नौकरी के नाम पर शोषण के शिकार आखिर नागेश ने खत्म कर दिया अपना परिवार घटना के लिए जिम्मेदारो के खिलाफ मुकदमा दर्ज गिरफ्तार

जौनपुर। जनपद के थाना मड़ियाहूं क्षेत्र स्थित ग्राम जयरामपुर में टेन्ट व्यवसायी नागेश विश्वकर्मा द्वारा अपने पत्नी बच्चो की हत्या कर खुद आत्महत्या के मामले में प्रथम दृष्टया जो कारण प्रकाश में आया है वह खासा चौंकाने वाला है। घटना के कारण में दबंग व्यक्ति द्वारा नौकरी के नाम पर नागेश के शोषण का मामला प्रकाश में आया है। हलांकि मौके पर मिले साक्ष्यो और मृतक के भाई त्रिभुवन विश्वकर्मा की तहरीर के आधार पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर सम्बन्धित आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और पूछ-ताछ कर रही है।
यहां बता दें 04 /05 जुलाई की देर रात नागेश विश्वकर्मा (37) ने अपने घर के अन्दर अपने पत्नी राधिका उम्र 35 की धारदार हथियार से हत्या करने के बाद अपनी तीनो बच्चो दो बेटियों निकिता (12),आयुषी (10) और पुत्र आदर्श (5) की गमछे से गला कसकर हत्या करने के बाद खुद फांसी के फंदे  पर लटक कर आत्महत्या करते हुए अपने पूरे परिवार के साथ खुद मौत की नींद में सुला दिया। पूरा परिवार एक साथ खत्म कर दिया।
घटना को अंजाम देने के पहले नागेश एक कापी में अपने शोषण और उत्पीड़न की पूरी दास्तान का जिक्र कर दिया था जो घटना के बाद पुलिस की छानबीन के दौरान पुलिस के हाथ लग गयी। जब उस डायरी (कापी) को पुलिस के अधिकारियों ने देखा पढ़ा तो सभी के होश फ्ख्ता हो गये। मिली डायरी में नागेश ने लिखा था कि उसने भानु प्रकाश विश्वकर्मा नामक व्यक्ति के जरिए सरयू प्रसाद पूर्व माध्यमिक एवं प्राथमिक विद्यालय जलालपुर में चपरासी की नौकरी के लिए विद्यालय के प्रबन्धक शिव आसरे सिंह पुत्र स्व सरयू प्रसाद सिंह को कई पहले 07 लाख रुपए बतौर घूस दिया था। आज तक न तो नौकरी मिली न ही पैसा वापस हो सका है।पैसा मांगने पर प्रबंधक द्वारा धमकियां अलग से दी जा रही थी। अपने इस उत्पीड़न से परेशान होकर अब खुद को पूरे परिवार के साथ खत्म कर रहा हूँ। अपनी पत्नी और बच्चो की हत्या के लिए स्वयं जिम्मेदार हैं। 
इस साक्ष्य को मिलने के बाद पुलिस ने तत्काल प्रबंधक और शिव आसरे सिंह और मध्यस्थता करने वाले भानु प्रताप विश्वकर्मा को गिरफ्तार करते हुए मृतक नागेश के भाई त्रिभुवन विश्वकर्मा से तहरीर लेकर दोनो के विरूद्ध सम्बन्धित धाराओ में मुकदमा दर्ज कर लिया है और दोनो गिरफ्तारो से पूछ-ताछ किया जा रहा है।इस संदर्भ में अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण शैलेंद्र सिंह ने बताया कि घटना को लेकर पुलिस गम्भीर है और दोनो आरोपियों को अपराध की धाराओ में जेल भेजा जाएगा।

यहां बता दें कि इस तरह एक मामला नहीं है कि दलाल और प्रबंधक द्वारा नौकरी के नाम पर बेरोजगारो का शोषण हुआ है यदि गम्भीरता के साथ सभी एडेड विद्यालयो की छानबीन की जाये तो बड़े पैमाने पर बेरोजगार मिलेंगे।उनके शोषण की दास्तान सामने आयेगी। शासन प्रशासन को इस दिशा में गम्भीरता पूर्वक छानबीन करानी चाहिए। ताकि भविष्य में किसी भी प्रबंधक के कारनामो के चलते और कोई परिवार काल के गाल में जाने को मजबूर न हो सके। 

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