मंहगाई की मार अब बीएचयू में उपचार कराने वाले मरीजो पर,जानें क्या है मामला


काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के सर सुंदरलाल अस्पताल की ओपीडी फीस अब बढ़ा दी गयी है।  ओपीडी के लिए 20 रुपये की जगह 30 रुपये की पर्ची कटी जा रही है। अस्पताल प्रशासन की ओर से ओपीडी पंजीकरण फीस का रेट बढ़ा दिया गया है। सोमवार से ही नए शुल्क को लागू कर दिया गया है। पहले से कोई इसकी सूचना अस्पताल में चस्पा न होने की वजह से जब पर्चा काउंटर पर 30  रुपये की मांग की गई तो मरीज और उनके परिजन भी चौंके। बाद में पता चला कि बढ़ती महंगाई को देखते हुए ही पंजीकरण की फीस बढ़ाई गई। 
बीएचयू अस्पताल के साथ ही ट्रॉमा सेंटर में हर दिन वाराणसी समेत आसपास के जिलों के साथ ही बिहार, झारखंड आदि जगहों से तीन से चार हजार मरीज इमरजेंसी और ओपीडी में डॉक्टर को दिखाने के लिए आते हैं। अब तक यहां बीस रुपये ही पंजीकरण की फीस लगती थी। अब इसकी फीस बढ़ाकर 30 रुपये कर दिया गया है।
बीएचयू अस्पताल में हॉस्पिटल मैनेजमेंट कमेटी की पिछले दिनों हुई बैठक में ही इसका फैसला लिया गया था लेकिन इसका पंजीकरण फीस बढ़ने की कोई सूचना पंजीकरण काउंटर पर नहीं चस्पा होने से सोमवार को 30 रुपये देने पर कुछ मरीजों ने आपत्ति जताई। अब दस रुपये फीस बढ़ने से हर दिन करीब 30 से 40 हजार रुपये की बढ़ोत्तरी होगी। जो भी हो बड़े चुपके से मरीजो की जेब पर भार डालने के इस खेल से मरीजो के परिजना खुद का जबरिया शोषण मान रहे है। 

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