एक दांत से रोटी काट कर खाने वाले सगे पट्टीदार क्यों बन गए एक दूसरे जान के जानी दुश्मन ...



जिस गांव के लोग सिर्फ झूठी शान के लिए आपसी मतभेद में एक दूसरे के आमने- सामने आ जाते है। अपना वर्चस्व बनाने के लिए हवाई फायरिंग से सलामी देते हो और दूसरा सीना खोलकर सामने खड़े हो जाए ऐसे परिवार का क्या भविष्य अंधकार की तरफ ले जायेगा। 
जी हां हम बात कर रहे हैं आजमगढ़ के फूलपुर ब्लॉक अंतर्गत विशेखा गांव की बीती रात दो पक्ष दोनो सगे पट्टीदार के लोगो से पूरे गांव का माहौल को खराब होने से रह गया है। 
हम बात कर रहे ग्राम पंचायत विषेखा के वर्तमान प्रधानपति घनश्याम यादव व विजय यादव की, हालांकि इन परिवारों का इतिहास किसी से छिपा नहीं हैं पुलिस की फाइल में इनके परिवार के कारनामे दर्ज हैं। 
हम आप को सिलसिले वार तरीके से बताने पुष्टि कर रहे हैं ताकि सही तरह से लोग समझ सके, खबर सूत्रों के हवाले से लिखी जा रही हैं,ये बात विजय यादव और उनके परिवार की तरफ से कही जा रही हैं। 25 तारीख को प्रधानपति घनश्याम यादव ने शाम 8 बजे अपने घर आए और गाली दे रहे थे।और फिर अपनी गाड़ी से चले गए,फिर रात नौ बजे  दो पुलिस दस्ते के साथ विजय यादव के घर पर आए और आरोप लगाए की हमको मरने की धमकी देते है। 
इस बाबत पुलिस वाले ने कहा कि लड़ाई झगड़ा मत करो आपस में समझौता कर के रहिए, फिर पुलिस के साथ प्रधानपति घनश्याम यादव चले जाते हैं, और रात को घर भी आते,,ये कहानी थी 25 तारीख की है। ये बात विजय यादव के परिवार वालों का आरोप है। 
फिर 26 तारीख की शाम करीब 7 बजे घनश्याम यादव अपनी मार्शल लेकर घर पे आया है हाथ में तमंचा लेकर लहराया फिर फायर किया उसके बाद इनके पट्टीदार ने पुलिस को सूचना दी तो मौके से फरार हो गए,
कई लोग नाम न बताने की शर्त पर कह रहे हैं की घनश्याम ने खूब शराब पी रखी थी, मुस्लिम बस्ती में जाकर कहा की विजय के पेट में गोली मार दिए हैं जाकर देख लो, ये आरोप विजय के घर वाले कह रहे है। 
दूसरी ओर घनश्याम यादव इस घटना के बाद उनका मोबाइल फोन अपने घर भाई आए हैं
घनश्याम का आरोप है की हम घर जायेंगे तो हमारे सगे पाटीदार हमको जान से मार देंगे, 
आप को बता दे की 26 तारीख की रात को जब फायरिंग की थी घनश्याम ने तो घनश्याम यादव की गाड़ी बुलेरो को पुलिस ने जप्त करके सीज कर दिया है वही पर घनश्याम यादव आरोप लगा रहे है की हमको गलत तरीके से फसाया जा रहा हैं हमारी गाड़ी में विजय यादव का परिवार हमारी गाड़ी में मरा हुआ कारतूस डाल कर फसा रहा हैं। 
लेकिन इस बात को पुलिस कितना संज्ञान लेती हैं ये जांच का विषय बना हुआ हैं। की क्या सही में घनश्याम यादव को पुलिस फसाने में लगी हैं वैसे सत्ताधीश पार्टी का नेता भी हैं प्रधानपति घनश्याम यादव वैसे पुलिस कह रही हमारे ऊपर प्रेसर बना रहा है। 
सवाल यह है कि प्रधानपति पुलिस के  जांच में साथ क्यों नही दे रहा हैं। ये आरोप पुलिस का हैं,

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