कलेक्ट्रेट गेट पर पुलिसिया गुन्डई का मामला पहुंचा डीजीपी के दरबार में, एडीजी का वरदहस्त प्राप्त है थानेदार




जौनपुर । जनपद मुख्यालय पर  कलेक्ट्रेट गेट के पास फोटो स्टेट व्यवसायी के प्रति पुलिसिया गुन्डई का मामला भले ही पुलिस विभाग के शीर्ष अधिकारी डीजीपी यहाँ पहुँच गया है लेकिन जिले में थानाध्यक्ष लाईन बाजार एवं इस थाने के पुलिस कर्मियों की गुन्डई खासा चर्चा का बिषय बनी है। थानादार ने विभाग के जनपद के शीर्ष अधिकारी पुलिस अधीक्षक सहित सत्ताधारी दल के विधायक के दबाव को दरकिनार करते हुए पीड़ित व्यवसायी पर जबरिया मुकदमा ठोंक दिया है । हलांकि पुलिस  अधीक्षक ने अश्वसन दिया है कि मुकदमे में  एफ आर लगवा देंगे लेकिन गलत कार्य करने वाले एवं पुलिसिया गुन्डई का प्रदर्शन करने वाले थानेदार के खिलाफ एक्शन लेने के बजाय जांच कराने के आश्वासन का लालीपाप सत्ता धारी दल के विधायक को दिये जाने की खबर है ।
यहाँ बतादे कि विगत 6 जून  शनिवार को  लाईन बाजार का पुलिस कर्मी राम आश्रय उपाध्याय  कुछ सरकारी कागजो की फोटोस्टेट कराने कलेक्ट्रेट गेट पर स्थित सिंह फोटो स्टेट पर गया फोटो स्टेट करने के बाद व्यवसायी ने सौ रूपये में अपना पैसा 40 रूपया लेकर 60 रूपया वापस कर दिया पुलिस कर्मी पैसा कम करना चाहा तो दुकानदार ने मना कर दिया इसी बात को लेकर दोनों के बीच में कहा सुनी हो गयी बाद में अपने कई पुलिस कर्मियों के साथ फोटो स्टेट की दुकान पर पहुंच कर पुलिस कर्मी ने तांडव किया यहाँ तक की घर में घुस कर गर्भवती युवती को मार पीट दिया । यही नहीं थानाध्यक्ष ने भी सूचना मिलने पर दुकान पर पहुंच कर दुकानदार पर ही अपना गुस्सा निकाल दिया।
घटना सत्ताधारी दल के विधायक के पास पहुंची विधायक ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत किया तो उन्होंने से दीवान राम आश्रय उपाध्याय को निलम्बित कर दिया। इसके बाद सायं काल के समय थानाध्यक्ष लाईन बाजार ने निलम्बित दीवान से तहरीर लेकर फोटो स्टेट व्यवसायी के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया।
इधर पीड़ित व्यवसायी ने पूरे घटनाक्रम के बाबत डीजीपी उप्र को प्रार्थना पत्र भेज कर नाय की मांग किया है। आज सत्ता धारीदल के जफराबाद  विधायक इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक से व्यक्तिगत रूप से मिले खबर है कि पुलिस अधीक्षक ने विधायक को अश्वसन की घुट्टी पिला दी कहा कि मुकदमे में एफ आर लगवा देंगे। जहां तक थानेदार का सवाल है अपर पुलिस अधीक्षक से जांच करा रहा हूँ जांचोपरान्त ही कार्यवाही संभव है।
यहाँ बतादे कि सूत्र बताते हैं कि थानाध्यक्ष लाईन बाजार के उपर एडीजी वाराणसी जोन का वरदहस्त प्राप्त है इसी लिए पुलिस अधीक्षक तत्काल किसी तरह का एक्शन लेने से कतरा रहे हैं। ऐसे में सवाल यह भी है कि जांच के बाद थाने दार पर गाज गिरेगी यह कहना कठिन है । इसमें कौन जीतेगा विधायक या थानेदार यह तो भविष्य के गर्भ में है लेकिन पुलिस की दादागिरी जनपद की आम सहित खास लोगों के बीच में खासा चर्चा का बिषय बनी है। इस घटना से जनपद के व्यवसायी सहित आम जन मानस पुलिस से भयभीत नजर आ रहा है। 

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