आखिर मासूम का क्या था कसूर कि मौत के घाट उतारा बेरहम,अब पुलिस कार्रवाई में जुटी


बरेली के सीबीगंज क्षेत्र में मासूम सुभान की गला दबाकर हत्या और उसके फुफेरे भाई अमान की हत्या की कोशिश करने वाले नरेश यादव को उसके किए की सजा घंटे भर में ही मिल गई। हत्या के बाद बचने को बेतहाशा भाग रहा आरोपी किसी वाहन की चपेट में आकर जान गवां बैठा। लोग इसे ईश्वर का न्याय बताकर चर्चा करते रहे। मिली खबर के अनुसार फईम नामक व्यक्ति के यहां काम के दौरान अपने करीबी की मौत के बाद से ही नरेश बदले की आग में जल रहा था। उसने इस मामले में समझौता तो कर लिया था, लेकिन वह बदला लेने के लिए मौके की तलाश में था। घटना के बाद उसने मालिक के प्रति अपना व्यवहार और भी अच्छा कर लिया था। फईम उस पर जरूरत से ज्यादा भरोसा करने लगे थे। यही वजह रही कि दूसरे समुदाय का होने के बावजूद उन्होंने उसे अपनी शादी में बुला लिया। यहां भी उसे घर में ही रखा और वह परिवार के लोगों से घुल मिल गया। फईम का भतीजा सुभान उसे चाचू कहता था। 
पड़ोस के गांव घुंसा से फईम की बहन शादी में आई थीं। उनका बेटा अमान भी उसे मामू कहने लगा। नरेश भी दिखावे के लिए बच्चों को खूब दुलार करता था। मौका देखकर उसने दोनों मासूमों की हत्या का प्लान बना लिया। ग्रामीण न आते तो वह अमान की भी जान ले लेता। 
घटना के दौरान बच्चों के चीखने पर आसपास खेतों में काम कर रहे किसान दौड़ पड़े। लोगों को आता देखकर नरेश वहां से भागने लगा। लोगों ने पकड़ने के लिए उसका पीछा भी किया। कुछ लोग बताते हैं कि उन्होंने उसे डांटा भी था कि बच्चों को क्यों मार रहे हो? तब उसने कहा कि मेरे बच्चे हैं, मैं चाहे कुछ करूं। बताते हैं कि इस पर कुछ लोगों की उससे कहासुनी भी हुई। इसके बाद वह फरार हो गया।
यहां बता दें कि बरेली के सीबीगंज में बिहार के रहने वाले मजदूर ने अपने मालिक से दुश्मनी निकालने को उनके परिवार के दो बच्चों की हत्या की कोशिश की। एक बच्चे की मौत हो गई जबकि दूसरे की हालत गंभीर है। हत्या कर भागा आरोपी भी सड़क हादसे का शिकार हो गया उसकी भी मौत हो गई। सीबीगंज की खना गौंटिया निवासी फईम कश्मीर में भवन निर्माण व वेल्डिंग ठेकेदार है। 19 दिसंबर को उसकी शादी थी। उसके पास काम करने वाला कर्मचारी बिहार निवासी नरेश यादव भी शादी में आया था और घर में ही रह रहा था। 
दोपहर में वह फईम के भतीजे पांच साल के सुभान पुत्र नईम और भांजे चार साल के अमान पुत्र अबरार को चीज दिलाने की बात कहकर गन्ने के खेत में ले गया। वहां दोनों बच्चों का गला दबाने लगा। बच्चों के चीखने पर खेतों पर काम कर रहे लोग दौड़े तो नरेश भाग निकला। बच्चों को घरवाले जिला अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने सुभान को मृत घोषित कर दिया।
इधर, हत्यारोपी नरेश भागता हुआ बड़ा बाईपास पर परधौली के पास पहुंचा। वहां वह किसी वाहन की चपेट में आ गया। पुलिस ने उसे भोजीपुरा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसकी मौत हो गई। मृत बच्चे के पिता नईम ने नरेश पर हत्या की रिपोर्ट कराई है। 
बताया जा रहा है कि कश्मीर में फईम के पास नरेश के परिवार का एक और व्यक्ति भी काम करता था। कुछ समय पहले एक घटना में काम करते समय उसकी मौत हो गई थी। नरेश को मामले में समझौता करना पड़ा पर वह अंदरखाने ठेकेदार से रंजिश मानता था। एसपी सिटी राहुल भाटी ने बताया कि आरोपी की भी मौत हो गई है, कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

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