फर्जी प्रमाण पत्र के जरिए जाने कैसे बन गया लेखाकार,अब चल रही है जांच
जौनपुर। शिक्षा विभाग में लगातार भ्रष्टाचार एवं फर्जीवाड़े का खेल सुनने और देखने को मिल रहा है। फिर भी न तो विभाग सतर्क है न ही फर्जीवाड़ा रूकने का नाम ही ले रहा है। ताजा मामला जनपद जौनपुर के जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय का सामने आया है। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में कार्यरत लेखाकार बने सुमित दूबे ने फर्जी प्रमाण पत्र के जरिए यह पद हांसिल कर जनपद जौनपुर में सेवा रत है।
यहाँ बतादे कि फर्जी प्रमाण पत्र के जरिए सुमित दूबे ने अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में फर्जी ओ लेवल प्रमाण पत्र लगाकर लेखाकार की नौकरी झटक लिया और पहली पोस्टिंग जौनपुर में मिली। इसके बाद आयोग ने सुमित दूबे के प्रमाण पत्रों की जांच कराया तो फर्जीवाड़े की पोल खुल गयी। इसके बाद अब जिला विद्यालय निरीक्षक के स्तर से सुमित दूबे को पत्र भेजकर स्पष्टीकरण मांगा गया है। सही जबाब न मिलने पर लेखाकार के विरुद्ध विधिक कार्यवाही करते हुए उनकी सेवा समाप्त की जा सकती है। ऐसा जिला विद्यालय निरीक्षक कहते हैं।
शिक्षा विभाग के फर्जीवाड़े के कई मामले न्यायालय में विचाराधीन है ।इसके बाद भी फर्जी वाड़ा रूकने का नाम नहीं ले रहा है। जिला विद्यालय निरीक्षक की माने तो लगभग डेढ़ साल पहले ही सुमित दूबे को नौकरी मिली है जो अब जाने के कगार पर पहुंच गयी है। इसके पूर्व मे शिक्षा विभाग में फर्जी वाड़ा करके तमाम लोग शिक्षक बन कर सरकारी खजाने को लूटने का काम करते चले आ रहे है। हलांकि की प्राथमिक विद्यालय में फर्जीवाड़े की लम्बी फेहरिस्त है खबर है तमाम लोग फर्जी मेडिकल प्रमाण पत्र लगाकर सरकारी खजाने को चूना लगा रहे हैं। अब फर्जी प्रमाण पत्र धारी लेखाकार सुमित दूबे की जांच चल रही है।
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