बहन की प्रेरणा से भाई पहली बार में सफलता हासिल कर बन गया डिप्टी कलेक्टर


वाराणसी । सारनाथ थाना क्षेत्र के आनंदपुरी कालोनी निवासी रिटायर्ड कैश आफिसर वीरेन्द्र के सबसे छोटे बेटे विशाल ने यह कारनामा कर दिखाया है और 2018 यूपीपीसीएस परीक्षा पास कर एसडीएम बन गये है। , जिससे पूरे परिवार में जश्न का माहौल  है परिवार वालों ने जश्न मनाते हुए पूरे कालोनी में मिठाई बांटी यूपीपीसीएस में सफलता प्राप्त करने वाले विशाल ने बताया कि बड़ी बहन एसडीएम प्रियंका प्रियदर्शिनी को देखकर पीसीएस अधिकारी बनने की प्रेरणा मिली । घर में शैक्षणिक का वातावरण शुरू से होने के कारण  ही पहले प्रयास  में सफलता हासिल करने में मदद मिली । 
गाजीपुर निवासी वीरेंद्र कुमार  वाराणसी में एसबीआई में कैश आफिसर की नियुक्ति के बाद परिवार के साथ वाराणसी के होकर रह गये। इनके  चार संतानो में  दो बेटी और दो बेटा है । परिवार की बड़ी बेटी प्रियंका प्रियदर्शिनी  2013 बैच यूपीपीसीएस पास कर  एसडीएम बन गयी। दूसरी बहन तनु भी सिविल सर्विस की तैयारी कर रही है,  तीसरे नम्बर के भाई विक्रम एमबीए करके कॉरपरेट सेक्टर से  जुड़े हैं,  जबकि चौथे नम्बर के सबसे छोटे भाई विशाल ने 2018 बैच की यूपीपीसीएस में सफलता हासिल कर एसडीएम पद पर चयनित होकर परिवार के सम्मान को बढा़या।  विशाल के परिवार में शुरू से शिक्षा का माहौल रहा है, विशाल के दादा स्व. सिद्धू राम पुलिस विभाग में  कार्यरत थे और सीओ पद से अवकाश ग्रहण किये थे। पिता  कैश आफिसर थे, बड़ी बहन के एसडीएम बनने से विशाल ने इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ कर सिविल सर्विस की तैयारी शुरू कर दी जो पहली बार में ही कड़ी मेहनत से पास कर परिवार का नाम रोशन किया.।
विशाल की माता मधु  बेटी के बाद , बेटे के एसडीएम बनने पर फूली नहीं समा रही हैं, उनका कहना है कि  बेटी के बाद बेटा एसडीएम बना है जिससे सभी खुश हैं।  माता मधु ने बताया कि बेटे ने इसके लिए कड़ी मेहनत किया है ।  
पिता वीरेन्द्र ने बताया कि बच्चों की परवरिश पर खासा ध्यान रखने की कोशिश की । जो बच्चे जिस फील्ड में जाना चाहते थे उसको पूरा समर्थन किया ।  विशाल ने बताया कि इण्टर तक की स्कूली शिक्षा सेंट जोसेफ स्कूल से ग्रहण की उसके बाद बीटेक कानपुर से करने के बाद एक साल टीसीएस में इंजीनियर पद पर कार्यरत थे। बड़ी बहन एसडीएम प्रियंका प्रियदर्शिनी और जीजा अजय कुमार डिप्टी एसपी की कार्यशैली  से प्रेरित होकर सिविल सर्विस की तैयारी की और एसडीएम पद पर चयन हुआ । सर्विस के माध्यम लोगों की सेवा  करना ही मेरा  मेरा उद्देश्य होगा।

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