भाजपा प्रवक्ता के बयान से नाराज मुस्लिम समुदाय सड़क पर हुआ दंगा-फसाद,अब पुलिस कर रही है फ्लैग मार्च


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शख्त आदेश दंगाई बख्शे नहीं जायेगा, घटना को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने में जुटी

भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा की टिप्पणी से नाराज मुस्लिम समाज के लोगों ने आज शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद कानपुर में बवाल काट दिया। जिसके कारण कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा उठी और सरकार तंत्र कटघरे में खड़े नजर आये। खबर है कि अल्पसंख्य समुदाय के लोगों और पुलिस के बीच भिड़ंत हो गई। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और लोगों को वहां से खदेड़ा। हलांकि जोहर फैंस एसोसिएशन और अन्य मुस्लिम तंजीमों ने पहले ही शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय से कारोबार बंद रखने की अपील की थी।
इस कारण से सुबह से ही तलाक महल, कर्नलगंज, हीरामन पुरवा, चमनगंज, बेगनगंज, दलेल पुरवा, मेस्टन रोड, बाबू पुरवा, रावतपुर व जाजमऊ में इसका असर दिखाई दिया। इसके बाद जुमे की नमाज के दौरान मस्जिदों से एलान किया गया कि वह मोहम्मद साहब पर की गई किसी भी अमर्यादित टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं करेंगे। वहीं, पुलिस ने किसी भी क्षेत्र में लोगों को नमाज के बाद प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी।
नूपुर शर्मा पर पैगंबर-ए-इस्लाम के खिलाफ अभद्र टिप्पणी का आरोप। इसको लेकर मुस्लिम समाज ने जुलूस निकाला था, लेकिन नमाज के बाद महिलाओं बच्चों और युवकों की टोली एक बैग हाथों में लेकर घुस गई और वहां मौजूद 25 परिवारों पर हमला बोल दिया । इसके बाद से दोनों पक्षों में जमकर पथराव हुआ। एक दर्जन से अधिक लोगों के सर फटे कई अन्य लोग घायल भी हुए है। 
कांग्रेस ने कानपुर में हुए इस बवाल को लेकर सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस ने ट्विटर पर लिखा, 'भाजपा ने भीड़तंत्र के रूप में जो भस्मासुर पाले हैं, अब वे रंग दिखा रहे हैं। कितनी गंभीर बात है कि देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सभी कानपुर में हैं, उसके बाद भी वहां हिंसा भड़क गई। यूपी में कानून का राज खत्म हो चुका है। आम जनता से अपील है कि कृपया शांति बनाएं रखें।'
मिली जानकारी के अनुसार, उपद्रवियों ने सुबह से ही बवाल की भूमिका बना रखी थी। खुफिया विभाग को इसकी भनक भी नहीं लगी। पूरी मार्केट में जगह-जगह पोस्टर चिपकाए गए थे, लेकिन स्थानीय पुलिस इससे बेखबर रही।
पुलिस लगातार इलाके के अंदर घुसने की कोशिश कर रही है। हिंसा वाले इलाके में पुलिस फ्लैग मार्च कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने पूरे परेड इलाके की घेराबंदी कर दी है। वहीं सपा नेता इरफान सोलंकी ने पुलिस को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले को पुलिस ने हवा दी। 
मिली खबर के मुताबिक इस मामले में अब तक पुलिस ने 18 उपद्रवियों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने बताया कि इस बवाल में सात लोग घायल हुए हैं। वहीं, सरकार ने इलाके में फोर्स बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि पीएसी की दो कंपनियां भेजी जा रही हैं। 
इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश जारी कर दिया है। उन्होंने कहा कि अब दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। प्रशासन और पुलिस को सख्ती बनाए रखने और माहौल न बिगड़ने देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, शहर का माहौल खराब करने वाले दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है। 
घटना के पश्चात कानपुर कमिश्नरेट के पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना को सूचना मिलते ही वो भी घटना स्थल पर तत्काल पहुंचे। उन्होंने लोगो से अमन-चैन बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने बताया कि 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। वहीं, डीजीपी ने पुलिस कमिश्नर को कॉल कर घटनास्थल की अपडेट ली है। इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रपति के गेस्ट हाउस से घटनास्थल की दूरी पूछी। इस पर पुलिस कमिश्नर ने बताया की हालात पहले से काबू में है और घटनास्थल से गेस्ट हाउस की दूरी 5 से 6 किलोमीटर हैl

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