योगगुरू रामदेव को लेकर संसद बृजभूषण शरण सिंह हुए आक्रामक, महर्षि पतंजलि के नाम का योगगुरू कर रहे है दुरुपयोग



योगगुरु बाबा रामदेव के पतंजलि आश्रम में तैयार क‍िए गए गाय के घी पर सवाल उठाकर विवादों के घेरे में आए कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने गुरुवार को बाबा रामदेव पर सीधा हमला बोला है। गुरुवार को सांसद वजीरगंज के कोड़र में महर्षि पतंजलि की जन्मस्थली का दौरा किया। उन्होंने महर्षि की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद प्रेसवार्ता के दौरान एक बार फिर उत्पादों पर पतंजलि के नाम का उपयोग करने पर सवाल उठाया। सांसद ने कहा कि इस नाम का इस्तेमाल बंद करिए। अन्यथा इस विषय को लेकर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
बाराबंकी की एक सभा में उन्होंने पतंजलि कंपनी के देशी घी पर 21 नवंबर को सवाल उठाया था। सांसद ने कहा कि इसके बाद आचार्य बालकृष्ण ने उन्हें फोन किया था। उन्होंने कहा कि आपके बयान से हमारा काफी नुकसान हुआ है। आप एक वीडियो बनाकर अपने बयान का हमें अनापत्ति दे दीजिए। उन्‍होंने आगे कहा, पतंजलि के नाम पर उत्पाद बनाने वाली कंपनी को इस नाम का उपयोग करने का अधिकार किसने दिया है। पतंजलि के नाम पर अरबों-खरबों रुपये कमाने वालों ने महर्षि पतंजलि की जन्मस्थली के विकास को लेकर क्या किया।
सांसद ने कहा कि बाबा रामदेव गोंडा तक आए लेकिन, महर्षि पतंजलि की जन्मभूमि तक आने की आवश्यकता उन्होंने नहीं समझी। जब कि उनकी कंपनी घी, तेल, आटा, मसाला, चड्ढी, बनियान तक उनके नाम पर बेचती है। सांसद के मुताबिक नकली सामानों के बाजार में आ जाने से किसानों का बहुत नुकसान हो रहा है। उन्होंने गाय व भैंस पालन बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि पतंजलि कंपनी के उत्पाद विदेश की प्रयोगशालाओं में भी फेल हो चुके हैं। उन्होंने विश्व प्रसिद्ध ग्रंथ महाभाष्य का उदाहरण देते हुए बताया कि कोंड़र महर्षि पतंजलि की जन्मभूमि है।
सांसद ने पतंजलि कंपनी के बनाए घी के बारे में स्थानीय लोगों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि 30 किलो दूध से एक किलो घी तैयार होता है। 30 किलो दूध का मूल्य लगभग 1200 रुपये है तो बाबा रामदेव का घी 550 रुपये में किस हिसाब से बिक रहा है। क्या वह शुद्ध घी है। उन्होंने स्थानीय लोगों को गोपालन की सलाह दी और महर्षि पतंजलि आश्रम के पुनरुद्धार के बारे में अपने स्तर से प्रयास करने का आश्वासन दिया।
बाबा रामदेव के पतंजलि योगपीठ में बने प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने के सवाल पर सांसद ने कहा कि एक बार उन्होंने बाबा रामदेव के आश्रम में बने दंत मंजन का इस्तेमाल किया था लेकिन, उससे उनका दांत खराब हो गया था। क्योकि मंजन में लौंग का इस्तेमाल अधिक मात्रा में किया गया था। डाक्टर ने मंजन का इस्तेमाल बंद करने की सलाह दी। तब से उन्होंने उनके किसी भी प्रोडक्ट का इस्तेमाल नहीं किया।


बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि मार्च में पतंजलि के जन्म स्थान के विकास को लेकर कई बार उनके मन में ख्याल आया लेकिन, वह उदासीन बने रहे उन्होंने इस पर खेद भी जताया और अपनी गलती भी मानी। इसके लिए उन्होंने पतंजलि योगपीठ के निदेशक आचार्य बालकृष्ण को धन्यवाद दे दिया। सांसद ने कहा कि मैं सो रहा था लेकिन, आचार्य बालकृष्ण के फोन ने मुझे जगा दिया है। अब मैं चैतन्य अवस्था में आ गया हूं। इस जन्मस्थली का विकास मेरी जिम्मेदारी है। जनता के सहयोग से यहां महर्षि पतंजलि के भव्य मंदिर का निर्माण कराया जाएगा

Comments

Popular posts from this blog

भाजपा ने जारी की दूसरी सूची जानें किसे कहां से लड़ा रही है चुनाव देखे सूची

यूपी में सात चरण में मतदान, जानें किस चरण में कौन सीट का होगा मतदान

भीषण हादसा: स्कॉर्पियो ने बाइक सवार तीन को रौदा, घटनास्थल पर तीनो की मौत