अभिलेख में फ्राड कर जमीन हड़पने और जिन्दा व्यक्ति को मृतक घोषित करने वालो पर मुकदमा हूआ दर्ज विवेचना शुरू
जौनपुर। जिन्दा व्यक्ति को सरकारी अभिलेख में मृतक घोषित कर जमीन हड़पकर और बेचने वाले छह आरोपियों पिता-पुत्र, ग्राम प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी, लेखपाल व कानूनगो के खिलाफ पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की जांच अब पुलिस कर रही है।
बता दें तहसील बदलापुर क्षेत्र स्थित ग्राम सभा भगवानपुर निवासी वीरभद्र उपाध्याय उर्फ बिरहू बीते दिवस जिले के अधिकारियों के समक्ष गुहार लगाई कि हम जिन्दा है साहब हमें सरकारी अभिलेख में मृतक घोषित कर हमारी जमीन हड़प कर बेच दी गई है। इस पर प्रशासन गम्भीर हुआ साथ ही पीड़ित ने थाना सुजानगंज में तहरीर दी और आरोप लगाया कि 18 जुलाई 2018 को गांव के ही पड़ोसी विभव उपाध्याय ने तहसील कर्मचारीगण के साथ मिलकर साजिश करके हमको मृतक घोषित करा कर हमारी जमीन को अपने पुत्र शुभम उपाध्याय के नाम फर्जी वसीयत को आधार बना कर दर्ज करा लिया। दो वर्षों पूर्व प्रयागराज के मऊआइमा थाना क्षेत्र में हुई एक हत्या के मामले में पीड़ित प्रयागराज जेल में बंद था। इसी दौरान विभव व शुभम उपाध्याय ने प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी, लेखपाल, कानूनगो के मिलीभगत से कूटरचित दस्तावेज तैयार करवा कर उसे मृतक घोषित कर दिया। 18 जुलाई 2018 की वसीयत के आधार पर 17 जनवरी 2024 को उसकी जमीन का कूटरचित दस्तावेज के सहारे नाम दर्ज करवा लिया। दो अगस्त को अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी जोन, पीयूष मोर्डिया के समक्ष उपस्थित होकर संपूर्ण प्रकरण एवं गंभीर षड़यंत्र के बारे में बताया। उन्होंने एसपी जौनपुर से तत्काल वार्ता कर संपूर्ण प्रकरण की जांच कराकर त्वरित कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। जौनपुर पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए सुजानगंज थानाध्यक्ष घनानंद त्रिपाठी द्वारा आरोपी पिता पुत्र सहित सभी षड़यंत्रकारियों के विरुद्ध संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना शुरू कर दी है। इस बाबत थानाध्यक्ष घनानंद त्रिपाठी का बयान है कि दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विवेचना की जा रही है।
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