आंगनबाड़ी कार्यकर्ती हैं पहली गुरु – प्रो. शोभा गौड़वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में "सेवा पखवाड़ा" के अंतर्गत कार्यशाला का आयोजन
माँ के धर्म का पालन करते हुए भारत के भविष्य को तैयार करें – सीमा द्विवेदी
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर में राजभवन के निर्देश पर "सेवा पखवाड़ा" के अंतर्गत 26 सितम्बर 2025 को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का विषय "स्नेह, देखभाल एवं स्वच्छता" था। यह कार्यक्रम विशेष रूप से आंगनबाड़ी कार्यकर्ती एवं सहायिकाओं के लिए आयोजित किया गया।
मुख्य वक्ता राज्यसभा सांसद श्रीमती सीमा द्विवेदी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ती को संबोधित करते हुए कहा कि प्रथम गुरु माँ होती हैं, लेकिन उसके बाद नौनिहाल सीधे आपके आंचल में आ जाते हैं। उन्होंने कहा कि माँ के धर्म का पालन करते हुए भारत के भविष्य को तैयार करना हम सबकी विशेष जिम्मेदारी है, जिसमें स्नेह के साथ बच्चों की उचित देखभाल, पोषण तथा जीवन में स्वच्छता की शिक्षा देना अनिवार्य है।
विशिष्ट अतिथि माँ विंध्यवासिनी देवी विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. शोभा गौड़ ने कहा कि बच्चों को अपनी माँ से भी अधिक अपने गुरु पर विश्वास होता है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ती उनकी पहली गुरु हैं, इसलिए उनकी जिम्मेदारी और अधिक महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय ने कई आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लेकर आवश्यक वस्तुएँ उपलब्ध कराई हैं। यह सेवा आगे भी जारी रहेगी ताकि केन्द्रों का पूरा लाभ बच्चों तक पहुँच सके।
कार्यक्रम का संयोजन डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव ने किया और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. मनोज मिश्र ने दिया। इस अवसर पर डॉ. अन्नू त्यागी, डॉ. मनीषा यादव सहित जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से आई आंगनवाड़ी कार्यकर्तीयों ने प्रतिभाग किया
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर में राजभवन के निर्देश पर "सेवा पखवाड़ा" के अंतर्गत 26 सितम्बर 2025 को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का विषय "स्नेह, देखभाल एवं स्वच्छता" था। यह कार्यक्रम विशेष रूप से आंगनबाड़ी कार्यकर्ती एवं सहायिकाओं के लिए आयोजित किया गया।
मुख्य वक्ता राज्यसभा सांसद श्रीमती सीमा द्विवेदी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ती को संबोधित करते हुए कहा कि प्रथम गुरु माँ होती हैं, लेकिन उसके बाद नौनिहाल सीधे आपके आंचल में आ जाते हैं। उन्होंने कहा कि माँ के धर्म का पालन करते हुए भारत के भविष्य को तैयार करना हम सबकी विशेष जिम्मेदारी है, जिसमें स्नेह के साथ बच्चों की उचित देखभाल, पोषण तथा जीवन में स्वच्छता की शिक्षा देना अनिवार्य है।
विशिष्ट अतिथि माँ विंध्यवासिनी देवी विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. शोभा गौड़ ने कहा कि बच्चों को अपनी माँ से भी अधिक अपने गुरु पर विश्वास होता है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ती उनकी पहली गुरु हैं, इसलिए उनकी जिम्मेदारी और अधिक महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय ने कई आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लेकर आवश्यक वस्तुएँ उपलब्ध कराई हैं। यह सेवा आगे भी जारी रहेगी ताकि केन्द्रों का पूरा लाभ बच्चों तक पहुँच सके।
कार्यक्रम का संयोजन डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव ने किया और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. मनोज मिश्र ने दिया। इस अवसर पर डॉ. अन्नू त्यागी, डॉ. मनीषा यादव सहित जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से आई आंगनवाड़ी कार्यकर्तीयों ने प्रतिभाग किया
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