ग भी प्रशस्त हो गया है, जिससे क्षेत्र के विकास को नई गति मिलने की उम्मीद है।
सम्मान समारोह के दौरान वरिष्ठ किसान सूर्यनाथ सिंह, जंग बहादुर सिंह, अरविंद पांडेय, रामेश्वर सिंह, श्याम बहादुर सिंह, विनोद सिंह, राधेश्याम पांडेय सहित कई किसान मौजूद रहे।
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